बिहार: विधानसभा में स्पीकर की कुर्सी सबसे कमजोर क्यों दिख रही है? बीजेपी में जातीय राजनीतिक के निशाने पर विजय सिन्हा

बिहार विधानसभा के इतिहास में बुधवार को पहली बार देखने को मिला कि स्पीकर विजय कुमार सिन्हा से मिनिस्टर सम्राट चौधरी ने बदतमीजी की। उंगली दिखाकर झिड़क दी। आरोप है कि कभी बीजेपी व मोदी के खिलाफ विषपान करने वाले सम्राट चौधरी बीजेपी में आकर कुछ खास वर्ग के नेताओं के प्रिय हो गये हैं। 

बिहार: विधानसभा में स्पीकर की कुर्सी सबसे कमजोर क्यों दिख रही है? बीजेपी में जातीय राजनीतिक के निशाने पर विजय सिन्हा
  • स्पीकर पर सवाल उठाना व आरोप लगाना बिहार विधासनभा में नया ट्रेंड
  • मिनिस्टर सम्राट चौधरी ने स्पीकर को व्याकुल नहीं होने की बात कह दी
  • डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद भी स्पीकर विजय सिन्हा पर लगा चुके हैं आरोप 
  • नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी भी कह चुके हैं कि बोलने नहीं दिया जाता सदन में 

पटना। बिहार विधानसभा के इतिहास में बुधवार को पहली बार देखने को मिला कि स्पीकर विजय कुमार सिन्हा से मिनिस्टर सम्राट चौधरी ने बदतमीजी की। उंगली दिखाकर झिड़क दी। आरोप लग रहा है कि पहले बीजेपी व नरेंद्र मोदी खिलाफ विषपान करने वाले सम्राट चौधरी बीजेपी में आकर कुछ खास वर्ग के नेताओं के प्रिय हो गये हैं। 
सम्राट चौधरी ने बुधवार को सदन में  ऐं...(अंगुली दिखाते हुए)...आप अध्यक्ष जी...अध्यक्ष जी...ऐसे नहीं चलता है...ऐसे अध्यक्ष जी नहीं होता है...अध्यक्ष जी इस तरह का डायरेक्शन नहीं चलता है... नहीं-नहीं ठीक है...बहुत व्याकुल नहीं होना है। स्पीकर उनसे अपना शब्द वापस लेने को कहा तो वह अड़ गये।आजिज होकर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। बताया जाता है कि वह पद त्यागने तक कीसोच ली थी। सीएम व संसदीय कार्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद सम्राट चौधरी ने अपनी गलती पर माफी मांगी तब विधानसभा अध्यक्ष नरम पड़े। 

बिहार में विधानसभा अध्यक्ष पर विपक्षी दल की तरह सत्ताधारी दल के एख वर्ग विशेष  के लोग उंगली उठा रहे हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ के एमएलए जब ना तब स्पीकर पर उंगली उठा देते हैं। इससे पहले डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी सवाल उठाया था। मगर सम्राट चौधरी ने आज सारी सीमाएं तोड़ी दी।

सर्वोच्च पद दिख रहा है कमजोर
सदन में उसका स्पीकर सर्वेसर्वा होता है, सदन का सर्वोच्च पद है। आसन यानी अध्यक्ष से एमएलए व मिनिस्टर अपनी बात कहने के लिए अनुरोध करते रहते हैं। मगर बिहार में ट्रेंड आजकल सीधे-सीधे विधानसभा अध्यक्ष पर ही सवाल उठा दिया जाता है।बीजेपी कोटे के मिनिस्टर सम्राट चौधरी ने तो धमकी वाले अंदाज में विधानसभा अध्यक्ष से बात की। ऐसा लग रहा था वो डांट-फटकार लगा रहे हों। अध्यक्ष ने आखिरकार सदन की कार्यवाही स्थगित कर सदन छोड़ कर चले गयेविधानसभा में आज जो हुआ
पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी से बीजेपी एमएलए विनय बिहारी ने सवाल पूछा था। आसन से इसका जवाब देने के लिए कहा गया। सम्राट चौधरी जवाब देने के लिए खड़े हुए तभी स्पीकर विजय सिन्हा ने ऑनलाइन जवाब नहीं आने पर मिनिस्टर से सवाल कर दिया।
अध्यक्ष- आपका ऑनलाइन जवाब नहीं आ रहा है...
सम्राट चौधरी- ऑनलाइन है...पता करा लीजिए आप।
अध्यक्ष- इसका भी नहीं है।
सम्राट चौधरी- एकदम ऑनलाइन है...16 जवाब में 14 जवाब ऑनलाइन है अध्यक्ष महोदय...जानकारी...आप पता कीजिए।
अध्यक्ष- अभी तक नहीं मिला है...
सम्राट चौधरी- 16 में 14 जवाब ऑनलाइन है...ये मैं बता रहा हूं...
अध्यक्ष- माननीय मंत्री जी सुन लीजिए...9 बजे तक मेरा कार्यालय सारे ऑनलाइन जवाब निकाल लेता है...और 16 में मात्र 11...69 पर्सेंट जवाब ही आपका आया है।
सम्राट चौधरी- 11 जवाब कार्यालय से आया होगा...
अध्यक्ष- आप अपने विभाग में थोड़ा समीक्षा कर लीजिएगा...
सम्राट चौधरी- नहीं-नहीं ठीक है...बहुत व्याकुल नहीं होना है, आंशिक स्वीकारात्मक है...
अध्यक्ष- ...एक चीज...आप वापस लीजिए इस शब्द को...माननीय मंत्री जी वापस लीजिए इस शब्द को...
सम्राट चौधरी- ऐं...(अंगुली दिखाते हुए)...आप अध्यक्ष जी...अध्यक्ष जी...ऐसे नहीं चलता है...ऐसे अध्यक्ष जी नहीं होता है...अध्यक्ष जी इस तरह का डायरेक्शन नहीं चलता है...
अध्यक्ष- व्याकुल होना...आप आसन को नहीं कह सकते हैं...
सम्राट चौधरी- इस तरह का डायरेक्शन लगातार...
अध्यक्ष- आसन को नहीं कह सकते हैं व्याकुल होना...
सम्राट चौधरी- आप अध्यक्ष जी इस तरह नहीं कर सकते हैं...
अध्यक्ष- ऑनलाइन नहीं...आसन नहीं पूछेगा तो कौन पूछेगा...
सम्राट चौधरी- ऐसा नहीं चलेगा...बहुत व्याकुल नहीं होइए...
इसके बाद स्पीकर विजय सिन्हा असहज होकर सदन को स्थगित कर देते हैं।
डिप्युटी सीएम भी उठा चुके हैं स्पीकर पर सवाल
सदन में दो दिन पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मंत्रियों की योग्यता पर सवाल उठाया था। तब डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद  ने कहा था कि ये हम बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। लगातार नेता प्रतिपक्ष मंत्रियों का सदन के अंदर अपमान कर रहे हैं और आसन बेवजह उन्हें संरक्षण प्रदान कर रही है। सदन सबके लिए है, किसी एक लिए नहीं, हम यहां जलील होने के लिए नहीं बैठे हैं।

संसदीय कार्यमंत्री  की पहल के बाद मंत्री सम्राट चौधरी ने स्पीकर से मांगी माफी
भरे सदन में जब सबसे सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति के साथ ही इस तरह का सलूक हो रहा था को पूरा सदन सन्न था। मिनिस्टर सम्राट चौधरी जिस तेवर में स्पीकर से बात कर रहे थे, मानो अपने विभाग के किसी स्टाफ से बात कर रहे हों। विजय सिन्हा ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी और आसन से चले गये।

 विधानसभा स्पीकर विजय सिन्हा का परिचय
बिहार विधानसभा में पहली बार कोई बीजेपी का एमएलए स्पीकर की कुर्सी पर है। इससे पहले विजय सिन्हा स्टेट गवर्नमेंट में श्रम संसाधन मंत्री रह चुके हैं। विजय सिन्हा लखीसराय से तीसरी बार एमएलए चुने गये हैं। बेगूसराय के बरौनी पॉलिटेक्निक कॉलेज से वर्ष 1987 में पास आउट होकर इंजीनियर बनने की सपना देख रहे थे। इनकी रुचि सामाजिक, राजनैतिक और धार्मिक कार्यों में शुरू से रही है। बचपन में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गये। बाढ़ के एएन कॉलेज में पढ़ते हुए 1983 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में सक्रिय हो गए। इसी का नतीजा हुआ कि पॉलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ते हुए 1985 में राजकीय पॉलिटेक्निक मुजफ्फरपुर छात्र संघ के अध्यक्ष बनाये गये। इसके बाद जो राजनीतिक सफर शुरू हुआ, आजतक जारी है।