झारखंड: एक्स सीएम दिशोम गुरु शिबू सोरेन पर होगा रिसर्च, गवर्नमेंट ने विभिन्न संस्थांनों से आमंत्रित किया प्रोपोजल

झारखंड मुक्ति मोर्चा सुप्रीमो शिबू सोरेन पर रिसर्च होगा। दिशोम गुरु  जीवन संघर्ष, महाजनों के खिलाफ आंदोलन, टुंडी आश्रम में उनका लंबा प्रवास और झारखंड मुक्ति मोर्चा के इतिहास पर भी शोध किया जायेगा। स्टेट गवर्नमेंट की संस्था डा. रामदयाल मुंडा आदिवासी शोध संस्थान ने विभिन्न यूनिवर्सिटी व कॉलेज से रिसर्च के लिए प्रोपोजल आमंत्रित किया है।

झारखंड: एक्स सीएम दिशोम गुरु शिबू सोरेन पर होगा रिसर्च, गवर्नमेंट ने विभिन्न संस्थांनों से आमंत्रित किया प्रोपोजल
  • महाजनों के खिलाफ आंदोलन, टुंडी मनियाडीह आश्रम में उनका लंबा प्रवास व झारखंड मुक्ति मोर्चा के इतिहास पर भी होगा रिसर्च
  • डा. रामदयाल मुंडा आदिवासी शोध संस्थान ने रिसर्च के लिए प्रोपोजल आमंत्रित किया 


रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा सुप्रीमो शिबू सोरेन पर रिसर्च होगा। दिशोम गुरु  जीवन संघर्ष, महाजनों के खिलाफ आंदोलन, टुंडी आश्रम में उनका लंबा प्रवास और झारखंड मुक्ति मोर्चा के इतिहास पर भी शोध किया जायेगा। स्टेट गवर्नमेंट की संस्था डा. रामदयाल मुंडा आदिवासी शोध संस्थान ने विभिन्न यूनिवर्सिटी व कॉलेज से रिसर्च के लिए प्रोपोजल आमंत्रित किया है।

उ्लेलखनीय  कि शिबू सोरेनतीन-तीन बार झारखंड के सीएम रह चुके हैं। लोकसभा, राज्यसभा मंबर व सेंट्रल में मिनिस्टर भी रहे हैं। उनके पुत्र हेमंत सोरेन अभी झारखंड के सीएम है। झारखंड के लोग शिबू सोरेन को गुरुजी भी कहते हैं। संथालों ने उन्हें दिशोम गुरु यानी दसों दिशाओं का गुरु नाम दिया है। इसके बाद से  शिबू सोरेन गुरुजी के नाम से पहचाने जाने लगे। उनकी पत्नीं का रूपी सोरेन है।

शिबू सोरेन ने वर्ष 1973 की चार फरवरी को अपनी पार्टी झामुमो का गठन किया था। शिबू सोरेन ने 1977 में पहली बार एमपी का चुनाव लड़ा।लेकिन वे यह चुनाव हार गए। इसके बाद वे 1980 में दुमका सीट से लोकसभा का चुनाव लड़कर एमपी बने। वे पहली बार वर्ष 2005 में झारखंड के सीएम बने। उसके बाद वर्ष 2008 और वर्ष 2009 में फिर सीएम बने। वर्ष 2009 में तमाड़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में उन्हें राजा पीटर से हार का सामना करना पड़ा।

शिबू सोरेन के बड़े बेटे दुर्गा सोरेन की वर्ष 2009 की 21 मई को मौत हो गयी थी।  दुर्गा सोरेन की पत्नीे सीता सोरेन अभी जामा से एमएलए हैं। गुरुजी के छोटे पुत्र बसंत सोरेन दुमका विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ रहे हैं।