धनबाद: महुदा BJP और कांग्रेस समर्थकों के बीच हिंसक झड़प, फायरिंग
महुदा पुलिस स्टेशन एरिया के तारगा पंचायत बुधवार को बीजेपी एमएलए ढुल्लू महतो और कांग्रेस समर्थकों के बीच जमीन विवाद को लेकर हिंसक झड़प हुई है। मारपीट में में दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गये।
धनबाद। महुदा पुलिस स्टेशन एरिया के तारगा पंचायत बुधवार को बीजेपी एमएलए ढुल्लू महतो और कांग्रेस समर्थकों के बीच जमीन विवाद को लेकर हिंसक झड़प हुई है। मारपीट में में दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गये। घटना की सूचना मिलते डीएसपी निशा मुर्मू व आसपास के पुलिस स्टेशनों की पुलिस मौके पर पहुंच गयी।
बताया जाताा है कि जमीन को लेकर दो पक्षों के बीच कई दिनों से विवाद चल रहा है। दोनों पक्ष बुधवार कोआपस में भिड़ गये। इस दौरान जमकर लात-घूसे और पत्थर चले। पिस्टल से कई राउंड फायरिंग भी की गई। कुछ देर के लिए इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। फायरिंग से भगदड़ मच गई। डीएसपी व पुलिस स्टेशन की पुलिस पहुंचने के बाद उपद्रवी भागने लगे। घायलों को इलाज के लिए हॉस्पीटल में एडमिट कराया गया है।मौके से एक खोखा बरामद हुआ है। मारपीट में आधा दर्जन से अधिक लोगों को चोट आई है। सभी को पुलिस ने इलाज के लिए धनबाद भेजा है। घायलों में एक पक्ष के ऊपर देवघरा निवासी संतोष रवानी, वहीं दूसरे पक्ष के हराधन महतो, हरिपद महतो, खगपति महतो, वीरेंद्र महतो, मनोरंजन महतो सहित अन्य शामिल हैं।
विवाद का कारण
संतोष रवानी बुधवार सुबह अपनी खरीदी हुई जमीन पर चारदीवारी बनवा रहे थे। इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोग हराधन महतो के नेतृत्व में वहां पहुंचकर काम बंद करने को कहा। दोनों पक्षों में विवाद बढ़ गया। सूचना पाकर तारगा बस्ती के कुछ लोग वहां पहुंचे तथा बातचीत के माध्यम से दोनो पक्षों के बीच समझौता कराने का प्रयास किया। अभी बातचीत चल ही रही थी कि पीछे से कुछ लोग शोर मचाने लगे। दोनों पक्षों में मारपीट होने लगी। इसी दौरान ताबड़तोड़ फायरिंग की गई।
डीएसपी ने कराई जांच
डीएसपी निशा मुर्मू ने अंचल ऑफिस से स्टाफ को बुलाकर जमीन की जांच करायी। कर्मचारी विवेकानंद चौधरी ने बताया कि जमीन रैयती है। संतोष रवानी ने अपनी पत्नी के नाम से खरीदा है। इसका रसीद भी कट चुका है। संतोष रवानी ने बताया कि फरवरी माह में भी दूसरे पक्ष के लोगों ने विवाद किया था। इस मामले में महुदा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया था। जांच के बाद अफसरों से आदेश मिलने के बाद जमीन पर पुन: काम शुरू किया। दूसरे पक्ष के हराधन महतो ने कहा कि यह गैर-आबाद जमीन है और इस पर खेल का मैदान था। जोर जबरदस्ती से यह जमीन कब्जा किया गया है।
डीएसपी ने कहा कि अंचल कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिस प्लाट को लेकर विवाद हुआ है वह रैयती है। जबकि तारगा के ग्रामीणों का कहना है कि जमीन सरकारी है। गांव के लोग इसका इस्तेमाल खेल का मैदान के रूप में करते आ रहे हैं। टेंशन व विवाद के कारण पुलिस ने फिलहाल जमीन पर काम बंद करा दिया है। पुलिस का कहना है कि मामले में दोनों पक्षों के खिलाफ दंप्रसं की धारा 107 के तहत कार्रवाई की जायेगी।