Dhanbad : केंदुआडीह OCP से माइनिंग करेगी आउटसोर्सिंग कंपनी, टेंडर में एल-वन हुई TRAILBLAZER EDUSOL
बीसीसीएल की पीबी एरिया में केंदुआडीह ओसीपी फेज-4 से कोल माइनिंग का काम आउटसोर्सिंग कंपनी करेगी। कोल माइनिंग व ओबी हटाने के लिए बीसीसीएल ने टेंडर जारी किया था। बीसीसीएल ने 790 करोड़ के स्टीमटेडेट अमाउंट रखा था। अब यह काम आठ परसेंट ज्यादा 849 करोड़ पर होगा।

- 790 करोड़ के स्टीमटेडेट अमाउंट से आठ परसेंट ज्यादा 849 करोड़ पर होगा काम
- बीसीसीएल ने स्टीमटेडेट अमाउंट से कम भरने वाली 10 कंपनी को किया डिस्क्वालीफाई
- मामले की कंपलेन कोल मिनिस्टरी तक करने की तैयारी
- सेंट्रल जांच एजेंसी से भी की जायेगी शिकायत
धनबाद। बीसीसीएल की पीबी एरिया में केंदुआडीह ओसीपी फेज-4 से कोल माइनिंग का काम आउटसोर्सिंग कंपनी करेगी। कोल माइनिंग व ओबी हटाने के लिए बीसीसीएल ने टेंडर जारी किया था। बीसीसीएल ने 790 करोड़ के स्टीमटेडेट अमाउंट रखा था। अब यह काम आठ परसेंट ज्यादा 849 करोड़ पर होगा। टेंडर में कोलकाता की कंपनी TRAILBLAZER EDUSOL Private Limited एल-वन हुई है।
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आरोप है कि बीसीसीएल ने स्टीमटेडेट अमाउंट से कम भरने वाली 10 कंपनी को डिस्क्वालीफाई कर दिया है। इसका कंपलेन पीएमओ व कोल मिनिस्टरी तक करने की तैयारी है। जनप्रतिनिधि भी बीसीसीएल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बताया जाता है कि बीसीसीएल की पीबी एरिया -7 में केंदुआडीह ओसीपी से ओबी हटाने व कोल माइनिंग कार्य के लिए टेंडर निकला था। बीसीसीएल ने वर्क के लिए 790 करोड़ के स्टीमटेडेट अमाउंट फिक्स किया था। इस वर्क के लिए 14 आउटसोर्सिंग कंपनियों ने टेंडर डाला था। इसमें कई कंपनियां बीसीसीएल द्वारा फिक्स 790 करोड़ के स्टीमटेडेट अमाउंट से लो प्राइस (माइनस) पर बिड किया था। बीसीसीएल ने टेंडर डालने वाली 14 कंपनियों में से 10 को डिस्क्वालीफाई कर दिया है। बीसीसीएल चार कंपनी को क्वालीवाई किया है। क्वालीवाई कंपनी में TRAILBLAZER EDUSOL Private Limited एल-वन हुई है। इस कंपनी को लगभग स्टीमडेट कॉस्ट से आठ परसेंट ज्यादा 849 करोड़ पर काम मिल सकता है।
बीसीसएल द्वारा टेंडर डालने वाले खेमका कैरियर को एल-2 के रुप में क्वालीवाई किया गया है। इस कंपनी ने लगभग 854 करोड़ पर काम करने के लिए बिड किया था। क्वालीवाई हुई तीसरी कंपनी में देवप्रभा माइनिंग एंड इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड है। एल-3 हुई इस कंपनी ने लगभग 871 करोड़ का प्राइस देकर बिड किया था। एल-4 होनेवाली कंपनी मेसर्स यूनाईटेड कोल कंपनी है। इस कपनी ने 873 करोड़ राशि पर वर्क के लिए टेंडर डाला था। बीसीसएल द्वारा क्वालीवाई की गयी चारो में तीन कंपनी MSME रजिस्टर्ड है। बीसीसीएल की कार्यप्रणाली से कंपनी को प्रारंभ में ही 60 करोड़ का चूना लग गया है। बीसीसीएल के अफसरों की कार्य प्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।
बीसीसीएल द्वारा 790 करोड़ के स्टीमटेडेट अमाउंट से आठ परसेंट ज्यादा 849 करोड़ पर बिड करने वाली कंपनी को एल-वन बनाये जाने पर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। आरोप है कि धनबाद का एक विवादास्पद घराना इस कंपनी के लिए लॉबिंग कर रहा है। संबंधित घराने से जुड़े लोग विगत 24 घंटे से फोन पर रायशुमारी कर रहे हैं। मामले को मिनिस्टरी तक पहुंचने से रोकने में लगे हैं। सोर्सेज का कहना है कि मामले की मौखिक कंपलेन कोल मिनिस्टर जी किशन रेड्डी तक पहुंच गयी है। मिनिस्टर इस मामले को लेकर काफी गंभीर है। एक बड़े जन प्रतिनिधि ने मामले में मिनिस्टर से कंपलेन किया है। अब मामले की कंपलेने पीएमओ व सीबीआई तक करने की तैयारी की जा रही है।