झारखंड: कोरोना वायरस संक्रमण पर कंट्रोल के लिए सीएम हेमंत सोरेन ने मांगी आर्मी की मदद, आर्मी अफसरों के साथ मीटिंग

झारखंड में कोरोना वारस संक्रमण की स्थिति बेकाबू होती जा रही है। कोरोना कंट्रोल के लिए स्टेट में 22 अप्रैल से 29 तक लॉकडाउन की घोषणा की गयी है। सीएम ने इसे स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह का नाम दिया है। सीएम हेमंत सोरेन ने बुधवार को आर्मी अफसरों के साथ हाइ लेवल मीटिंग कर कोरोना रोकथाम में मदद मांगी है। 

झारखंड: कोरोना वायरस संक्रमण पर कंट्रोल के लिए सीएम हेमंत सोरेन ने मांगी आर्मी की मदद, आर्मी अफसरों के साथ मीटिंग
  • सीएम ने कहा:संक्रमितों के इलाज में आर्मी हॉस्पीटल और मानव बल का इस्तेमाल करने की दिशा में पहल करे आर्मी
  • आर्मी हॉस्पीटल को ऑक्सीजन युक्त बेड, वेंटिलेटर समेत सभी जरूरी चिकित्सीय संसाधन उपलब्ध करायेगी गवर्नमेंट
  • स्टेट मे रांची, जमशेदपुर, धनबाद समेत छह जिले कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित
  • झारखंड के आर्मी हॉस्पीटल नामकुम - 400 बेड, 18 बेड आक्सीजनयुक्त,रामगढ़ - 120 बेड

रांची। झारखंड में कोरोना वारस संक्रमण की स्थिति बेकाबू होती जा रही है। कोरोना कंट्रोल के लिए स्टेट में 22 अप्रैल से 29 तक लॉकडाउन की घोषणा की गयी है। सीएम ने इसे स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह का नाम दिया है। सीएम हेमंत सोरेन ने बुधवार को आर्मी अफसरों के साथ हाइ लेवल मीटिंग कर कोरोना रोकथाम में मदद मांगी है। 

सीएम ने कहा कि कोरोना संक्रमण के का्रण जिस तरह के हालात पैदा हो रहे हैं, उसमें आर्मी स्टेट गवर्नमेंट को सहयोग करे। झारखंड में आर्मी हॉस्पीटल में कोरोना पेसेंट के इलाज की दिशा में पहल किया जाए। आर्मी और जनभागीदारी से ही कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया जा सकता है। सीएम ने कहा कि स्टेट मे रांची, जमशेदपुर, धनबाद समेत छह जिले कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। रांची में सबसे ज्यादा कोरोना पेसेंट पर डे मिल रहे हैं। दूसरे जिलों से भी इलाज के लिए बड़ी संख्या मे संक्रमित रांची पहुंच रहे हैं। इस कारण रांची में पेसेंट की संख्या काफी बढ़ गई है, लेकिन हॉस्पीटल की कैपिसिटी उस हिसाब से नहीं है। ऐसे में पेसेंट इलाज में दिक्कतें भी आ रही है।उन्होंने कहा कि गवर्नमेंट इन जिलों का सर्किट बनाकर वहां बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार कर रही है, ताकि पेसेंट का जिले में ही बेहतर इलाज हो सके।सीएम ने आर्मी अफसरों से कहा कि इसमें अगर आर्मी अपना सहयोग करती है तो पेसेंट का विश्वास बढ़ेगा। रांची जैसे जिलों में पेसेंट के आने की संख्या भी कम होगी। 

आर्मी हॉस्पीटल में संसाधन उपलब्ध करायेगी गवर्नमेंट
सीएम ने आर्मी अफसरों से कहा कि आर्मी का रांची के नामकुम और रामगढ़ हॉस्पीटलल में अगर जेनरल कोविड पेसेंट के इलाज की अनुमति सेंट्रल गवर्नेंट से मिलती है तो स्टेट गवर्नमेंट वहां ऑक्सीजन युक्त बेड बढ़ाने, वेंटिलेटर की सुविधा समेत अन्य सभी मेडिकल जरूरत के संसाधनों को उपलब्ध करायेगी। आर्मी हॉस्पीटल में अनुभवी डॉक्टर्स और पारा मेडिकल स्टाफ और अन्य मानव बल उपलब्ध हैं। इनका सहयोग मिलने से निश्चित तौर पर कोरोना पेसेंट का बेहतर इलाज हो सकेगा।सीएम ने कहा कि एक हजार बेड का आइसोलेशन सेंटर बनाने की भी तैयारी सरकार कर रही है। यहां आइसोलेशन में रहने वाले संक्रमितों का देखभाल बेहतर तरीके से किया जायेगा। सीएम ने इसमें भी सेना से सहयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अगर सभी अस्पतालों का शत -प्रतिशत क्षमता का इस्तेमाल हो तो पेसेंट को बेड के लिए परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।सीएम ने कहा कि अगर आर्मी अपने हॉस्पीटल में कुछ बेड सामान्य मरीजों के लिए उपलब्ध कराये तो सरकार की ओर से सभी बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था कराई जायेगी।
डिफेंस मिनिस्टरी गंभीरता से कर रहा विचार
आर्मी अफसरों से सीएम को बताया कि उनके द्वारा पीएम को जो पत्र प्रेषित किया गया है, उसपर डिफेंस मिनिस्टरी काफी गंभीरता से विचार कर रहा है। आर्मी हॉस्पीटल और मानव बल का कोरोना संक्रमण और पेसेंट के इलाज में सहयोग लेने के सिलसिले में मिनिस्टरी से जो निर्देश मिलेगा, उसी के अनुरुप वे आगे की कार्रवाई करेंगे। उन्होंने सीएम को बताया कि स्टेट में एक रांची जिला के नामकुम और दूसरा रामगढ़ में आर्मी का हॉस्पीटल है।रांची के आर्मी हॉस्पील में कुल बेडों की संख्या लगभग 400 है। इसमें से 200 बेड कोविड पेसेंट के लिए है। यहां 18 ऑक्सीजन युक्त बेड हैं और 30 बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराने की पहल शुरू हो गई है। वहीं रामगढ़ में 120 बेड का हॉस्पीटल है। 

बैठक में चीफ सेकरेटरी सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह, सीएम के प्रिंसिपल सेकरेटरी राजीव अरुण एक्का, नगर विकास और आवास विभाग के सचिव विनय कुमार चौबे, आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव डा. अभिताभ कौशल, आर्मी के ब्रिगेडियर संजय कटियार (स्टेशन कमांडर, रांची), ब्रिगेडियर रजत शुक्ला (कमांडेंट, मिलिट्री हॉस्पिटल, नामकुम, रांची) और कर्नल के विवेक उपस्थित थे।