Jharkhand: साजिश पर कसेगा शिकंजा, बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल के सुपरिेटेंडेंट, जेलर व बड़ा बाबू को ED का समन

ईडी की रेड में शुक्रवार को जेल में मिले सबूतों के बाद अब जेल के अफसरों से पूछताछ होगी। ईडी ने सोमवार को जेल सुपरिटेंडेंट हामिद अख्तर,जेलर नसीम खान व बड़ा बाबू मोहम्मद दानिश को समन किया है।

Jharkhand: साजिश पर कसेगा शिकंजा, बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल के सुपरिेटेंडेंट, जेलर व बड़ा बाबू को ED का समन
  • आज बड़ा बाबू से होगी पूछताछ
  • जेल सुपरिटेंडेंट को गुरुवार को होना है ईडी ऑफिस में उपस्थित 
  • ईडी की रेड में जेल प्रशासन की खुल चुकी है पोल

रांची। झारखंड की राजधानी रांची होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में ईडी के अफसरों के खिलाफ साजिश रचने, नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने, गवाहों को धमकाने व एवीडेंस नष्ट करने के मामले में आरोपितों के विरुद्ध शिकंज कसने लगा है। ईडी की रेड में शुक्रवार को जेल में मिले सबूतों के बाद अब जेल के अफसरों से पूछताछ होगी। ईडी ने सोमवार को जेल सुपरिटेंडेंट हामिद अख्तर,जेलर नसीम खान व बड़ा बाबू मोहम्मद दानिश को समन किया है।

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ईडी तीनों अफसर को अलग-अलग दिन पूछताछ के लिए बुलाया
ईडी ने बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल के बड़ा बाबू मोहम्मद दानिश को पूछताछ के लिए सात नवंबर को बुलाया है। जेलर नसीम खान को आठ नवंबर व जेल सुपरिटेंडेंट हामिक अख्तर को नौ नवंबर को बुलाया गया है। इनसे ईडी यह पूछेगी कि साजिश में उनके साथ कौन-कौन शामिल थे। किसके इशारे पर जेल मैनुअल का उल्लंघन हुआ और कैदियों के पत्रों को बिना भेजे रजिस्टर में डिस्पैच क्यों लिखा। यह भी पता लगाया जायेगा कि सबूत नष्ट करने के लिए किसका प्रेशर था। संभावना है कि पूछताछ के बाद ईडी बड़ा कदम उठा सकती है।
ईडी की रेड में खुल चुकी है जेल प्रशासन की पोल
ईडी की जेल में रेड के दौरान जेल प्रशासन की पोल खुल चुकी है। ईडी को जेल से कैदियों के ऐसे पत्र भी मिले हैं, जिन्हें कैदियों ने ईडी को लिखा था, लेकिन जेल प्रशासन ने उसे भेजने के बजाय दबाए रखा। अपने रजिस्टर में उसे भेजा हुआ दिखा दिया। उनमें ऐसे पत्र भी थे, जिसमें कैदियों ने ईडी को लिखा था कि उसके अफसरों को जान का खतरा है। ईडी अफसरों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों और क्रिमिनलों के साथ मिलकर साजिश रची जा रही है।बंदी के एक पत्र में जेल मं बंद पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश का पूरा करतूत लिखा हुआ था। पत्र में लिखा था कैसे प्रेम प्रकाश जेल में रहकर भी जेल में तथा जेल के बाहर अपनी सत्ता चला रहा है। वह ईडी के गवाहों को धमकाने, ईडी को अलग-अलग मामलों में फंसाने के लिए साजिश रच रहा है।
ईडी की ऑफिसियल सूचना के बाद विभाग करेगा कार्रवाई
स्टेट गवर्नमेंट का गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ईडी की ऑफिसियल सूचना के बाद ही कोई आगे की कार्रवाई करेगा। डिपार्टमेंट के सीनीयर अफसरों का कहना है कि रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल में ईडी की रेड में क्या कुछ सामने आया। यह सूचना उन्हें मीडिया व अन्य बाहरी माध्यमों से मिली है। अधिकृत रूप से कोई सूचना अब तक नहीं आई है। अधिकृत सूचना आने के बाद उसकी समीक्षा होगी। जांच करायी जायेगी। इसके बाद ही आगे की कोई कार्रवाई होगी।
ईडी के लिए लिखी गई कैदियों की चिट्ठियों को जेल प्रशासन ने दबाया, रांची जेल सुपरिटेंड व जेलर संदेह के दायरे में
बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में शुक्रवार शाम की गयी रेड में ईडी को मिले कई सबूतों से जेल प्रशासन की भूमिका संदेह के घेर में है। ईडी के अनुसार, जेल प्रशासन ने नियम-कानून की धज्जियां उड़ाई हैं। जेल में रह रहे कई कैदियों ने ईडी, सेंट्रल गवर्नमेंट व स्टेट गवर्नमेंट के नाम अलग-अलग शिकायतों को लेकर पत्र लिखे थे, जिन्हें बिना भेजे ही जेल प्रशासन ने अपने रजिस्टर में डिस्पैच दिखा दिया।
'प्रेम प्रकाश कुछ लोगों के साथ मिलकर रच रहा साजिश'
ईडी को रेडमें कुछ ऐसे पत्र भी मिले हैं, जिन्हें कैदियों ने ईडी के नाम लिखा था। इसमें आगाह किया था कि ईडी अफसरों के खिलाफ जेल में प्रेम प्रकाश कुछ लोगों के साथ मिलकर साजिश रच रहा है। एक चिट्ठी में ईडी के अफसर को जान का खतरा होने की बात भी लिखी हुई है। रेड के दौरान में ईडी को सीसीटीवी फुटेज से छेड़छाड़ किये जाने तथा जेल मैनुअल का उल्लंघन कर प्रेम प्रकाश से उसके करीबियों की मुलाकात करवाने व जेल में बंद ईडी के गवाहों को धमका कर केस प्रभावित करने से संबंधित कुछ एवीडेंस मिले हैं। ईडी जेल सुपरिटेंड हामिद अख्तर व जेलर मोहम्मद नसीम खान को से पूछताछ के बाद इन दोनों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई भी कर सकती है। ईडी को रेड में संदिग्ध दस्तावेज व सीसीटीवी फुटेज भी मिले हैं, जिसमें प्रेम प्रकाश की संदिग्ध गतिविधियों की पुष्टि हुई है।
'पुलिस-प्रशासन के सीनीयर अफसरों की प्रेम प्रकाश से मुलाकात'
पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश का प्रभाव जेल के भीतर भी बरकरार है। जेल के भीतर चल रहे खेल की खबर मिलने पर ईडी ने जेल के पास के काल डंप निकाले। पूरे जेल को सर्विलांस पर रखा था। ह्यूमन इनपुट भी ईडी के काम आया। इन सभी माध्यमों से ईडी को यह जानकारी मिली कि पुलिस-प्रशासन के सीनीयर अफसरों का प्रेम प्रकाश से मिलना-जुलना था। ये इंटरनेट काल से भी एक-दूसरे के संपर्क में थे। ये ईडी को नुकसान पहुंचाने के लिए बड़ी साजिश रचने में शामिल थे, जिसका ईडी ने खुलासा  कर लिया है। यह भी पता चला कि जेल प्रशासन ने मिलने-जुलने वाले फुटेज को मिटा दिया। ईडी अब एक-एक कर संबंधित अफसरों से भी पूछताछ करेगी।
ईडी अफसरों के घरों के पास किराये पर मकान लेकर रेकी करने की थी योजना
ईडी के अनुसार, जांच अफसरों को नुकसान पहुंचने के लिए संदिग्धों ने साजिश रची थी। इसमें बड़े नक्सलियों तथा पुलिस-प्रशासन के बड़े अफसरों तक को शामिल किया गया था। योजना बनी थी कि ईडी के अफसरों के घरों के पास किराये का मकान लेना है। उनकी वाइफ, बच्चे क्या करते हैं, कहां-कहां जाते हैं, इस पर नजर रखनी है। अफसर कब और कैसे निकलते हैं, किस रास्ते से जाते हैं, आदि की रेकी की जानी थी। मौका पाकर उन्हें नुकसान पहुंचाना था। ईडी को सूचना मिली तो इस षड्यंत्र को विफल किया गया। ईडी को यह भी सूचना है कि मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपित ईडी के अफसरों को फंसाने के लिए नक्सलियों व महिलाओं का भी इस्तेमाल करने वाले थे।
सेंट्ल होम मिनिस्टरी को दी गई जानकारी
झारखंड में ईडी अफसरों को नुकसान पहुंचाने के लिए मनी लॉन्ड्रिंग के कुछ आरोपितों ने नक्सलियों से भी साठगांठ की थी। सूचना मिलते ही खतरे की आशंका जताते हुए ईडी ने सेंट्रलहोम मिनिस्टरी को इससे अवगत कराया है। अब सेंट्रल भी इस पूरे मामले को गंभीरता से देख रहा है। स्टेट में ईडी मनरेगा घोटाला, माइनिंग घोटाला, जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत इन्विस्टीगेशन के दौरान बड़ा खुलासा किया है। इसमें पॉलिटिकल लीडर से लेकर ब्यूरोक्रैट्स तक को ईडी ने लपेटा है, जिसके बाद से ही ईडी के अफसर व उनका ऑफिस स्टेट के लिए चर्चा के केंद्र में हैं।
इनपुट पर हुई जेल में रेड
ईडी को अपने सर्विलांस से सूचना मिली कि इन मामलों में जेल में बंद कुछ आरोपित व जेल के बाहर उनके सहयोगी नक्सलियों के साथ मिलकर ईडी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश में हैं। वे ईडी के अधिकारियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जेल में ईडी की रेड भी इसी इनपुट का हिस्सा है। जेल में बंद कुछ नक्सलियों पर भी ईडी की नजर है, जिनसे बहुत जल्द पूछताछ भी हो सकती है। फिलहाल, ईडी के अफसरों व उनके ऑफिस की सुरक्षा कड़ी की जा रही है।