BJP एमपी निशिकांत दुबे और उनकी वाइफ के खिलाफ FIR, प्राइवेट मेडिकल कॉलेज को फर्जी तरीके से हड़पने का आरोप 

झारखंड के देवघर जिले में एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल को फर्जी तरीके से हड़पने का आरोप बीजेपी एमपी निशिकांत दुबे व उनकी वाइफ अनामिका गौतम समेत अन्य लोगों पर लगा है। मामले में जीसीडीह पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है। निशिकांत दुबे ने राजनीतिक बदले की भावना से उन्हें फंसाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यदि वह दोषी साबित हुए तो राजनीति छोड़ देंगे।

BJP एमपी निशिकांत दुबे और उनकी वाइफ के खिलाफ FIR, प्राइवेट मेडिकल कॉलेज को फर्जी तरीके से हड़पने का आरोप 
निशिकांत दूबे (फाइल फोटो)।

देवघर। झारखंड के देवघर जिले में एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल को फर्जी तरीके से हड़पने का आरोप बीजेपी एमपी निशिकांत दुबे व उनकी वाइफ अनामिका गौतम समेत अन्य लोगों पर लगा है। मामले में जीसीडीह पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है। निशिकांत दुबे ने राजनीतिक बदले की भावना से उन्हें फंसाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यदि वह दोषी साबित हुए तो राजनीति छोड़ देंगे।
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FIR,के अन्य आरोपियों में राजबीर कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, बीर कुमार अग्रवाल, विमल कुमार अग्रवाल, पुनीत कुमार अग्रवाल, देवता कुमार पांडेय के नाम शामिल हैं। एक अननोन को भी आरोपी बनाया गया है। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, शिव दत्त शर्मा नाम के व्यक्ति ने देवघर जिले के जसीडीह पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई है। इसमें आरोप लगाया गया है कि निशिकांत दुबे और उनकी वाइफ ने उससे जुड़े बाबा बैद्यनाथ मेडिकल ट्रस्ट के माध्यम से, उसके संस्थान से संबंधित दस्तावेजों का दुरुपयोग करके नीलामी के माध्यम से अस्पताल को हड़प लिया। शिवदत्त शर्मा ने परित्राण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के लिए 53 करोड़ रुपये लोन की मंजूरी वर्ष 2009 में पंजाब नेशनल बैंक की अगुवा गु ई में बैंकों के एक संघ से प्राप्त की। किसी वजह से मेडिकल कॉलेज चालूनहीं सका। इससे उनका लोन अकाउंट एनपीए घोषित कर दिया गया। कंपलेनेंट के अनुसार, एमपी निशिकांत दुबे और उनकी पत्नी अनामिका गौतम ने कॉलेज को वित्तीय संकट से उबारने का आश्वासन दिया।

शिवदत्त ने आरोप लगाया है कि निशिकांत दुबे ने उससे 20 लाख रुपये लिए थे। उसको वित्तीय संकट से बाहर निकालने के लिए एक साथी ढूंढनेका भरोसा दिया था, लेकिन इसके बजाय उन्होंने पिछले वर्ष दिसंबर में इस मेडिकल कॉलेज को नीलामी के लिए रख दिया। इसमें बाबा बैद्यनाथ मेडिकल ट्रस्ट एकमात्र बोली लगानेवाला था। आरोपों के अनुसार, बाबा बैद्यनाथ मेडिकल ट्रस्ट ने लगभग 60 करोड़ रुपयों पर नीलामी की अनुमति प्राप्त कर ली।
अब पुलिस का कहना हैकि मामलेमेंप्राथमिकी दर्जकर ली गई है। 

झारखंड कांग्रेस ने एक्स पर लिखा- करोड़ों का मेडिकल कॉलेज हड़पने के आरोप में बीजेपी प्रत्याशी निशिकांत दुबे के खिलाफ जसीडीह पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज। निशिकांत दुबे ने पलटवार करते हुए कहा कि यह मेरे उपर 44वां केस है। झारखंड में कांग्रेस और झामुमो की सरकार बनने के बाद मेरे ऊपर केस करते-करते हेमंत सोरेन जेल जा चुके हैं। अब CBI कोर्ट से भगौड़ा घोषित एक क्रिमिनल जिसके ऊपर मर्डर, डकैती, रेप और बैंक को चूना लगाने के दर्जनों केस लंबित हैं, उसको लेकर आए हैं… यदि झारखंड पुलिस यह (आरोप) साबित कर दे तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। यह मेडिकल कॉलेज डीआरटी कोर्ट की नीलामी में खरीदा गया था। झारखंड हाई कोर्ट ने इसे मंजूरी दे दी है। मैं इसका ट्रस्टी नहीं हूं। मैं बीजेपी का सिपाही हूं।