बिहार: पटना के बड़े प्राइवेट हॉस्पीटल में एडमिट कोरोना संक्रमित महिला के साथ छेड़छाड़

पटना के शास्त्री नगर पुलिस स्टेशन एरिया के राजाबाजार स्थित एक बड़े प्राइवेट हॉस्पीटल में एडमिट कोरोना पॉजिटिव महिला से रविवार की रात गैंगरेप की कोशिश का मामला सामने आया है।

बिहार: पटना के बड़े प्राइवेट हॉस्पीटल में एडमिट कोरोना संक्रमित महिला के साथ छेड़छाड़

पटना। राजधानी पटना के शास्त्री नगर पुलिस स्टेशन एरिया के राजाबाजार स्थित एक बड़े प्राइवेट हॉस्पीटल में एडमिट कोरोना पॉजिटिव महिला से रविवार की रात रेप की कोशिश का मामला सामने आया है। सूचना मिलने पर शास्त्रीनगर पुलिस स्टेशन की पुलिस हॉस्पीटल पहुंचकर मामले की जांच की है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मरीज के परिजन का आरोप बेबुनियाद है। अस्पताल प्रशासन जांच में पूरा सहयोग कर रहा है। 

बताया जा रहा है कि सोमवार की सुबह उसकी पुत्री अस्पताल पहुंची। उसे पता चला कि मां के साथ कुछ गलत हुआ है। फिर वह वीडियो बना मां से इशारे में पूछ रही थी कि उसके साथ क्या हुआ? तुम्हारे साथ बदसुलूकी हुई? क्या, कुछ हुआ है? हां या ना में इशारा करो। वह बार-बार पूछ रही थी कि तुम्हारे साथ क्या हुआ? रविवार की शाम में घर जाने के बाद आइसीयू में तीन-चार लोग घुस गये। आरोप है कि उन लोगों ने पीडि़ता के साथ बदसुलूकी की। रोप का प्रयास किया। पीडि़ता पिछले दस दिनों से एडमिट है। बेटी के आरोपों का वीडियो वायरल होते ही अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस टीम गठित कर मामले की जांच में जुट गई। पुलिस ने पीडि़त परिवार से भी संपर्क किया है। पुलिस आइसीयू के बाहर लगे सीसी कैमरा, वहां रात में किसकी ड्यूटी थी? जिन पर आरोप लगे हैं, वे कौन हैं? ऐसे कई बिंदुओं पर छानबीन कर रही है। 

अस्पताल प्रशासन ने बयान जारी कर आरोपों को बताया बेबुनियाद

अस्पताल प्रबंधन ने बयान जारी कर कहा है कि आइसीयू में इलाज के दौरान एक मरीज के रिश्तेदार ने बदसुलूकी का आरोप लगाया है।  आंतरिक जांच में पाये गये तथ्यों के आधार पर आरोपों की जांच की गई तो पता चला कि आरोप निराधार हैं। जिस महिला ने छेडख़ानी का आरोप लगाया है, उसका सेंस पूरी तरह काम नहीं कर रहा है। वो कभी मास्क निकाल देती है तो कभी दूसरा इक्विपमेंट्स। लिहाजा, यह साइकोसिस का मामला लग रहा है। इसमें आदमी उस चीज की कल्पना कर लेता है, जो असल में हुआ ही नहीं। वह पेसेंट वार्ड में एडमिट है, जहां 20-25 पेसेंट हैं। ऐसे में बाहरी आदमी का अंदर आना और छेडख़ानी करना असंभव है। आंतरिक जांच हो रही है और पुलिस भी जांच कर रही है। पुलिस की जांच में अस्पताल प्रशासन पूरा सहयोग कर रहा है।