CP Radhakrishnan : सीपी राधाकृष्णन होंगे NDA उपराष्ट्रपति कैंडिडेट,नौ सितंबर को होगा का चुनाव

सीपी राधाकृष्णन को NDA का उपराष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित किया गया है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनके नाम का एलान किया है। जानिए कौन हैं राधाकृष्णन और क्यों बने मोदी सरकार की पहली पसंद।

CP Radhakrishnan : सीपी राधाकृष्णन होंगे NDA उपराष्ट्रपति कैंडिडेट,नौ सितंबर को होगा का चुनाव
सीपी राधाकृष्णन (फाइल फोटो)।
  • पीएम मोदी की पहली पसंद बने सीपी राधाकृष्णन
  • अभी महाराष्ट्र के गवर्नर हैं राधाकृष्णन

नई दिल्ली। सीपी राधाकृष्णन को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की ओर से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया है। तमिलनाडु के चंद्रपुरम पोन्नुस्वामी राधाकृष्णन अभी महाराष्ट्र के गवर्नर हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को जेपी नड्डा ने राधाकृष्णन के नाम का एलान किया।
यह भी पढ़ें:Dhanbad: मारवाड़ी युवा मंच, झरिया शाखा द्वारा कृष्ण-राधा बाल रूप सज्जा वीडियो प्रतियोगिता

दिल्ली में बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद 68 वर्षीय राधाकृष्णन के नाम की घोषणा की गयी है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, सर्बानंद सोनोवाल और अन्य नेता बैठक में मौजूद रहे।
नौ सितंबर को होगा उपराष्ट्रपति का चुनाव
जगदीप धनखड़ द्वारा स्वास्थ्य कारणों से त्यागपत्र दिये जाने के बाद उपराष्ट्रपति का चुनाव कराया जा रहा है। यह चुनाव नौ सितंबर को होगा। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 22 अगस्त है।
सीपी राधाकृष्णन का पॉलिटिकल करियर
चंद्रपुरम पोन्नुस्वामी राधाकृष्णन का जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पर में हुआ था। उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। बचपन से ही वे RSS से जुड़े थे और 1974 में जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य बने।सीपी राधाकृष्णन वर्ष 1996 में बीजेपी तमिलनाडु के सचिव बने।1998 में पहली बार कोयंबटूर से लोकसभा सांसद चुने गये। 1999 में उन्हें दोबारा जीत मिली। सांसद रहते हुए उन्होंने कपड़ा उद्योग संबंधी संसदीय समिति की अध्यक्षता की और महत्वपूर्ण समितियों के सदस्य भी रहे।
18 फरवरी 2023 को झारखंड का गवर्नर बने
सीपी राधाकृष्णन 18 फरवरी 2023 को उन्हें झारखंड का गवर्नरनियुक्त किया गया। यहां उन्होंने सिर्फ चार महीने में सभी 24 जिलों का दौरा कर लोगों और अफसरों से मुलाकात की। 31 जुलाई 2024 को वे महाराष्ट्र के गवर्नर बनाये गये। 2004 में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया और पहली संसदीय टीम के साथ ताइवान का दौरा किया। उन्होंने अमेरिका, यूरोप और एशिया के कई देशों की यात्राएं भी की।
चंद्रपुरम पोन्नुस्वामी राधाकृष्णन फिलहाल महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। उन्होंने 31 जुलाई 2024 को महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में शपथ ली। अपनी नियुक्ति से पहले, उन्होंने लगभग डेढ़ वर्ष तक झारखंड के राज्यपाल के रूप में कार्य किया। झारखंड के राज्यपाल के रूप में राधाकृष्णन को भारत के राष्ट्रपति की ओर से तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में कार्यभार संभालने के लिए नियुक्त किया गया था।
आरएसएस से है पुराना नाता
चार दशकों से ज्यादा के अनुभव के साथ राधाकृष्णन तमिलनाडु की राजनीति और सार्वजनिक जीवन में एक सम्मानित नाम हैं। चंद्रपुरम पोन्नुस्वामी राधाकृष्णन का जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तिरुपुर, तमिलनाडु में हुआ था। राधाकृष्णन ने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक के रूप में शुरुआत करते हुए, वे 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य बने। 
दो बार एमपी रहे हैं राधाकृष्णन
1996 में राधाकृष्णन को तमिलनाडु भाजपा का सचिव नियुक्त किया गया।1998 में वे पहली बार कोयंबटूर से लोकसभा के लिए चुने गये। 1999 में वे फिर से लोकसभा के लिए चुने गये।
कई संसदीय समिति के सदस्य भी रहे
सांसद के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने कपड़ा संबंधी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। वे सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) संबंधी संसदीय समिति और वित्त संबंधी परामर्शदात्री समिति के भी सदस्य रहे। वे स्टॉक एक्सचेंज घोटाले की जांच करने वाली संसदीय विशेष समिति के सदस्य भी थे।
तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष रहे
राधाकृष्णन 2004 से 2007 के बीच तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे। इस पद पर रहते हुए, उन्होंने 19,000 किलोमीटर की 'रथ यात्रा' की, जो 93 दिनों तक चली। यह यात्रा सभी भारतीय नदियों को जोड़ने, आतंकवाद के उन्मूलन, समान नागरिक संहिता लागू करने, अस्पृश्यता निवारण और मादक पदार्थों के खतरे से निपटने जैसी उनकी मांगों को उजागर करने के लिए आयोजित की गई थी। उन्होंने विभिन्न उद्देश्यों के लिए दो और पदयात्राओं का भी नेतृत्व किया।2016 में राधाकृष्णन को कोच्चि स्थित कॉयर बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया और वे चार वर्षों तक इस पद पर रहे। उनके नेतृत्व में भारत से कॉयर निर्यात 2532 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। 2020 से 2022 तक वे केरल भाजपा के अखिल भारतीय प्रभारी रहे।
स्पोर्ट्स में भी रही रुचि
राधाकृष्णन एक खिलाड़ी भी रह चुके हैं और कॉलेज स्तर पर टेबल टेनिस में चैंपियन और लंबी दूरी के धावक भी थे। उन्हें क्रिकेट और वॉलीबॉल का भी शौक था।