बिहार में चलती रहेगी JDU-BJP गठबंधन गवर्नमेंट ! अमित शाह की नीतीश कुमार से फोन पर हुई बातचीत

बिहार में नीतीश कुमार के सरकार बदलने व बीजेपी छोड़कर आरजेडी के साथ जाने की अटकलें जोरों पर हैं। इस बीच सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह की बिहार के सीएम नीतीश कुमार से फोन पर बात हो गई है। इस बातचीत में एनडीए के दोनों महत्वपूर्ण घटक के बीच विवाद के मुद्दों को सुलझा लिये जाने की चर्चा है। 

बिहार में चलती रहेगी JDU-BJP गठबंधन गवर्नमेंट ! अमित शाह की नीतीश कुमार से फोन पर हुई बातचीत
  • विधानसभा अध्यक्ष व बीजेपी कोटे के कई मिनिस्टर बदलेंगे

नई दिल्ली। बिहार में नीतीश कुमार के सरकार बदलने व बीजेपी छोड़कर आरजेडी के साथ जाने की अटकलें जोरों पर हैं। इस बीच सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह की बिहार के सीएम नीतीश कुमार से फोन पर बात हो गई है। इस बातचीत में एनडीए के दोनों महत्वपूर्ण घटक के बीच विवाद के मुद्दों को सुलझा लिये जाने की चर्चा है। 

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बिहार में अटकलें चल रही हैं कि नीतीश कुमार कई कारणों से बीजेपी से नाराज हैं। वह  एनडीए गठबंधन छोड़कर तेजस्वी यादव की आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन के साथ नई सरकार बना सकते हैं। नीतीश की कांग्रेस प्रसिडेंट सोनिया गांधी से बातचीत होने की चर्चा थी। बाबजूद यह माना जा रहा था कि बीजेपी सेंट्रल लीडरशीप अगर पहल करे तो तो नीतीश मान जायेंगे। ऐसे में अब जब अमित शाह और नीतीश कुमार की फोन पर बात हो गई है। अब काउंटर अटकल शुरू हो गया है कि बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन बना रहेगा। 
स्पीकर विजय सिन्हा व पार्टी के कुछ मिनिस्टर्स को बलि देगी बीजेपी!
कहा जा रहा है कि बिहार विधानसभा में स्पीकर विजय सिन्हा की बलि देकर नीतीश कुमार की जेडीयू के साथ गठबंधन और राज्य में सरकार बचाएगी? सीएम नीतीश कुमार व जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह भी स्पीकर से नाराज हैं। इन सारी नाराजगियों का रास्ता बिहार की एनडीए सरकार में सहयोगी और गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी की तरफ जाता है।इसी नाराजगी के बीच नीतीश कुमार दिल्ली में नीति आयोग की मीटिंग में नहीं गए जिसके बाद तेजी से बदले राजनीतिक घटनाक्रम और बयानबाजी से अटकल शुरू हो गई कि नीतीश एनडीए और बीजेपी को छोड़कर तेजस्वी यादव के आरजेडी महागठबंधन के साथ सरकार बना सकते हैं। सीएम पद पर बने रह सकते हैं। नीतीश की नाराजगी को लेकर अनुमान ही लगाया जा सकता है क्योंकि वो ऐसे मसलों पर खुलकर कभी बोलते नहीं हैं। सबको उनके हाव-भाव, मिलने-जुलने से अंदाजा लगाना पड़ता है। 

विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा बीजेपी के लखीसराय से एमएलए हैं। विगत मार्च के महीने में सीएम नीतीश कुमार से सदन के अंदर उनकी तीखी बहस हो गई थी। लखीसराय के एक पुलिस केस को लेकर सदन में सवाल-जवाब ने ऐसा रूप ले लिया कि नीतीश ने आपा खो दिया। सीएम गुस्से में  स्पीकर को भी संविधान की याद दिलाने लगे। नीतीश तब से विजय सिन्हा को लेकर नाराज हैं। वैसे नाराजगी और भी कई चीजों को लेकर है, चाहे वो जाति गणना हो या फिर जनसंख्या नियंत्रण कानून की बात हो, या बिहार को विशेष राज्य का दर्जा जैसे मसले। लेकिन अगर नीतीश सचमुच नाराज हैं और बीजेपी को बिहार में सरकार बनाने के लिए उन्हें मनाना है तो बीजेपी को कुछ ना कुछ तो सुनना होगा, कुछ समझना होगा, कुछ बलि भी देनी होगी। ऐसे में विजय सिन्हा भी एक मसला हैं जिनसे नीतीश असहज हैं। वह ऐसा सदन चाहते हैं जिसमें अध्यक्ष के आसन से सरकार पर सवाल ना उठाया जाए।

बीजेपी के कई मिनिस्टर भी हटेंगे

नीतीश बीजेपी के कुछ मिनिस्टर के खिलाफ लगे आरोपों से नाराज हैं। आरजेडी से बीजेपी में आकर मिनिस्टर बने उत्तर बिहार के एक लीडर समेत तीनसेचार मिनिस्टर को हटाने का बीजेपी  पर दबाब है। बीजेपी इन मिनिस्टर को हटाकर नीतिश को मना सकती है। कहा जा रहा है कि स्पीकर विजय सिन्हा को संगठन में अहम जिम्मेवारी दी जा सकती है।

 हाई वोल्टेज राजनीतिक मीटिंग आज
पटना में मंगलवार को हाई वोल्टेज राजनीतिक मीटिंग हैं। नीतीश कुमार ने जेडीयू विधायक दल के साथ-साथ एमपी की भी मीटिंग बुलाया है। लालू यादव की आरजेडी के विधायक दल की मीटिंग सोमवार को होनी थी लेकिन वो मंगलवार सुबह के लिए टल गई है। कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग सोमवार की शाम हुई है। इसमें भाग लेने प्रदेश के प्रभारी भक्त चरण दास भी पहुंचे थे। नीतीश की इसी गहमागमी के बीच रविवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन पर बात हुई थी।

RCP के JDU से इस्तीफे के बाद राजनीतिक हलचल
एक्स सेंट्रल  मिनिस्टर आरसीपी सिंह के जेडीयू से इस्तीफा देने के बाद बिहार में राजनीतिक हलचल तेज हो गई हैं। जेडीयू के कुछ नेताओं ने आरसीपी सिंह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस्तीफे के बाद कहा कि नीतीश कुमार सात जन्म भी पीएम नहीं बन पायेंगे। जेडीयू डूबता जहाज है। इसके बाद जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने भी आरसीपी पलटवार करते हुए हमला बोला। उन्होंने कहा कि आरसीपी सिंह का तन जदयू में और मन कहीं और था। ललन सिंह ने कहा कि देर-सबेर आरसीपी सिंह को इस पार्टी से जाना ही था। आरसीपी को दूसरा चिराग मॉल कहा। 

नीतीश की आरजेडी के साथ सरकार बनाने की चर्चा 
बिहार में आरजेडी और जेडीयू के मिलकर सरकार बनाने की चर्चा जोरों पर है। चर्चा है कि नीतीश कुमार बीजेपी का साथ छोड़कर लालू यादव की राजद का हाथ एक बार फिर थाम सकते हैं। हालांकि, राजद के प्रदेश अध्यक्ष ने साफ इनकार कर दिया है कि आरजेडी और जेडीयू का गठबंधन नहीं होगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि नीतीश कुमार के साथ हम सरकार नहीं बनायेंगे।