Dhanbad : एशियन जालान हॉस्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट ओपीडी का उद्घाटन

कोयला राजधानी धनबाद के एशियन जालान  हॉस्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट शुरु हो गया। हॉस्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट ओपीडी का उद्घाटन किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. मिहिर कुमार, सेंटर हेड डॉ. सी. राजन डॉ.ए.एम राय ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। 

 Dhanbad : एशियन जालान हॉस्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट ओपीडी का उद्घाटन
जालान हॉस्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट ओपीडी।

धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद के एशियन जालान  हॉस्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट शुरु हो गया। हॉस्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट ओपीडी का उद्घाटन किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. मिहिर कुमार, सेंटर हेड डॉ. सी. राजन डॉ.ए.एम राय ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। 

यह भी पढ़ें:Jharkhand: जयराम महतो ने बनायी राजनीतिक पार्टी, झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति ल़ड़ेगी लोकसभा व विधानसभा चुनाव

किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. मिहिर कुमार ने कहा किडनी के पेसेंट के लिए एशियन हॉस्पिटल धनबाद में ओपीडी की शुरुआत की गई है। वे पेसेंट चिकित्सीय एवं परामर्श सेवा में हर शनिवार को प्रातः 10:00 से 2:00 अपराह्न तक उपलब्ध रहेंगे। धनबाद एशियन हॉस्पिटल में किडनी के मरीजों की प्रारंभिक परामर्श एवं  उपचार दवाओं और डायलिसिस सेवा  तत्काल प्रदान की जाएगी और बीमारी के अंतिम चरण में गुर्दे का प्रत्यारोपण की सलाह दी जाएगी जो रोबोटिक तकनीक से एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस फरीदाबाद में किया जायेगा। 
एशियन हॉस्पिटल फरीदाबाद में अनुभवी एवं विशेषज्ञ सर्जन और प्रशिक्षित टीम है जिनको रोबोटिक सहायकों के साथ काम करने का विशेष प्रशिक्षण हासिल है। यह अत्याधुनिक रोबोट तकनीक से गुर्दा प्रत्यारोपण के लिए सबसे बेहतर एवं सफल हॉस्पिटल है। रोबोटिक-असिस्टेड  किडनी ट्रांसप्लांट आधुनिक युग में एक बेहतर तरीका है। इससे सर्जन के लिए सर्जरी करना आसान होता है और रोगी ट्रांसप्लांट के दौरान कम दर्द-पीड़ा के साथ पूरी प्रक्रिया से गुजर जाता है। यह काफी सुरक्षित भी है। मुख्य ब्रांच एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस फरीदाबाद में रोबोटिक तकनीक से करीब सैकड़ों सफल ऑपरेशन किया जा चुका है। 
रोबोटिक टेकनीक से किडनी ट्रांसप्लांट किया हुआ मरीज ऑपरेशन के बाद हर मूवमेंट कर सकते हैं। परंपरागत ओपन सर्जरी के साथ-साथ लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की तुलना में रोबोटिक सर्जरी के अनेक बेनिफिट है। रोबोटिक सर्जरी के बाद मरीज अच्छी तरह खाना-पीना, एक्सरसाइज एवं  बिल्कुल सामान्य जीवन यापन कर रहे हैं। सबसे बड़ी बात  रोबोटिक किडनी ट्रांसप्लांट में अन्य अस्पतालों की तुलना में एशियन अस्पताल में खर्च बहुत ही कम आता है। एक अन्य महत्वपूर्ण नियम की एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में मरीज का किडनी ट्रांसप्लांट उसके रिलेटेड पर्सन से ही ट्रांसफर किया जाता है। अनुवांशिकता मैचिंग का फायदा होता है। इससे किडनी के मरीज का किडनी ट्रांसप्लांट के उपरांत जीवन दीर्घायु और स्वास्थ्य सामान्य  होती है। 
इस अवसर पर उपस्थित डॉ. ए. एम. राय ने अपने परिजनों को किडनी डोनेट करने के संबंध में संदेश दिया कि किडनी डोनेट करने के बाद डोनर का स्वास्थ्य सामान्य रहता है। किडनी डोनेट के उपरांत शारीरिक कमजोरी कि कोई धारणा ना पाले। सामान्य जीवन के लिए एक किडनी काफी है।और अपने परिवार में किडनी से ग्रसित सदस्य को अगर कभी किडनी की जरूरत पड़े तो उन्हें दान करें, उनका जीवन बचाएं।
ओपीडी उद्घाटन के अवसर पर सेंटर हेड डॉ. सी. राजन ने कहा एशियन हॉस्पिटल धनबाद में किडनी ट्रांसप्लांट ओपीडी की शुरुआत की गई है इससे अब धनबाद एवं आसपास जिले के लोग लाभान्वित होंगे। एशियन हॉस्पिटल के समस्त अनुभवी एवं विशेषज्ञ  डॉक्टर हर जटिल से जटिल रोगों के इलाज के लिए 24 घंटे सेवा में उपलब्ध है और उनके निदान के लिए प्रयत्नशील है।