गोवा: कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष माइकल लोबो पद से हटाया, साजिश का आरोप, नौ MLA के बीजेपी में जाने की अटकलें

बीजेपी गोवा में कांग्रेस में सेंधमारी करने जा रही है। कांग्रेस के नौ एमएलए के बीजेपी में जाने की अटकले तेज हो गयी है। चार एमएलए सीएम प्रमोद सावंत से भी मिल चुके हैं।वहीं  कांग्रेस हाईकमान ने रविवार को नेता प्रतिपक्ष के पद से माइकल लोबो को हटा दिया है। बीजेपी से डील के पीछे लोबो और एक्स सीएम दिगंबर कामत मुख्य भूमिका में बताये जा रहे हैं।

गोवा: कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष माइकल लोबो पद से हटाया, साजिश का आरोप, नौ MLA के बीजेपी में जाने की अटकलें
  • चार कांग्रेस एमएलए सीएम से मिले
  • कांग्रेस नेता का आरोप 40 करोड़ के ऑफर का दावा

पणजी। बीजेपी गोवा में कांग्रेस में सेंधमारी करने जा रही है। कांग्रेस के नौ एमएलए के बीजेपी में जाने की अटकले तेज हो गयी है। चार एमएलए सीएम प्रमोद सावंत से भी मिल चुके हैं।वहीं  कांग्रेस हाईकमान ने रविवार को नेता प्रतिपक्ष के पद से माइकल लोबो को हटा दिया है। बीजेपी से डील के पीछे लोबो और एक्स सीएम दिगंबर कामत मुख्य भूमिका में बताये जा रहे हैं।

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लोबो कांग्रेस से पहले बीजेपी में ही थे। विधानसभा चुनाव से एक महीने पहले जनवरी 2022 में ही उन्होंने प्रमोद सावंत कैबिनेट से इस्तीफा देने के एक दिन बाद कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया था। उनके साथ उनकी वाइफने भी कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। 
कांग्रेस की मीटिंग में सिर्फ तीन एमएलए पहुंचे
गोवा में कांग्रेस के 11 एमएलए हैं। बगावत सात बजे इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी। इसमें गिरीश चोडनकर, दिनेश राव,और अमित पाटकर ही पहुंचे थे। दिगंबर कामत, माइकल लोबो, दलीला लोबो, एलेक्सियो सेक्विरा, केदार नाइक, राजेश फलदेसाई, कार्लोस अल्वारेस, एल्टन डकोस्टा,यूरी अलेमो बैठक में नहीं आएं। एक्स सीए मदिगंबर कामत और विपक्ष के नेता माइकल लोबो समेत कांग्रेस के नौ एमएलए के बीजेपी में जाने की अटकलें हैं। 
कांग्रेस एमएलए को 40 करोड़ का दिया गया ऑफर

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, गोवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने दावा किया है कि एमएलए को बीजेपी में शामिल होने के लिए 40 करोड़ रुपये की पेशकश की गई है। चोडनकर ने बताया कि बिजनेसमैन और कोयला माफियाओं द्वारा कांग्रेस एमएलए को फोन किया जा रहा है। बीजेपी ने जिन तीन एमएलए से से संपर्क किया है, उन्होंने कांग्रेस के गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव से इस बात का खुलासा किया। गुंडू राव ने कहा कि एमएलए को तोड़ने के पीछे विपक्ष के नेता माइकल लोबो और एक्स एमएलए दिगंबर कामत की भूमिका सामने आई है। लोबो को पार्टी ने पेता प्रतिपक्ष के पद से हटा दिया है। कामत के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी।
बीजेपी ने आरोपों को खारिज किया
हालांकि बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज कर दिया है। गोवाअध्यक्ष सदानंद तनावडे ने कहा कि कांग्रेस का आरोप निराधार है।
नाराज एमएलए को मनाने में जुटी कांग्रेस
बताया जाता है कि कांग्रेस में नाराज एमएलए को मनाने की कोशिश जारी है। AICC गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव विधायकों को मनाने में जुटे हुए हैं। हालांकि गुंडू राव ने कहा कि कल हमने गोवा में CLP की बैठक की थी। पार्टी के सभी एमएलए एक साथ हैं। बीजेपी हमारे विधायकों को डराने-धमकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने इस बात का खंडन किया है कि कांग्रेस के कुछ एमएलए दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं।गोवा में कांग्रेस में फूट रोकने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुकुल वासनिक को गोवा भेजा है। 

2019 में भी कई कांग्रेस एमएलए ने छोड़ी थी पार्टी
इससे पहले 2019 में भी कांग्रेस के 15 में से 10 एमएलए बीजेपी में शामिल हुए थे। इसमें नेता विपक्ष चंद्रकांत कावलेकर भी शामिल थे। गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने कांग्रेस के सभी बागी एमएलए को BJP में शामिल करवाया था। 2019 में BJP जॉइन करते ही चंद्रकांत कावलेकर को डिप्टी सीएम बनाया गया था।
बहुमत के लिए एक सीट से दूर है बीजेपी
गोवा विधानसभा में 40 सीटें हैं। कांग्रेस के पास 11 और बीजेपी के पास 20 एमएलए हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी के दो, निर्दलीय तीन एमएलए हैं। गोवा विधानसभा चुनाव 2022 में राज्य में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला था। BJP को राज्य की कुल 40 में से 20 सीटें मिली थीं, जबकि बहुमत का आंकड़ा 21 है। इस तरह गोवा में बीजेपी पूर्ण बहुमत से महज एक कदम दूर रह गई। हालांकि भाजपा नेताओं ने निर्दलीय के सहयोग से राज्य में सरकार बना ली थी।

दोनों डिप्टी सीएम हारे थे चुनाव
पिछले चुनाव में गोवा के दोनों डिप्टी सीएम कांग्रेस के उम्मीदवार से चुनाव हार गए थे। डिप्टी सीएम मनोहर अजगांवकर को विपक्ष के नेता व कांग्रेस उम्मीदवार दिगंबर कामत ने मडगांव विधानसभा सीट से करीब 6,000 मतों से हराया था।दूसरे डिप्टी सीएम चंद्रकांत कावलेकर क्यूपेम सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अल्टोन डी'कोस्टा से हार गए थे। वह 2017 में कांग्रेस के टिकट पर यहां से जीते थे। इसके बाद वह नौ कांग्रेस विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हुए थे। उन्हें डिप्टी सीएम गया था। पहली बार इस सीट से चुनाव लड़ने वाले कोस्टा ने कावलेकर को तीन हाजर से अधिक मतों के अंतर से हराया था।