झारखंड : हजारीबाग वन भूमि घोटाला में निलंबित IAS विनय चौबे को ACB फिर करेगी अरेस्ट

झारखंड के हजारीबाग वन भूमि घोटाले में निलंबित IAS विनय चौबे पर तीसरा केस दर्ज हुआ। ACB ने उनके करीबी विनय सिंह को गिरफ्तार किया। चौबे पहले से खासमहाल जमीन और शराब घोटाले में जेल में हैं।

झारखंड :  हजारीबाग वन भूमि घोटाला में निलंबित IAS विनय चौबे को ACB फिर करेगी अरेस्ट
विनय कुमार चौबे पर एक और शिकंजा कसा।
  • हजारीबाग के बहुचर्चित वन भूमि घोटाले में निलंबित IAS विनय चौबे पर तीसरा FIR दर्ज
  • पहले से खासमहाल और शराब घोटाले में भी फंसे

रांची। झारखंड की ब्यूरोक्रेसी में कभी सबसे प्रभावशाली रहे निलंबित आईएएस अफसर विनय कुमार चौबे पर एक और शिकंजा कस गया है। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने हजारीबाग के बहुचर्चित वन भूमि घोटाले में चौबे को गिरफ्तार दिखाने की तैयारी कर ली है। हाल ही में एसीबी ने नेक्सजेन ऑटोमोबाइल के संचालक विनय सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
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चौबे इस समय हजारीबाग के खासमहाल भूमि घोटाले के मामले में जेल में बंद हैं। इससे पहले वे शराब घोटाले में भी गिरफ्तार हो चुके थे। अब उनके खिलाफ यह तीसरा एफआईआर दर्ज हुआ है। एसीबी ने एसीबी ने प्रारंभिक जांच के बाद एफआईआर के लिए मंत्रिमंडल निगरानी से मांगी थी अनुमति एसीबी हजारीबाग की टीम ने वन भूमि घोटाले के मामले में निलंबित आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे के विरुद्ध प्रारंभिक जांच में पुष्टि के बाद मंत्रिमंडल निगरानी एवं सचिवालय विभाग से एफआईआर की अनुमति मांगी थी। 25 सितंबर को मंत्रिमंडल निगरानी एवं सचिवालय विभाग से अनुमति मिलने के बाद ही एसीबी हजारीबाग थाना कांड संख्या 11/25 में एफआइआर दर्ज की गयी थी। इस एफआइआर में आईएएस विनय कुमार चौबे व उनके करीबी नेक्सजेन ऑटोमोबाइल के संचालक विनय सिंह नामजद आरोपित हैं। एसीबी ने गुरुवार को ही विनय सिंह को अरेस्ट किया था, जिन्हें शुक्रवार को हजारीबाग स्थित एसीबी की कोर्ट में प्रस्तुत कर ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया है। एसीबी जल्द ही कोर्ट से अनुमति लेकर विनय सिंह को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।
वर्तमान में निलंबित आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे हजारीबाग के ही खासमहाल की जमीन की अवैध तरीके से निबंधन व जमाबंदी के मामले में जेल में बंद हैं। इस मामले में एक अन्य आईएएस अफससर हजारीबाग के तत्कालीन खासमहाल पदाधिकारी विनोद चंद्र झा भी गिरफ्तारी के बाद से न्यायिक हिरासत में हैं। विनय कुमार चौबे को एसीबी ने 20 मई को शराब घोटाला केस में गिरफ्तार किया था। उस केस में चार्जशीट नहीं हो पाने से विनय चौबे को तो बेल का लाभ मिल गया था, लेकिन खासमहाल की जमीन घोटाला केस में भी गिरफ्तारी होने से वे जेल से बाहर नहीं आ पाये थे। अब उनके विरुद्ध यह तीसरा एफआईआर हुआ है। इस केस में भी एसीबी उन्हें गिरफ्तार दिखायेगी। 
हजारीबाग वन भूमि घोटाला
हजारीबाग के तत्कालीन डीसी रहते हुए विनय चौबे के कार्यकाल में पांच प्लॉट की अवैध जमाबंदी करायी गयी थी। यह जमीन "गैरमजरूआ खास जंगल-झाड़ी" श्रेणी की थी, जिसे बिना भारत सरकार की अनुमति गैर-वानिकी कार्य के लिए उपयोग करना वन संरक्षण अधिनियम का उल्लंघन है। जांच में सामने आया कि जमीन को चौबे और उनके करीबी विनय सिंह ने मिलकर अवैध रूप से दाखिल-खारिज कराया। वर्ष 2013 में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने इन अवैध जमाबंदियों को रद्द कर दिया था।
विनय चौबे के खिलाफ दर्ज मामले

शराब घोटाला – सरकारी खजाने को ₹38 करोड़ का नुकसान।

खासमहाल भूमि घोटाला – ट्रस्ट की जमीन को सरकारी दिखाकर निजी लोगों को आवंटित किया गया।

वन भूमि घोटाला – संरक्षित जंगल भूमि की अवैध जमाबंदी।

क्यों बढ़ी विनय चौबे की मुश्किलें?
एसीबी ने मंत्रिमंडल निगरानी विभाग से अनुमति मिलने के बाद नया केस दर्ज किया। विनय सिंह की गिरफ्तारी के बाद अब एसीबी कोर्ट से अनुमति लेकर चौबे को भी रिमांड पर ले सकती है। कभी रांची और हजारीबाग में शक्तिशाली माने जाने वाले विनय चौबे पर भ्रष्टाचार के लगातार मामले दर्ज हो रहे हैं। एसीबी की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, चौबे और उनके नेटवर्क की गड़बड़ियां सामने आती जा रही हैं।