धनबाद: प्लाज्मा थेरेपी के लिए सेंट्रल लाइसेंस अप्रूविंग अथॉरिटी से एसएनएमएमसीएच को मिली स्वीकृति

एसएनएमएमसीएच को छह वर्ष के बाद ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन, प्लाज्मा एफेरेसिस सहित छ: घटक का लाइसेंस बुधवार को मिल गया। अब एसएनएमएमसीएच (पीएमसीएच) में  ही कोरोना, डेंगू, चिकनगुनिया, थैलेसीमिया आदि के पेसेंट को ही ब्लड मुहैया कराया जा सकेगा।

धनबाद: प्लाज्मा थेरेपी के लिए सेंट्रल लाइसेंस अप्रूविंग अथॉरिटी से एसएनएमएमसीएच को मिली स्वीकृति
डीसी ने कोविड-19 वॉर रूम का निरीक्षण किया।
  • छह साल के बाद मिला ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन 

धनबाद। एसएनएमएमसीएच को छह वर्ष के बाद ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन, प्लाज्मा एफेरेसिस सहित छ: घटक का लाइसेंस बुधवार को मिल गया। अब एसएनएमएमसीएच (पीएमसीएच) में  ही कोरोना, डेंगू, चिकनगुनिया, थैलेसीमिया आदि के पेसेंट को ही ब्लड मुहैया कराया जा सकेगा। सेंट्रल लाइसेंस अप्रूविंग अथॉरिटी तथा राज्य औषधि नियंत्रण निदेशालय से लाइसेंस प्राप्त हो गया है। डीसी उमा शकर सिंह ने बताया कि रिम्स रांची के बाद पीएमसीएच ब्लड बैंक यह सुविधा प्राप्त करने में सफल रहा।

डीसी ने  बताया कि संभवत शुक्रवार से इसकी शुरुआत की जायेगी। प्लाज्मा थेरेपी से उपचार शुरू करने के लिए एसओपी तैयार है।कोर एडवाइजरी टास्क फोर्स, समन्वय टास्क फोर्स, क्रियान्वयन टास्क फोर्स तथा एंटीबॉडी परीक्षण टास्क फोर्स का गठन कर लिया गया है। रिम्स रांची से ट्रेनिंग प्राप्त कर टीम धनबाद आ गई है। शुभ संदेश फाउंडेशन को प्लाज्मा डोनर्स को प्रेरित करने एवं उनकी संपूर्ण जानकारी रखने के लिए दायित्व दिया गया है।

डीसी ने किया कोविड-19 वॉर रूम का निरीक्षण 

डीसी उमा शंकर सिंह ने बुधवार को सर्किट हाउस से संचालित कोविड-19 वॉर रूम का निरीक्षण किया। उन्होंने टेलीमेडिसिन स्टूडियो, एंबुलेंस जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम, आईडीएसपी डाटा एंट्री रूम का निरीक्षण किया। डीसी ने टेलीमेडिसिन स्टूडियो से विभिन्न हॉस्पील के पेसेंट को परामर्श देने वाले डॉक्टर्स की टीम की सराहना की और उनका मनोबल बढ़ाया। डाटा एंट्री ऑपरेटरों को आवश्यक निर्देश दिया। उन्होंने कोरोना पॉजिटिव पेसेंट को हॉस्पीटल तक पहुंचाने वाली एंबुलेंसों के लोकेशन का जायजा लिया।

सदर अस्पताल में 30 बेड का आइसीयू बनेगा
धनबाद सदर हॉस्पीटल  के डेडिकेटेड कोविड-19 केयर सेंटर में 30 बेड का आइसीयू बनेगा। यहां कोरोना संक्रमित गंभीर पेसेंट का इलाज होगा। हेल्थ डिपार्टमेंट ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। आइसीयू के लिए अलग वार्ड बनाने की प्रक्रिया जल्द शुरू हो जायेगी। इस 30 बेड तैयार होने के बाद जिले में 90 बेड का आइसीयू हो जायेगा। अभी एसएनएमएमसीएच के कैथ लैब बिल्डिंग में बने डेडिकेटेड कोविड-19 केयर सेंटर में 30 बेड है.। कोविड-19 हॉस्पीटल ( सेंट्रल हॉस्पीटल) में भी 30 बेड आइसीयू तैयार किया जा रहा है।
60 वेंटिलेटर मिलेंगे
जिले में 60 वेंटिलेटर मंगवाये जा रहे है। इसमें से 18 आ चुके है। एसएनएमएमसीएच के डेडिकेटेड कोविड-19 केयर सेंटर की आइसीयू में 14 वेंटिलेटर दिये गये है। चार वेंटिलेटर कोविड-19 हॉस्पीटल भेजा जायेगा। कोविड-19 हॉस्पीटल में पहले से ही चार वेंटीलेटर है।अभी सदर अस्पताल में 100 बेड का डेडिकेटेड कोविड-19 केयर सेंटर बनाया गया है। यहां अलग से भी यहां 30 बेड का आइसीयू बनेगा। इसके बाद यहां भी कोरोना के गंभीर पेसेंट को एडमिट कर इलाज किया जा सकता है। कोविड-19 हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमित गंभीर पेसेंट को एडमिट कराया जाता है। एसएनएमएमसीएच के कैथलैब में बने कोविड केयर हेल्थ सेंटर में बिना लक्षण या कम लक्षण वाले कोरोना पेसेंट को एडमिट किया जाता है। जिला प्रशासन के निर्देश पर कोविड-19 हॉस्पिटल में 30 बेड का कोविड आइसीयू बनाया जा रहा है।