Dhanbad: जोगता में तेज आवाज के साथ फटी धरती, तीन घर हुए जमींदोज, छह मकान मलबे में तब्दील

कोयला राजधानी धनबाद में बीसीसीएल की सिजुआ एरिया के  जोगता 11 नंबर बस्ती में रविवार की सुबह भी भू-धसान के साथ बड़ा गोफ बन गया। इसमें  जय कुमार मिश्रा, नंदलाल भुइयां और अरुण भुइयां का घर जमींदोज हो गया। घर के सभी सामान भी मलबे में दब गये। मोहल्ले की जमीन में दरार पड़ गई। 

Dhanbad: जोगता में तेज आवाज के साथ फटी धरती, तीन घर हुए जमींदोज, छह मकान मलबे में तब्दील
100 फीट की परिधि में बीस फीट गहरा गोफ बना।
  • एक सौ फीट की परिधि में बीस फीट गहरा गोफ बना

धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद में बीसीसीएल की सिजुआ एरिया के  जोगता 11 नंबर बस्ती में रविवार की सुबह भी भू-धसान के साथ बड़ा गोफ बन गया। इसमें  जय कुमार मिश्रा, नंदलाल भुइयां और अरुण भुइयां का घर जमींदोज हो गया। घर के सभी सामान भी मलबे में दब गये। मोहल्ले की जमीन में दरार पड़ गई। 

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गोफ से भारी मात्रा में गैस का रिसाव शुरू हो गया। आधा दर्जन घर को भी नुकसान हुआ है। घटना के बाद से मोहल्ले में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। जोरदार आवाज के साथ भूगर्भीय हलचल महसुस कर लोग घर से बाहर निकल आये थे।लगभग एक सौ फीट की परिधि में बीस फीट गहरा गोफ बना है। जान जोखिम में डालकर लोग मलबा से समान निकाल रहे थे।। पहले जय कुमार मिश्रा के बंद घर जमीन में धंसा। इसके बाद नंदलाल भुइयां और अरुण भुइयां का घर भी इसकी चपेट में आ गया।आस-पास के लोग अपने अपने घरों का समान निकालना शुरू कर दिए हैं। इस दौरान नंदलाल की बेटी अंजली कुमारी भागने के दौरान चोटिल हो गई। दुर्गा भुइयां, अरुण भुइयां, शंकर भुइयां, चिंता देवी, शांति देवी, ब्रह्मदेव चौधरी के घरों में दरार पड़ गया है।
बच्चों के साथ आंदोलन 

लोकल लोगो में बीसीसीएल के प्रति भी भारी आक्रोश देखा जा रहा है। प्रभावित लोग अपने बच्चों के साथ आंदोलन करने लगे। ग्रामीणो ने कनकनी आउटसोर्सिंग का ट्रांसपोर्टिंग रोक दिया था।डे ढ़ घंटे बाद ट्रांसपोर्टिंग शुरु हो सका।  कनकनी कोलियरी के पीओ नारायण प्रसाद अफसरों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने घटना का जायजा लेने के बाद स्थानीय लोगों के साथ बातचीत की।पीओ ने ग्रामीणों से कहा कि यह डेंजर जोन घोषित कर दिया गया है। जरेडा के तहत सभी को बेलगड़िया में आवास दिया जा रहा है। समान की ढुलाई के लिए व्यवस्था प्रबंधन की ओर से किया जा रहा है। वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि हमें तेतुलमारी या उसके आस-पास में जमीन मुहैया कराया जाए। हमलोग वहीं घर बनाकर रहेंगे।