गिरिडीह: भाकपा माओवादियों का उत्पात, विस्फोट कर मधुबन और खुखरा में उड़ाया मोबाइल टावर

भाकपा माओवादियों ने राज्य के नक्सल प्रभावित गिरिडीह जिले शुक्रवार की देर रात दो मोबाइल टावर विस्फोट कर उड़ा दिया है। पीरटांड के मधुबन और खुखरा पुलिस स्टेशन एरिया के महुआटांड में विस्फोट कर जियो का दो मोबाइल टावर को उड़ाये जाने से इलाके में मोबाइल सेवा प्रभावित हो गयी है।

गिरिडीह: भाकपा माओवादियों का उत्पात, विस्फोट कर मधुबन और खुखरा में उड़ाया मोबाइल टावर

गिरिडीह। भाकपा माओवादियों ने राज्य के नक्सल प्रभावित गिरिडीह जिले शुक्रवार की देर रात दो मोबाइल टावर विस्फोट कर उड़ा दिया है। पीरटांड के मधुबन और खुखरा पुलिस स्टेशन एरिया के महुआटांड में विस्फोट कर जियो का दो मोबाइल टावर को उड़ाये जाने से इलाके में मोबाइल सेवा प्रभावित हो गयी है।

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माओवादियों ने दोनों स्थानों पर नक्सली पर्चा भी छोड़ा है। पर्चा में नक्सली नेता प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी का विरोध जताया है। नक्सली प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मरांडी को जेल में बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया नहीं कराने, जेल में यातना दिए जाने का आरोप लगाया है। इसके विरोध 21 जनवरी से झारखंड बिहार में छह दिवसीय प्रतिरोध दिवस मनाने व 27 को झारखंड -बिहार बंद करने की घोषणा रखी है। सूचना पाकर शुक्रवार एएसपी गुलशन तिर्की,एसडीपीओ मनोज कुमार और डुमरी इंपेक्टर आदिकांत महतो पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच छानबीन की है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस घटना को 15 लाख के इनामी नक्सली कृष्णा हांसदा के दस्ते ने अंजाम दिया है।

जेल में यातनाएं झेल रहे हैं प्रशांत बोस व शीला मरांडी
भाकपा माओवादी संगठन द्वारा पूर्व में जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया था कि पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस और केंद्रीय कमेटी सदस्य उनकी पत्नी शीला मरांडी दोनों जीवन साथी है। ये दोनों कई गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। दोनों की गिरफ्तारी के लगभग दो महीने हो गये हैं। दोनों जेल में यातनाएं झेल रहे हैं, लेकिन सरकार की तरफ से दोनों को अब तक कोई बेहतर स्वास्थ्य सेवा सुविधा मुहैया नहीं कराई गई है। इसके विरोध में 21 जनवरी से लेकर 26 जनवरी तक प्रतिरोध दिवस और 27 जनवरी को एक दिवसीय बिहार- झारखंड बंद को सफल करें।
बौखलायें हैं नक्सली

पुलिस द्वारा एक करोड़ के इनामी पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस उर्फ किशन, सेंट्रल कमेटी सदस्य शीला मरांडी सहित छह उग्रवादियों की गिरफ्तारी, इसके बाद 10 लाख रुपये के इनामी माओवादी महाराज प्रमाणिक सहित दस्ते के पांच उग्रवादियों के सरेंडर करने से एरिया में नक्सली कमजोर हुए हैं। सरेंडर करने वाले नक्सली महाराज प्रमाणिक, बैलून सरदार, सूरज सरदार, सूरज की पत्नी और अनल के अंगरक्षक नक्सल प्रभावित इलाकों के लिए दुर्दांत माने जाते रहे हैं। सरायकेला खरसावां पश्चिमी सिंहभूम खूंटी और रांची के जंक्शन क्षेत्र में इनकी बदौलत कभी नक्सलियों की तूती बोलती थी। महाराज प्रमाणिक ने सरेंडर के समय बताया था कि अब उस एरिया में नक्सली बेहद कमजोर पड़ गये हैं।

अनल व मिसिर बेसरा पुलिस के लिए चुनौती
एक करोड़ का इनामी माओवादी अनल उर्फ पति राम मांझी तथा मिसिर बेसरा पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। अपने हार्डकोर कैडर को होने के बाद इन दोनों के दस्ते ने पुलिस को मात देने की कई बार नाकाम कोशिश कर दी है। पुलिस भी अलर्ट है। जनता का भी सहयोग नहीं मिल रहा है। इससे नक्सली बौखला हुए हैं।