झरिया में गरबा-डांडिया का जलवा: मारवाड़ी युवा मंच की प्रतियोगिता में सागर वर्मा और नेहा जालान बने विजेता
झारखंड के धनबाद के झरिया में मारवाड़ी युवा मंच ने नवरात्रि पर डांडिया/गरबा और सिंदूर खेला प्रतियोगिताओं का आयोजन किया। 38 वीडियो और 94 फोटो प्रविष्टियों के बीच विजेताओं की घोषणा हुई। कार्यक्रम ने परंपरा और आधुनिकता का सुंदर संगम पेश किया।

धनबाद। झारखंड के झरिया में नवरात्रि की रंगीन रोशनी के बीच मारवाड़ी युवा मंच – झरिया शाखा द्वारा आयोजित डांडिया/गरबा वीडियो एवं फोटो प्रतियोगिता ने पूरे शहर का दिल जीत लिया।
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यह आयोजन मां सिद्धिदात्री को समर्पित था, जिसमें 38 वीडियो और 94 फोटो प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं। इन प्रविष्टियों ने नवरात्रि की उमंग, आस्था और उत्साह को बखूबी प्रदर्शित किया।कार्यक्रम संयोजक पूनम भुसानिया ने बताया कि निर्णायक मंडल द्वारा सभी प्रविष्टियों का सूक्ष्म मूल्यांकन करने के बाद विजेताओं की घोषणा की गयी।
वीडियो प्रतियोगिता में
प्रथम स्थान — सागर वर्मा एवं समूह
द्वितीय स्थान — जिज्ञाषा उदानी
तृतीय स्थान — वर्षा कुमारी
फोटो प्रतियोगिता में
प्रथम स्थान — नेहा जालान
द्वितीय स्थान — राशि उदानी
तृतीय स्थान — शुभश्री बनर्जी
सभी प्रतिभागियों को ई-प्रमाणपत्र प्रदान किये जायेंगे और शीर्ष विजेताओं को मंच द्वारा सम्मानित भी किया जायेगा।
सिंदूर खेला फोटो प्रतियोगिता ने मन मोह लिया
विजयादशमी के शुभ अवसर पर “सिंदूर खेला – शक्ति और परंपरा का उत्सव” विषय पर आयोजित फोटो प्रतियोगिता में भी झरिया की महिलाओं ने परंपरा की जीवंत झलक पेश की। कुल 38 प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं, जिसमें सांस्कृतिक सौंदर्य और नारी शक्ति का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला।
प्रथम स्थान — श्रीमती हनी कटेसरिया
द्वितीय स्थान — श्रीमती ट्विंकल चाँदोक
तृतीय स्थान — श्रीमती कल्पना वर्मा
मंच का आभार और संदेश
मारवाड़ी युवा मंच – झरिया शाखा ने सभी प्रतिभागियों और निर्णायकों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। विशेष रूप से प्रांतीय अध्यक्ष विषाल पाडिया, प्रांतीय सहायक मंत्री स्नेहा अग्रवाल और प्रांतीय संयोजक कविता अग्रवाल को कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया गया।
विवेक जालुका, कार्यक्रम संयोजक ने कहा —“यह मंच न केवल हमारी परंपराओं को सहेजने का कार्य कर रहा है, बल्कि युवाओं को अपनी कला और संस्कृति प्रस्तुत करने का अवसर भी प्रदान कर रहा है। आने वाले समय में मंच इसी तरह के रचनात्मक आयोजनों के माध्यम से समाज में सकारात्मक ऊर्जा फैलाता रहेगा।”
सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक
नवरात्रि के इस अवसर पर डांडिया और सिंदूर खेला जैसी प्रतियोगिताओं ने न सिर्फ झरिया बल्कि पूरे धनबाद जिले में उत्सव का माहौल बना दिया। हर तस्वीर और वीडियो में आस्था, रंग और संस्कृति की झलक दिखाई दी — जिसने यह साबित कर दिया कि आधुनिकता के दौर में भी परंपरा का रंग फीका नहीं पड़ा है।