धनबाद: डीसी ने किया गोल्फ ग्राउंड का निरीक्षण,भू-अर्जन विभाग की भी समीक्षा

डीसी संदीप सिंह ने बुधवार विकसित हो रहे पार्क, प्रस्तावित वेंडिंग जोन तथा एप्रोच रोड से संबंधित कार्यो की प्रगति की समीक्षा हेतु गोल्फ ग्राउंड का निरीक्षण किया।

धनबाद: डीसी ने किया गोल्फ ग्राउंड का निरीक्षण,भू-अर्जन विभाग की भी समीक्षा
  • पार्क, प्रस्तावित वेंडिंग जोन तथा एप्रोच रोड से संबंधित कार्यो की प्रगति की समीक्षा किया

धनबाद। डीसी संदीप सिंह ने बुधवार विकसित हो रहे पार्क, प्रस्तावित वेंडिंग जोन तथा एप्रोच रोड से संबंधित कार्यो की प्रगति की समीक्षा हेतु गोल्फ ग्राउंड का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान डीसी ने गोल्ड ग्राउंड में बनाये जा रहे पार्क के प्रथम एवं द्वितीय फेज के विकास कार्यों के प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान नगर आयुक्त ने डीसी को बताया कि गोल्फ ग्राउंड में तथा इसके आसपास वेंडिंग जोन का निर्माण कार्य किया जाना है। इस हेतु तैयार किये गये डीपीआर को डीसी के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
डीसी ने बताया कि हटिया मोड़ से गोल्फ ग्राउंड तक रोड का सौदर्यीकरण, चौड़ीकरण एवं विकास से संबंधित कार्य किया जाना है। उपस्थित पदाधिकारियों से विस्तार से विचार-विमर्श कर योजना पर कार्य किया जा रहा है।मौके पर डीसी, नगर आयुक्त तथा अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे।

डीसी  ने किया भू-अर्जन कार्यालय का निरीक्षण

डीसी संदीप सिंह ने बुधवार को भू-अर्जन कार्यालय का निरीक्षण किया तथा उससे संबंधित कार्यों की समीक्षा की।निरीक्षण के दौरान उन्होंने ने भू-अर्जन पंजी, किन योजनाओं में कितनी भूमि का अधिग्रहण किया गया है, की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने भू-अर्जन पदाधिकारी को भू-अर्जन पंजी को अप-टू-डेट रखने तथा नियमित रूप से समीक्षा करने का निर्देश दिया।जिन योजनाओं के तहत भूमि का अधिग्रहण किया गया है, वैसी भूमि को डीपीएमयू के द्वारा एनजीडीआरएस पोर्टल में लॉक करने का निर्देश उपायुक्त द्वारा दिया गया। जिससे आमजनों को इस संबंध में सूचना उपलब्ध कराई जा सके।

निरीक्षण के दौरान डीसी को यह प्रतीत हुआ कि भुगतान किए जाने वाले मामलों में यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है, कि किस पदाधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा भुगतान किया गया है। इस संबंध में उन्होंने भू-अर्जन पंजी में भुगतान के उपरांत संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मचारी का नाम, मुहर एवं हस्ताक्षर अनिवार्य रूप से दर्ज करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान डीसी ने बॉन्ड तथा सीओ से प्राप्त प्रतिवेदन हेतु एक स्टैंडर्ड फॉरमैट विकसित करने का निर्देश दिया। जिसमें सभी सूचनाएं निर्धारित प्रारूप में समेकित की जा सके। इस दौरान डीसी द्वारा कैशबुक, दावा पत्र शिकायत पंजी, मूल्यांकन खतियान इत्यादि का निरीक्षण किया गया। आवश्यकता अनुसार आउटसोर्सिंग एजेंसी से आमीन प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया गया।मौके पर डीसी, एसी, जिला भू अर्जन पदाधिकारी तथा अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।