भागलपुर: इनकम टैक्स की रेड चौथे दिन समाप्त, राजेश वर्मा को पांच दिनों में देना होगा करोड़ों की संपति का हिसाब  

बिहार के भागलपुर के एक्स डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के ठिकानों पर पिछले चार दिनों से चल रही, इनकम टैक्स की रेड शनिवार को समाप्त हो गयी। आईटी की टीम दिन छानबीन करने के बाद रेड में जप्त करोड़ों रुपये के जमीन के दस्तावेज अपने साथ ले गयी है।

भागलपुर: इनकम टैक्स की रेड चौथे दिन समाप्त, राजेश वर्मा को पांच दिनों में देना होगा करोड़ों की संपति का हिसाब  

पटना। बिहार के भागलपुर में गुंडा बैंक को लेकर बुधवार की सुबह शुरू हुई आयकर की कार्रवाई शनिवार की देर शाम खत्म हो गई पर जांच जारी रहेगी। एक्स डिप्टी मेयर राजेश वर्मा समेत अन्य के ठिकानों पर पिछले चार दिनों से चल रही, इनकम टैक्स की रेड  समाप्त हो गयी। आईटी की टीम दिन छानबीन करने के बाद रेड में जप्त करोड़ों रुपये के जमीन के दस्तावेज अपने साथ ले गयी है।आइटी की टीम 84 घंटे तक चली कार्रवाई के दौरान 63 लाख जब्त किये हैं। इनमें 28 लाख राजेश वर्मा के घर से, 24 लाख रवि जालान के घर से, आठ लाख सुल्तानगंज के शिवम चौधरी के घर से और तीन लाख विजय यादव के घर से जब्त किया गया है।

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आईटी टीम की ओर से राजेश वर्मा को अगले चार से पांच दिनों का समय दिया गया है। इस दौरान राजेश वर्मा को अपने सारे संपत्ति का ब्योरा देना होगा। नही तो बेनामी संपत्ति घोषित करते हुए आयकर की टीम जप्त कर लेगी। राजेश वर्मा के घर से बरामद 28 लाख रुपये कैश को भी आईटी की टीम ने सीज कर लिया है।
राजेश वर्मा और रवि जालान के बीच करोड़ों का अवैध लेनदेन
आईटी से  से मिली जानकारी के अनुसार, राजेश वर्मा और रवि जालान के बीच करोड़ों का अवैध लेन-देन किया जाता था। इन दोनों द्वारा करोड़ों के राशि को चेक में बदला जाता था। विजय यादव के यहां से भी तीन लाख रुपये कैश के साथ साथ गुंडा बैंक से जुड़े कई दस्तावेज बरामद हुए थे। इसकी जांच जारी है।
राजेश वर्मा के मैनेजर का अकाउंट होगा सीज
आइटी अफसर का कहना है कि भागलपुर के एक्स डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के मैनेजर मानस सिंह के यहां से वर्मा प्रोजेक्ट के कई अहम दस्तावेज मिले हैं। मानस के केनरा बैंक के भी एक अकाउंट को भी सीज किया जायगा। राजेश वर्मा से संबंधित लोगो से गुंडा बैंक मामले में दस्तावेज मिले है जांच चल रही है।

आइटी की टीम लौटी पर जांच रहेगी जारी
 कार्रवाई खत्म होने के बाद बातचीत के दौरान आयकर अधिकारी ने बताया कि इस कार्रवाई के खत्म होने से जांच बंद नहीं हुई है। आइटी की लोकल टीम अपनी जांच जारी रखेगी।  राजेश वर्मा सहित अन्य को भी डिटेल उपलब्ध कराने को कहा गया है वह उन्हें लोकल लेवलपर आइटी ऑफिस को उपलब्ध कराना है।  इटी टीम ने रवि जालान और राजेश वर्मा को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की। दोनों के बीच कैशदेने और बदले में चेक और अकाउंट में पैसे लिए गए हैं। इसको लेकर दस्तावेज सामने रख दोनों से पूछताछ की गई। दोनों के बीच कहां-कहां क्या बिजनसहै इसकी भी जानकारी ली गई। आइटी टीम नेने मेटल डिटेक्टर भी मंगवाया। उससे भी घर में कई जगहों पर जांच की गई। जमीन से संबंधित दस्तावेज की जांच के लिए आइटी अफसरों ने अमीन को भी बुलाया था।

ज्वेलरी बिजनस में दो सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल, दोनों में 60-70 करोड़ का अंतर

राजेश वर्मा के ठिकानों पर सर्च के दौरान आइटी टीम को पता चला कि वे अपने ज्वेलरी बिजनस को लेकर दो सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रहे हैं।आरएम और टेली सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जा रहा है। जब दोनों सॉफ्टवेयर में फीड किये गये डाटा का मिलान किया गया तो उनमें 50 से 60 करोड़ रुपये का अंतर सामने आया है। आइटी कहना है कि इतना अंतर होना गड़बड़ी की तरफ इशारा कर रहा है। आइटी टीम पूर्णिया और देवघर में भी हरिओम की दुकानों में भी इसी तरह का अंतर सामने आया है। दो सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल क्यों और किन दो अलग-अलग जगहों पर दिखाने के लिए किया जा रहा था इसकी भी जांच हो रही है।

आइटी टीम टीम हरिओम ज्वेलर्स के अकाउंटेंट कुंदन मिश्रा के हसनगंज स्थित घर से साथ लेकर दुकान के स्टॉक, खरीद और बिक्री से संबंधित जांच की गई। दो लेजर बुक्स में सामने आएये अंतर के बारे में भी उससे पूछताछ की गई। हरिओम ज्वेलर्स के सभी दुकानों का स्टॉक से संबंधित पूरी जानकारी ले ली गई है। उसके दस्तावेज लेकर टीम ले गयी है। हरिओम ज्वेलर्स के पूर्णिया और देवघर की दुकानों से भी दस्तावेज जब्त कर टीम ले गई है।आइटी अफसरों ने कहा कि राजेश वर्मा, विजय यादव सहित कई के ठिकानों पर जमीन की रजिस्ट्री और एग्रीमेंट से संबंधित दस्तावेज मिले हैं। 

पांच-छह दिनों में राजेश वर्मा  ने डिटेलनहीं तो बेनाम कह संपत्ति होगी जब्त

आइटी अफसरों ने कहा कि राजेश वर्मा को पांच से छह दिन के अंदर अपनी पूरी संपत्ति, निवेश आदि का ब्योरा देने को कहा गया है। अगर जानकारी छिपायेंगे और बाद में विभाग को संपत्ति की जानकारी मिली तो उस संपत्ति को बेनामी घोषित कर जब्त कर लिया जायेगा।

राजेश वर्मा के घर मिला ढाई क्विंटल चांदी

राजेश वर्मा के घर से आइटी टीम ने ढाई क्विंटल चांदी बरामद किया। टीम ने राजेश वर्मा से उसका बिल और वाउचर दिखाने को कहा।  वे बिल और वाउचर नहीं दिखा सके। अगर वे बिल नहीं दिखा सकेंगे तो चांदी जब्त कर लिया जायेगा। आयकर अधिकारी का कहना था कि आभूषण को ही खोजने के लिए मेटल डिटेक्टर का इस्तेमाल करना पड़ा। 

आइटी टीम ने जहां की कार्रवाई

आइटी टीम गुंडा बैंक को लेकर भागलपुर जिले में ज्रीवेलरी बिजनसमैन राजेश वर्मा,राकेश शर्मा उर्फ बिल्लु, राजेश वर्मा के बॉडीगार्ड पंकज भारती, सीए रवि जलान, जमीन कारोबारी ललमटिया के विजय यादव, जमीन कारोबारी परबत्ती के रहने वाले मिथिलेश यादव, राजेश वर्मा के साथ काम करने वाले उनके करीबी कपड़ा व्यवसायी जॉनी संथालिया, राजेश वर्मा के ही करीबी विनीत जलान, राजेश वर्मा के करीबी और होटल पंचवटी के मालिक दिलीप राय के परिवार के सदस्य अनिकेत आनंद, सुल्तानगंज के रहने वाले पेट्रोल पंप और ईंट भट्ठा के मालिक शिवम चौधरी, जमीन कारोबारी बबरगंज के शंकर मोदी, इशाकचक के रहने वाले वर्मा इंफ्रा के मैनेजर मानस और रेलवे में लोके पायलट बैजानी के रहने वाले सुमन सिसोदिया उर्फ सुदर्शन सिंह के यहां कार्रवाई हुई है।