हर्ट पेसेंट को लेनी होगी अब सिर्फ एक गोली, तीन दवाओं की कंबाइंड डोज बनेगी संजीवनी

वर्ल्ड हर्ट डे पर हर्ट के पेसेंट के लिए अच्छी खबर आयी है। अब कि उन्हें जीवन भर तीन-चार दवाएं खाने से छुटकारा मिलेगा। हाल ही में WHO ने हार्ट अटैक के इलाज के लिए तीन दवाओं की कंबाइंड डोज की पालीपिल को आवश्यक दवाओं की लिस्ट में शामिल किया है। 

हर्ट पेसेंट को लेनी होगी अब सिर्फ एक गोली, तीन दवाओं की कंबाइंड डोज बनेगी संजीवनी

नई दिल्ली। वर्ल्ड हर्ट डे पर हर्ट के पेसेंट के लिए अच्छी खबर आयी है। अब कि उन्हें जीवन भर तीन-चार दवाएं खाने से छुटकारा मिलेगा। हाल ही में WHO ने हार्ट अटैक के इलाज के लिए तीन दवाओं की कंबाइंड डोज की पालीपिल को आवश्यक दवाओं की लिस्ट में शामिल किया है।

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AIIMS के कार्डियोलाजी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ. अंबुज राय ने कहा कि हार्ट अटैक के पसेंट को तीन दवाएं जीवन भर लेनी होती है। इसमें खून को पतला करने, कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल रखने के लिए स्टैटिन और बीटा ब्लाकर दवा शामिल होती है। देखा गया है कि थोड़ा ठीक होने के बाद बहुत पेसेंट दवायें लेना कम या बंद कर देते हैं। कई बार भूल से भी दवायें छूट जाती है। हार्ट अटैक के पुराने पेसेंट को तीन दवाओं की एक गोली पालीपिल के इस्तेमाल से इलाज को लेकर विदेश में लंबे समय तक शोध हुआ। इसमें पाया गया है कि पहले हार्ट अटैक से पीड़ित रह चुके पेसेंट में कंबाइंड डोज की दवा से 33 परसेंट मौतें कम की जा सकती है।
तीन दवाओं की जगह लेनी होगी एक गोली
यही कारण है कि डब्ल्यूएचओ ने वैश्विक स्तर पर इस दवा के इस्तेमाल के लिए आवश्यक दवाओं की सूची में शामिल किया है। इसी आधार पर ही देश भी राष्ट्रीय आवश्यक दवाओं की सूची में दवाएं शामिल की जाती है।ऐसे में उम्मीद है कि आने वाले समय में यहां भी यह दवा राष्ट्रीय आवश्यक दवाओं की सूची में शामिल हो सकती है। इससे दवा सस्ती भी हो जायेगी। इलाज में बड़े स्तर पर इसका इलाज भी हो सकेगा। तीन दवा की जगह एक दवा लेना पेसेंट के लिए ज्यादा आसान है। इसलिए पेसेंट के लिए दवा लेने की प्रक्रिया बेहतर हो जायेगी।