Diwali 2025: 71 साल बाद बन रहे पांच महासंयोग, जानें लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त, राशि अनुसार खरीदें ये चीजें

दीपावली 2025 पर 71 साल बाद बन रहे हैं पांच महासंयोग। जानें लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त, राशि अनुसार खरीदारी और दान के उपाय। मां लक्ष्मी की कृपा पाने का सही तरीका पढ़ें Threesocieties.com पर।

Diwali 2025: 71 साल बाद बन रहे पांच महासंयोग, जानें लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त, राशि अनुसार खरीदें ये चीजें
धन, सफलता और खुशहाली लाने वाल दीवाली।

नई दिल्ली। इस साल की दीपावली (Diwali 2025) बेहद खास है क्योंकि 71 वर्ष बाद पांच महासंयोग एक साथ बन रहे हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस वर्ष रवि योग, शश योग, मालव्य योग, केदार योग और बुधादित्य योग का संयोग रहेगा। ये सभी योग धन, सफलता और खुशहाली लाने वाले माने जाते हैं।
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लक्ष्मी पूजन का सबसे शुभ समय प्रदोष काल में बताया गया है, जो शाम 5:30 बजे से रात 8:00 बजे तक रहेगा। इस दौरान मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर देव की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होगा। इस बार बृहस्पति अपने उच्च स्थान कर्क राशि में रहेंगे, जो लक्ष्मी पूजन के लिए अत्यंत शुभ स्थिति है।

दीपावली की तिथि व मुहूर्त (Diwali 2025 Date & Time)

दीपावली की तिथि: 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार)

लक्ष्मी पूजन का समय: शाम 5:45 से 8:20 बजे तक

निशीथ काल पूजन: रात 8:20 से 10:55 बजे तक

महानिशा काल: रात 10:50 से 1:30 बजे तक

राशि अनुसार करें शुभ खरीदारी 
राशि क्या खरीदें
मेष तांबे या लाल रंग की वस्तुएं, चांदी के सिक्के
वृषभ श्री यंत्र, गोमती चक्र, हीरा
मिथुन धार्मिक पुस्तकें, कांसे के बर्तन
कर्क चांदी के सिक्के, शंख या मोती
सिंह सोने के आभूषण, माणिक, तांबे के बर्तन
कन्या पन्ना रत्न, गणेश प्रतिमा
तुला चांदी की पादुका या श्री लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति
वृश्चिक तांबे या पीतल के बर्तन
धनु सोना, हल्दी की गांठ, धार्मिक ग्रंथ
मकर स्टील के बर्तन, नीलम रत्न
कुंभ इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं, नीलम
मीन स्फटिक श्री यंत्र, सोने/चांदी के सिक्के
राशि अनुसार करें दान, आयेगी लक्ष्मी की कृपा
मेष: लाल वस्त्र या मसूर दाल

वृषभ: चावल या दही

मिथुन: हरे वस्त्र, मिठाई

कर्क: दूध, सफेद मिठाई

सिंह: गुड़, वस्त्र

कन्या: हरी सब्जियां, कांसे का बर्तन

तुला: पुस्तक, दही या सफेद वस्त्र

वृश्चिक: गुड़ या शहद

धनु: पीले वस्त्र, केसर वाली खीर

मकर: उड़द दाल, कंबल

कुंभ: लाल गुलाल, हरी सब्जियां

मीन: हल्दी, बेसन या कंबल

दीपावली पर झाड़ू खरीदने का महत्व

झाड़ू को धन का प्रतीक माना गया है। दीपावली पर नई झाड़ू खरीदने से घर की दरिद्रता और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। इसे हमेशा छिपाकर रखें और पैर न लगाएं। पुरानी झाड़ू को पूजा से एक दिन पहले हटा देना शुभ माना जाता है।

लक्ष्मी पूजन की विधि

घर की साफ-सफाई कर चौकी पर लाल वस्त्र बिछाएं।

मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर की मूर्ति स्थापित करें।

श्री सूक्त, लक्ष्मी सूक्त और कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें।

श्रृंगार अर्पण के बाद दीपक जलाकर आरती करें।

दीवाली 2025 डेट और टाइम 
वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह की अमावस्या तिथि की शुरुआत 20 अक्टूबर को तीन बजकर 44 मिनट से होगी। वहीं, इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 21 अक्टूबर को पांच बजकर 54 मिनट पर होगा। ऐसे में 20 अक्टूबर को दीवाली मनाई जायेगी।दीवाली के दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम को सात सात बजकर 08 मिनट से 08 बजकर 18 मिनट तक है। इस दौरान किसी भी समय पूजा-अर्चना कर सकते हैं।
 दूर करें आर्थिक तंगी
अगर आप लंबे समय से आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं,तो इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए दीवाली का दिन शुभ माना जाता है। इस दिन शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें और उन्हें कौड़ी चढ़ाएं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस उपाय को करने से आर्थिक तंगी दूर होती है और धन लाभ के योग बनते हैं।
ऐसे प्राप्त करें मां लक्ष्मी की कृपा
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए दीवाली की पूजा के दौरान देवी लक्ष्मी को एकाक्षी नारियल अर्पित करें। जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना करें। इस मंत्र 'ॐ ह्री श्रीं क्रीं श्रीं क्रीं क्लीं श्रीं महालक्ष्मी मम गृहे धनं पूरय पूरय चिंतायै दूरय दूरय स्वाहा' का जप करें। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही रुके हुए काम पूरे होते हैं।

अस्वीकरण: इस लेख में बताये गये उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। थ्री सोसाईटीज यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। थ्री सोसाईटीज अंधविश्वास के खिलाफ है।