चिराग पासवान बोले-नीतीश कुमार मिलें तो छुऊंगा पैर, कहा-तेजस्वी यादव मेरा छोटा भाई 

जमुई एमपी चिराग पासवान ने शनिवार को न्यूज एजेंसी एएनआइ से बातचीत में कहा कि नीतीश कुमार मुझसे बड़े हैं, जब भी मिला हूं उनका पैर छुआ है। आगे भी नीतीश का सम्मान करूंगा। मुझे कहीं मिलेंगे तो मैं उनके पैर छुऊंगा। लेकिन नीतियों को लेकर बिहार के सीएम का विरोध जारी रहेगा। चिराग ने कहा कि बिहार की बर्बादी का मुख्य कारण सीएम नीतीश कुमार हैं। 

चिराग पासवान बोले-नीतीश कुमार मिलें तो छुऊंगा पैर, कहा-तेजस्वी यादव मेरा छोटा भाई 

पटना। जमुई एमपी चिराग पासवान ने शनिवार को न्यूज एजेंसी एएनआइ से बातचीत में कहा कि नीतीश कुमार मुझसे बड़े हैं, जब भी मिला हूं उनका पैर छुआ है। आगे भी नीतीश का सम्मान करूंगा। मुझे कहीं मिलेंगे तो मैं उनके पैर छुऊंगा। लेकिन नीतियों को लेकर बिहार के सीएम का विरोध जारी रहेगा। चिराग ने कहा कि बिहार की बर्बादी का मुख्य कारण सीएम नीतीश कुमार हैं। 


चिराग पासवान ने कहा है कि मेरे पिताजी (स्वर्गीय रामविलास पासवान) और लालू यादव काफी घनिष्ठ मित्र रहे हैं। मैं और तेजस्वी यादव एक दूसरे को बचपन से ही जानते हैं। हम लोग काफी अच्छे दोस्त हैं। तेजस्वी मेरे छोटे भाई के समान हैं। बिहार में जब चुनाव का समय आएगा तब पार्टी आरजेडी के साथ गठबंधन को लेकर अंतिम फैसला लेगी। 

चिराग पासवान ने कहा है कि सीएए, एनआरसी समेत हर कदम पर मैं बीजेपी के साथ खड़ा रहा हूं। वहीं नीतीश कुमार इससे असहमत थे। अब बीजेपी को तय करना है कि आने वाले दिनों में वे मेरा समर्थन करेंगे या नीतीश कुमार का। इसके अलावा चिराग ने कहा है कि मैंने हनुमान की तरह पीएम नरेंद्र मोदी जी का हर मुश्किल दौर में साथ दिया। आज जब हनुमान का राजनीतिक वध करने का प्रयास किया जा रहा है, मैं ये विश्वास करता हूं कि ऐसे में राम खामोशी से नहीं देखेंगे। 
लोजपा में मचे घमासान पर चिराग ने कहा कि मैं तो सोच रहा हूं कि काश यह सपना होता। उन्होंने कहा कि पापा (रामविलास पासवान) के निधन के बाद मैं चाचा पशुपति कुमार पारस में पिता की छवि देखता था। चाचा ने मुझे अकेले तो छोड़ा ही, धोखा भी दिया। पिता की बरखी तक का इंतजार नहीं किया। उन्होंने कहा कि इतना कुछ करने से पहले चाचा ने अगर मुझसे कहा होता तो मैं हर बात मानने के लिए तैयार हो जाता। 

बोले थे पापा, कुछ भी हो नीतीश के साथ मत जाना

चिराग ने कहा कि पापा के रहते कई बार लोगों ने लोजपा को तोड़ने की कोशिश की। नीतीश को लेकर चिराग ने कहा कि मेरे पिता के आखिरी शब्द थे कि कुछ भी हो जाए नीतीश के साथ मत जाना। चिराग ने कहा कि आज इस बात का बहुत दुख है कि जिन्होंने पापा का राजनीतिक भविष्य खराब करने की कोशिश की उनके साथ पार्टी के लोग खड़े हैं। 
छोटे भाई तेजस्वी के ऑफर का सम्मान

चिराग ने कहा कि लालू और रामविलास पासवान ने काफी दिनों तक साथ काम किया। दोनों के संबंध अच्छे रहे। तेजस्वी यादव की ओर से पार्टी में आने को लेकर मिले आफर पर चिराग ने कहा कि वो हमेशा से मेरे छोटे भाई हैं। उनके आफर का सम्मान करता हूं। अभी मेरी प्राथमिकता आशीर्वाद यात्रा है।
उल्लेखनीय है कि आरजेडी की ओर से तेजस्वी यादव ने चिराग पासवान की तरफ एक बार फिर से दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। तेजस्वी ने पहले चिराग को साथ आने का ऑफर दिया और अब उनकी पार्टी पांच जुलाई को रामविलास पासवान की जयंती मनायेगी। इस मौके पर पार्टी दफ्तर में उनकी फोटो पर पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता माल्यार्पण करेंगे। दिलचस्प बात ये है कि उसी दिन राजद का स्थापना दिवस भी है तो उससे संबंधित कार्यक्रम उसके बाद होंगे।