बिहार : CM नीतीश कुमार और पशुपति कुमार पारस की मुलाकात, चिराग पासवान के लिए टेंशन

सेंट्रल मिनिस्टर पशुपति कुमार पारस ने सोमवार को पहली बार सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की। लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) में टूट और एमपी के साथ अलग गुट बनाकर मोदी कैबिनेट मिनिस्टर का पद हासिल करने वाले पारस की सीएम से यह मुलाकात के कई मायने है।

बिहार : CM नीतीश कुमार और पशुपति कुमार पारस की मुलाकात, चिराग पासवान के लिए टेंशन

पटना। सेंट्रल मिनिस्टर पशुपति कुमार पारस ने सोमवार को पहली बार सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की। लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) में टूट और एमपी के साथ अलग गुट बनाकर मोदी कैबिनेट मिनिस्टर का पद हासिल करने वाले पारस की सीएम से यह मुलाकात के कई मायने है।
 पारस के साथ उनके भतीजे एवं एमपी प्रिंस राज और कृष्ण राज भी थे। नवादा एमपी चंदन सिंह भी थे। भतीजों के साथ सीएम से मुलाकात करके पारस ने चिराग पासवान के लिए टेंशन दे दिया है। भविष्य की रणनीति के तहत पारस ने पहला संकेत दिया कि रामविलास पासवान के निधन के बाद वह पूरे परिवार को साथ लेकर चलने में सक्षम हैं। इस मोर्चे पर पारस ने चिराग को अलग-थलग साबित करने की कोशिश की। दूसरा संकेत है कि एलजेपी पर उनकी दावेदारी कभी कमजोर नहीं हुई है। नीतीश-पारस की मुलाकात से स्पष्ट है कि भविष्य में एनडीए गठबंधन में भाजपा और जदयू के साथ लोजपा (पारस गुट) की ही भागीदारी होगी। 
सीएम ने शाल ओढ़ाकर पशुपति पारस का स्वागत किया। एलजेपी के मुख्य प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल के मुताबिक यह शिष्टाचार मुलाकात थी। पारस ने बिहार में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग स्थापित करने के लिए पटना में क्षेत्रीय कार्यालय खोलने के लिए जमीन उपलब्ध कराने की दिशा में पहल करने हेतु सीएम से आग्रह किया। मुलाकात के दौरान पारस ने 23 अगस्त को हाजीपुर में उनके काफिले पर हुए हमले और फिर दिल्ली में उन्हें फोन पर मिली धमकी की भी चर्चा की। इसकी जांच कराने की मांग की। 
पीएम पद की कोई वैकेंसी नहीं : पारस
सीएम से मुलाकात के बाद मीडिया के सवालों पर पारस ने कहा कि अभी पीएम पद की कोई वैकेंसी नहीं है। एनडीए में इस पद के कई दावेदार हैं, जिनमें नीतीश कुमार हैं। मैं भी हूं और कई नेता हैं। उनसे पूछा गया था कि जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सीएम नीतीश कुमार को पीएम मैटिरियल बताया गया है। पारस ने लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सवाल पर कहा कि या मामला चुनाव आयोग के पास विचाराधीन है। आयोग के फैसले के बाद ही निर्णय हो सकेगा कि लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान होंगे या पशुपति कुमार पारस।