Jharkhand: गैंगस्टर सुजीत सिन्हा की जेल बदली! अब मेदिनीनगर नहीं, साहिबगंज में काटेगा दिन

गैंगस्टर सुजीत सिन्हा को मेदिनीनगर सेंट्रल जेल से साहिबगंज जेल शिफ्ट किया जा रहा है। जेल IG ने आदेश जारी कर दिए हैं। सुरक्षा कारणों से यह फैसला लिया गया है, क्योंकि सुजीत के गिरोह के कई सदस्य पलामू में सक्रिय हैं। NIA उसके खिलाफ दर्ज मामलों की जांच कर रही है। पलामू जेल प्रशासन को ट्रांसफर के दौरान कड़ी सुरक्षा बरतने का निर्देश दिया गया है।

Jharkhand: गैंगस्टर सुजीत सिन्हा की जेल बदली! अब मेदिनीनगर नहीं, साहिबगंज में काटेगा दिन
गैंगस्टर सुजीत सिन्हा (फाइल फोटो)।
  • जेल IG ने जारी किया आदेश

पलामू। झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा को मेदिनीनगर सेंट्रल जेल से साहिबगंज जेल शिफ्ट किया जायेगा। जेल महानिरीक्षक (IG) ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। पलामू सेंट्रल जेल के अधीक्षक भागीरथ कार्जी ने आदेश की पुष्टि करते हुए बताया कि सुजीत सिन्हा को स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।
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क्यों बदली जा रही है जेल?
सूत्रों के अनुसार, सुजीत सिन्हा मेदिनीनगर के रेडमा का रहने वाला है और उसके गिरोह के कई सदस्य पलामू व आसपास के इलाकों में सक्रिय हैं। पलामू के डीआईजी और जेल अधीक्षक ने मुख्यालय को एक रिपोर्ट भेजकर सुझाव दिया था कि कानून-व्यवस्था की दृष्टि से सुजीत सिन्हा को किसी अन्य जेल में शिफ्ट किया जाए।रिपोर्ट को मंजूरी देते हुए जेल IG ने इसे प्रशासनिक दृष्टि से आवश्यक कदम बताया और पलामू के डीसी, एसपी और जेल प्रशासन को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का निर्देश दिया है।
 कई जिलों में दर्ज हैं गंभीर मामले
गैंगस्टर सुजीत सिन्हा पर झारखंड के कई जिलों — रांची, हजारीबाग, लातेहार, चतरा, रामगढ़ और पलामू — में दर्जनों गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। केवल पलामू जिले में ही 20 से अधिक केस दर्ज हैं।राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी उसके खिलाफ दर्ज कुछ मामलों की जांच कर रही है।
 पहले भी हो चुका है स्थानांतरण
गौरतलब है कि सुजीत सिन्हा को इसी साल 10 अगस्त 2025 को चाईबासा जेल से मेदिनीनगर सेंट्रल जेल लाया गया था। अब फिर से उसे साहिबगंज जेल भेजा जा रहा है, जहां उसकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जायेगी।
सुरक्षा व्यवस्था सख्त
स्थानांतरण के दौरान पुलिस की विशेष टीम, बुलेटप्रूफ वाहनों और एस्कॉर्ट दल की तैनाती की जायेगी। प्रशासन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि ट्रांसफर प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो।