जगदीप धनखड़ बने देश उपराष्ट्रपति, कुल 725 में से 528 वोट मिले, मार्गरेट अल्वा को 346 वोटों से हराया

पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ (71) देश के 14वें उपराष्ट्रपति होंगे। उपराष्ट्रपति पद के लिए शनिवार को हुए चुनाव में उन्होंने विपक्ष की कैंडिटेट मार्गरेट अल्वा को 346 वोटों से हराया।

जगदीप धनखड़ बने देश उपराष्ट्रपति, कुल 725 में से 528 वोट मिले, मार्गरेट अल्वा को 346 वोटों से हराया

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ (71) देश के 14वें उपराष्ट्रपति होंगे। उपराष्ट्रपति पद के लिए शनिवार को हुए चुनाव में उन्होंने विपक्ष की कैंडिटेट मार्गरेट अल्वा को 346 वोटों से हराया।

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उपराष्ट्रपति चुनाव में कुल 725 सदस्यों ने वोट किया। इनमें से धनखड़ को 528 वोट मिले, जबकि विपक्ष की उम्मीदवर मार्गरेट अल्वा को 182 वोट मिले। 15 वोट अमान्य कर दिये गये।जगदीप धनखड़ 11 अगस्त को उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो रहा है। पीएम मोदी ने दिल्ली में धनखड़ से मुलाकात कर जीत की बधाई दी। धनखड़ राजस्थान से भैरोंसिंह शेखावत के बाद दूसरे शख्स हैं, जो उपराष्ट्रपति बने हैं।

पिछले छह उपराष्ट्रपति चुनावों में धनखड़ की सबसे बड़ी जीत
चुनाव के रिटर्निंग अफसर उत्पल सिंह ने बताया कि कुल 780 वोटर्स में से 725 (92.94%) ने वोट किया। जीत के लिए 356 वोटों की जरूरत थी। कुल वैलिड वोट में से धनखड़ को 74.36% वोट मिले। 1997 के बाद से हुए पिछले छह उपराष्ट्रपति चुनावों में उन्होंने सबसे अधिक अंतर से जीत हासिल की है।पिछले उपराष्ट्रपति चुनाव में एम वेंकैया नायडू को करीब 68% वोट मिले थे। धनखड़ ने इस चुनाव में वेंकैया नायडू को पीछे छोड़ दिया है। 
टीएमसी के दो एमपी ने पार्टी का फैसला नहीं माना
ममता ने टीएमसी के 36 एमपी को वोटिंग से दूर रहने की बात कही थी, लेकिन  शिशिर अधिकारी और दिव्येंदु अधिकारी ने ममता के फैसले के खिलाफ चुनाव में वोट किया। एनडीए कैंडिडेट धनखड़ की जीत के लिए बीजेपी के ही वोट काफी थे। बीजेपी के दोनों सदनों में 394 सांसद हैं। यह बहुमत के आंकड़े 356 से ज्यादा हैं।चुनाव में 55 सांसदों ने वोट नहीं डाला। सपा और शिवसेना के दोबीजेपी एमपी, भाजपा सांसद सनी देओल और संजय धोत्रे ने वोट नहीं किया। कांग्रेस के सीनियर लीडर और राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी कोरोना संक्रमित हैं। वे PPE किट पहन कर संसद भवन पहुंचे और वोट डाला। सिंघवी शुक्रवार को कोविड टेस्ट में पॉजिटिव पाये गये थे।कोरोना संक्रमित हैं। वे PPE किट पहन कर संसद भवन पहुंचे और वोट डाला। शुक्रवार को कोविड टेस्ट में सिंघवी पॉजिटिव पाए गए थे।
780 का निर्वाचन मंडल, 725 सांसदों ने हिस्सा लिया
अभी लोकसभा में 543 सांसद हैं। राज्यसभा में 245 में से आठ सीटें खाली हैं। निर्वाचन मंडल 788 के बजाय 780 सांसदों का था। ममता की पार्टीतृणमूल कांग्रेस ने चुनाव से दूर रहने का फैसला किया था। राज्यसभा और लोकसभा के सांसदों को मिलाकर टीएमसी के 36 एमपी हैं।एनडीए 441 सांसद हैं। एनडीए को पांच मनोनीत सांसदों का भी समर्थन मिला। इस तरह से धनखड़ के पक्ष में पहले से ही 446 वोट थे। एनडीएम के एमपी के अलावा धनखड़ को बीजेडी, YSRC, BSP, TDP, अकाली दल और शिवसेना शिंदे गुट का भी समर्थन मिला। इन दलों के 81 एमपी हैं।

मार्गरेट अल्वा को इन पार्टियों का समर्थन

यूपीए की कैंडिडेट मार्गरेट अल्वा को कांग्रेस, DMK, RJD, NCP और समाजवादी पार्टी के वोट मिले। इन पार्टियों के वोटों की संख्या 139 थी। झारखंड मुक्ति मोर्चा, TRS और आम आदमी पार्टी ने भी अल्वा को वोट देने का फैसला किया था। इन तीनों दलों के 29 एमपीहैं। शिवसेना के उद्धव गुट के नौ एमपी भी अल्वा के साथ थे।

धनखड़ के उपराष्ट्रपति बनने पर पीएम मोदी, होम मिनिस्टर अमित शाह समेत कई नेताओं ने बधाई दी। धनखड़ के उपराष्ट्रपति बनने पर दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में ढोल नगाड़ों के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं जश्न मनाया। मार्गरेट अल्वा ने भी धनखड़ को जीत पर बधाई दी। उन्होंने ट्वीट कर कई विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- दुर्भाग्य से, कुछ विपक्षी दलों ने एकजुट विपक्ष को पटरी से उतारने की कोशिश में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर बीजेपी का समर्थन किया। उन्होंने अपनी विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाया है।