बिहार: पटना में RJD लीडर ने DSP से की बदसलूकी, पूर्व पार्षद ने कालर पकड़ हड़काया, पुलिस ने किया अरेस्ट

बिहार की राजधानी पटना में गलत सूचना पर दुकानदारों को पकड़ने के बाद पीरबहोर पुलिस स्टेशन की पुलिस की पिटाई के कारण दूसरे दिन शुक्रवार को भी एरिया में टेंशन में तनाव कायम रहा। पुलिस एक और दुकानदार सरफराज को उठाकर पुलिस स्टेशन ले आयी। पीरबहोर पुलिस स्टेशन पहुंचे पटना नगर निगम के वार्ड संख्या 40 के पूर्व पार्षद सह आरजेडी लीडर असफर अहमद और टाउन डीएसपी अशोक कुमार सिंह का कालर पकड़कर गाली दी।

बिहार: पटना में RJD लीडर ने DSP से की बदसलूकी, पूर्व पार्षद ने कालर पकड़ हड़काया, पुलिस ने किया अरेस्ट
  • पुलिस को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने वालों को बचाने आ गये छाना
  • कहा- उसे छोड़ वरना पांच हजार की भीड़ जमा कर दूंगा
पटना। बिहार की राजधानी पटना में गलत सूचना पर दुकानदारों को पकड़ने के बाद पीरबहोर पुलिस स्टेशन की पुलिस की पिटाई के कारण दूसरे दिन शुक्रवार को भी एरिया में टेंशन में तनाव कायम रहा। पुलिस एक और दुकानदार सरफराज को उठाकर पुलिस स्टेशन ले आयी। पीरबहोर पुलिस स्टेशन पहुंचे पटना नगर निगम के वार्ड संख्या 40 के पूर्व पार्षद सह आरजेडी लीडर असफर अहमद और टाउन डीएसपी अशोक कुमार सिंह का कालर पकड़कर गाली दी। धमकाते हुए  कहा जिसे पकड़ा है उसे छोड़ वरना पांच हजार की भीड़ जमा कर दूंगा।
पुलिस ने आरजेडी लीडर को किया अरेस्ट
पूर्व पार्षद पुलिस स्टेशन में ही डीएसपी को अपनी ओर खींचने लगे। इसके बाद पुलिस ने उन्हें भी अरेस्ट कर लिया। बेटे के साथ मारपीट की खबर पाकर पीछे से उनके पिता व एक्स एमएलसी अनवर अहमद पहुंचे थे। उन्हें पुलिस स्टेशन में रोक लिया गया। घटना के कारण एरिया में टेंशन व्याप्त है। इससे आक्रोशित लोगों ने रात आठ बजे रोड जाम कर दिया। लोग देर रात तक सड़कों पर डटे रहे। सब्जीबाग, अशोक राजपथ इलाके में भीड़ जमा थी। डीएसपी ने पूर्व वार्ड पार्षद असफर अहमद और दुकानदार सरफराज की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि बेटे को छुड़ाने के लिए एक्स एमएलसी पहुंचे थे। वे भी पुलिस स्टेशन में तेज आवाज में बोल रहे थे। फिलहाल, वे बैठे हैं। सीनीयर अफसरों के निर्देश के अनुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी।
वायरल वीडियो की जांच कर रही थी पुलिस
पीरबोहर थानाध्यक्ष सबीह उल हक ने बताया कि लगभग 10 दिन पहले फायरिंग करने का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसकी जांच गुरुवार को की जा रही थी। इसी क्रम में पुलिस को पटना मार्केट के मीना बाजार स्थित एक भवन की छत पर आर्म्स के साथ क्रिमिनलों के होने की सूचना मिली थी। पुलिस सादी वर्दी में वहां पहुंची। कुछ लोग मिले, जिनकी तलाशी ली गई। आर्म्स नहीं मिलने पर पुलिसकर्मी लौटकर आ रहे थे। तभी तीन-चार लोग पुलिस को देखते ही भागने लगे। शक होने पर पुलिस ने दो युवकों को खदेड़ कर पकड़ा और पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन ला रही थी। मौके पर लोगों ने उन्हें निर्दोष बता कर पुलिस जवानों पर हमला बोल दिया। इसमें घायल जवान सुभाष अब भी पीएमसीएच में एडमिट है।
ओडी अफसर के सामने डीएसपी से दुर्व्यवहार
थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस पर हमला करने वालों की पहचान करने की कोशिश की जा रही थी। पुलिस टीम घटनास्थल पर दोबारा गई तो वहां एक दुकान दिखी। दुकानदार को पुलिस थाने पर लेकर आई थी ताकि उनसे पूछताछ की जा सके। पुलिस को अंदेशा था कि वे हमलावरों के बारे में जानकारी दे सकते हैं। उसे छुड़ाने के लिए पूर्व पार्षद असफर अहमद पहुंचे। उन्होंने डीएसपी के साथ अभद्र भाषा में बात की। कालर पकड़कर अपनी ओर खींचने का प्रयास किया। ओडी अफसर के सामने डीएसपी से दुर्व्यवहार करने लगे। इसके बाद असफर थाने से बाहर निकल रहे थे, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकड़  लिया। पुलिस के साथ बहस करते अफसर का एक वीडियो भी वायरल हुआ है। इसमें वे पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए नजर आ रहे हैं।
पिता-पुत्र को पकड़ने के विरोध में जुटे रहे समर्थक
अनवर अहमद और उनके पुत्र असफर अहमद को पुलिस कस्टडी में लिए जाने की सूचना के बाद अशोक राजपथ पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। उनके समर्थक पुलिस स्टेशन के बाहर ही डटे रहे। लोगों का आरोप है कि गुरुवार रात पुलिस स्टेशन के मुखबिर सज्जाद और प्राइवेट ड्राइवर गुड्डू की गलत सूचना पर पुलिस ने जबरदस्ती पटना मार्केट के सौंदर्य प्रसाधन दुकानदार को थाने लेकर जा रही थी। लोकल लोग शुक्रवार को सज्जाद और गुड्डू के खिलाफ एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों से शिकायत करने जाने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही उनके नेता को पुलिस ने पकड़ लिया। लोगों का आरोप है कि थाने में पूर्व पार्षद की पिटाई कर कपड़े भी फाड़ दिय गये। वहीं, डीएसपी ने आरोप को गलत बताया है। उनका कहना है कि पूर्व पार्षद ने अपने कपड़े खुद फाड़े थे। पुलिस स्टेशन में लगे सीसीटीवी कैमरों में पूरी वारदात कैद हो चुकी है।
यह है मामला
सब्जीबाग एरिया में गुरुवार की रात रेड करने गई पुलिस टीम पर लोकल लोगों ने हमला कर दिया था। पुलिस कांस्टेबल को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस मामले की जांच में डीएसपी और थानेदार घटना स्थल पर गये थे। वहां से एक लोकल दुकानदार को शक के आधार पर पकड़कर पुलिस स्टेशन लेते आये थे। इसके बाद एक्स वार्ड पार्षद अशफर अहमद थाना पहुंच गये। वे पुलिस कस्टडी में लिये गये व्यक्ति को साथ ले जाने की कोशिश करने लगे। इस दौरान मना करने पर वह टाउन डीएसपी अशोक प्रसाद के साथ दुर्व्यवहार करने लगे। उन्हें गालियां देने लगे। अंतत: पुलिस ने उन्हें भी बलपूर्वक कब्जे में लिया।