बिहार: सुशील मोदी का आरोप-जेल से लालू प्रसाद कर रहे NDA एमएलए को फोन, सरकार गिराने की साजिश

बिहार के एक्स डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने दावा किया कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की ओर से रांची जेल से ही स्टेट की एनडीए गवर्नमेंट को गिराने की साजिश की जा रही है। लालू एनडीए एमएलए को फोन कर नीतीश कुमार की सरकार गिराने के लिए कहा जा रहा है।

बिहार: सुशील मोदी का आरोप-जेल से लालू प्रसाद कर रहे NDA एमएलए को फोन, सरकार गिराने की साजिश
  • मोदी ने जारी किया नंबर, फोन रिसीव करते हैं लालू प्रसाद
  • बीजेपी-जेडीयू एमएलए को  नीतीश कुमार की सरकार गिराने के लिए कहा जा रहा है

पटना। बिहार के एक्स डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने दावा किया कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की ओर से रांची जेल से ही स्टेट की एनडीए गवर्नमेंट को गिराने की साजिश की जा रही है। लालू एनडीए एमएलए को फोन कर नीतीश कुमार की सरकार गिराने के लिए कहा जा रहा है। मोदी का आरोप है कि कि लालू जेल से फोन भी उठा रहे हैं। वे एनडीए एमएलए को मंत्री बनाने तक का ऑफर दे रहे हैं। सुशील मोदी ने खुद फोन कर लालू प्रसाद से बातचीत करने का दावा भी किया।

उल्लेखनीय है कि चारा घोटाले में सजायाप्ता लालू प्रसाद होटवार जेल से गंभीर बीमारी का इलाज के लिए रिम्स पेईंग वार्ड में शिफ्टेड हैं। अभी वह रिम्स डायरेक्टर के आवास केली बंगला में है। सुशील मोदी व विपक्ष पहले भी लालू पर जेल मैनुअल का उल्लंघन करने, फोन से बात करने व नियमों की अनदेखी कर नेताओं से मिलने का आरोप लगाते रहे हैं। लालू प्रसाद जेल मैनुअल का उल्लंघन कर लगातार फोन पर बात करते रहते हैं, इसे लेकर कुछ दिनों पहले एक वीडियो भी मीडिया में वायरल हुआ था।

मोदी ने जारी किया नंबर
सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर ट्वीट में मोदी ने वह नंबर भी जारी किया, जिससे जेल से ही एमएलए से संपर्क साधा जा रहा है। सुशील मोदी ने कहा कि उन्होंने जब उस नंबर पर फोन किया तो खुद लालू ने ही कॉल रिसीव की। सुशील मोदी का कहना है कि लालू के फोन उठाने पर उन्होंने कहा कि खेल बंद कीजिए। आपकी मंशा पूरी नहीं होने वाली है। मोदी ने आरोप लगाया है कि लालू फोन कर एनडीए एमएलए को मंत्री बनाने तक का ऑफर दे रहे हैं। सुशील मोदी ने खुद फोन कर लालू प्रसाद से बातचीत करने का दावा भी किया।मंगलवार को ट्वीट कर सुशील मोदी ने लालू प्रसाद पर निशाना साधा। ट्वीट में उन्होंने एक मोबाइल नंबर का भी जिक्र किया है। दावा किया कि वे उस मोबाइल से एनडीए विधायकों को फोन कर रहे हैं।  विधायकों को फोन करने के पीछे उनकी मंशा एनडीए एमएलए को तोड़ने की है। एनडीए में टूट उत्पन्न करने के लिए वे एनडीए एमएळएको मंत्री बनाने तक का ऑफर दे रहे हैं। 

सुशील मोदी ने यह भी दावा किया कि विधायकों को जिस नंबर से फोन आए, उसकी सत्यता जांचने को खुद हमनें (सुशील मोदी) फोन किया। फोन करने पर खुद लालू प्रसाद से बातचीत का दावा करते हुए कहा कि कॉल रिसिव उन्होंने खुद किया। फोन नंबर पर उनसे बातचीत भी हुई। उन्होंने लालू प्रसाद से बातचीत में कहा कि वे ऐसी गंदी हरकत नहीं करें। वे जेल में बंद हैं। एमएलए को तोड़ने की कोशिश कहीं से भी उचित नहीं है। लालू प्रसाद को सुशील मोदी ने दो टूक कहा कि एनडीए एमएलए को तोड़ने की कोशिश में वे कामयाब नहीं होंगे। उनकी मंशा कभी भी सफल नहीं होने वाली है। 

आज है विधानसभा स्पीकर का चुनाव
बिहार विधानसभा अध्यक्ष के लिए बुधवार, 25 नवंबर को वोटिंग होना है।  विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए एनडीए की ओर से विजय सिन्हा जबकि महागठबंधन से अवध बिहारी चौधरी को कैंडिडेट बनाया गया है।बिहार विधानसभा की 243 सीटों की विधानसभा में एनडीए पास 125 सीटें हैं जबकि महागठबंधन के पास 110 सीटें हैं। एमआईएमआईएम  को पांच, एलजेपी को एक, बीएसपी को एक व एक सीट निर्दलीय के पास है। 


सीबीआई ने लालू की जमानत का किया विरोध
चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे लालू प्रसाद की जमानत मामले में सीबीआई की ओर से झारखंड हाईकोर्ट में जवाब दाखिल कर दिया गया। सीबीआई ने अपने जवाब में कहा हैं कि लालू प्रसाद जिस मामले में जमानत की मांग कर रहे हैं, उस मामले में उनकी सजा की आधी अवधि पूरी नहीं हुई है। इसके अलावा सीबीआई ने सीआरपीसी की धारा 427 का मुद्दा उठाया। इसके आधार पर सीबीआई का कहना हैं कि दुमका वाले मामले में लालू एक दिन भी जेल में नहीं रहे हैं। दरअसल, लालू प्रसाद की ओर से दुमका कोषागार से अवैध निकासी वाले मामले में जमानत याचिका दाखिल की गई है। उनकी ओर से सजा की आधी अवधि जेल में काटने और हृदय रोग, किडनी व शुगर सहित 16 प्रकार की बीमारियों का हवाला दिया गया है। 

उल्लेखनीय कि लालू प्रसाद पर झारखंड में कुल पांच मामले चल रहे हैं। इनमें से चार मामलों में उन्हें सजा मिल चुकी है। लालू को पहले ही चाईबासा के दो व देवघर मामले में जमानत मिल चुकी है। जबकि दुमका कोषागार वाले में उन्होंने हाईकोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की है। वहीं, डोरंडा कोषागार वाले मामले में अभी लोअर कोर्ट में सुनवाई चल रही है।