बिहार: विधानसभा चुनाव के पहले PM मोदी ने स्टेट को दी 901 करोड़ की सौगात, कहा- पहले दो घंटे भी नहीं मिलती थी बिजली

विधानसभा चुनाव से पूर्व पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को बिहार को 901 करोड़ की योजनाओं की सौगात दी है। पीएम ने पारादीप-मुजफ्फरपुर एलपीजी पाइपलाइन परियोजना के तहत हरसिद्धि पूर्वी चंपारण में HPCL और दुर्गापुर-बांका क्षेत्र में Indian Oil के नवनिर्मित बांका एलपीजी बॉटलिंग प्लांट का उद्घाटन किया। उन्होंने पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर पाइपलाइन के दुर्गापुर-बांका खंड के 634 करोड़ की लागत से 193 किमी लंबी पाइपलाइन का भी उद्घाटन किया।

बिहार: विधानसभा चुनाव के पहले PM मोदी ने स्टेट को दी 901 करोड़ की सौगात, कहा- पहले दो घंटे भी नहीं मिलती थी बिजली
  • रघुवंश के सपनों को पूरा करें नीतीश
  • पूर्वी चंपारण तथा बांका में दो एलपीजी बॉटलिंग प्लांट तथा एक पाइपलाइन का उद्घाटन 

पटना। विधानसभा चुनाव से पूर्व पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को बिहार को 901 करोड़ की योजनाओं की सौगात दी है। पीएम ने पारादीप-मुजफ्फरपुर एलपीजी पाइपलाइन परियोजना के तहत हरसिद्धि पूर्वी चंपारण में HPCL और दुर्गापुर-बांका क्षेत्र में Indian Oil के नवनिर्मित बांका एलपीजी बॉटलिंग प्लांट का उद्घाटन किया। उन्होंने पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर पाइपलाइन के दुर्गापुर-बांका खंड के 634 करोड़ की लागत से 193 किमी लंबी पाइपलाइन का भी उद्घाटन किया।

विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के पहले तक पीएम बिहार में 16 हजार करोड़ की योजनाओं की शुरुआत करने वाले हैं। इस दौरान वे अलग-अलग कार्यक्रमों में लोगों से संवाद भी करेंगे। रविवार का कार्यक्रम इसी की कड़ी है। इसके पहले पीएम ने गुरुवार को बिहार में मत्स्यपालन, पशुपालन व कृषि विभागों से जुड़ी 294 करोड़ रुपयों की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया था। पीएम का 15, 18, 21 और 23 सितंबर को उदघाटन व शिलान्यास कार्यक्रम है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर जताया शोक
पीएम ने कार्यक्रम के प्ररंभ में एक्स सेंट्रल मिनिस्टर रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन को लेकर संवेदना प्रकट किया। उन्होंने कहा कि मुझे एक दु:खद खबर आपके साथ साझा करना है। बिहार के दिग्गज नेता श्रीमान रघुवंश प्रसाद सिंह हमारे बीच नहीं रहे हैं। मैं उनको नमन करता हूं। रघुवंश बाबू के जाने से बिहार और देश की राजनीति में शून्य पैदा हुआ है। रघुवंश जी जिन आदर्श को लेकर चले थे, जिनके साथ चले थे, उनके साथ चलना उनके लिए संभव नहीं रहा था। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री जी को अपनी एक विकास के कामों की सूची भेज दी। बिहार के लोगों की, बिहार के विकास की चिंता उस चिट्ठी में प्रकट होती है। मैं नीतीश जी से आग्रह करूंगा कि रघुवंश प्रसाद जी ने अपनी आखिरी चिट्ठी में जो भावना प्रकट की है उसको परिपूर्ण करने के लिए आप और हम मिलकर पूरा प्रयास करें।

बिहार में पहले दो घंटे भी नहीं मिलती थी बिजली
पीएम ने कहा कि इतनी बड़ी वैश्विक महामारी देश के प्रत्येक व्यक्ति के लिए अनेकों परेशानियां लेकर आई है। लेकिन इन परेशानियों के बाद भी देश रुका नहीं है, बिहार रुका नहीं है, बिहार थमा नहीं है।कोरोना संक्रमण अभी भी हमारे बीच में मौजूद है। 'जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं' दो गज की दूरी साबुन से हाथ की नियमित सफाई यहां-वहां थूकने से मनाही चेहरे पर मास्क इन जरूरी बातों का हमें खुद भी पालन करना है और दूसरों को भी याद दिलाते रहना।

बिहार देश की प्रतिभा का पावरहाउस
उन्होंने कहा कि एक समय था जब बिहार में LPG गैस कनेक्शन होना बड़े संपन्न लोगों की निशानी होता था। एक-एक गैस कनेक्शन के लिए लोगों को सिफारिशें लगवानी पड़ती थीं। जिसके घर गैस होती थी, वो माना जाता था कि बहुत बड़े घर-परिवार से है। लेकिन बिहार में अब ये अवधारणा बदल चुकी है।जब मैं कहता हूं कि बिहार देश की प्रतिभा का पावरहाउस है, ऊर्जा केंद्र है तो ये कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। बिहार के युवाओं की यहां की प्रतिभा का प्रभाव चारो तरफ है। भारत सरकार में भी बिहार के कितने बेटे-बेटियां हैं जो देश की सेवा कर रहे है।बिहार में बिजली की क्या स्थिति थी, ये जगजाहिर है। गांवों में दो-तीन घंटे बिजली आ गई तो बहुत माना जाता था। शहरों में भी आठ-10 घंटे से ज्यादा बिजली नहीं मिलती थी। आज बिहार के गांवों में, शहरों में बिजली की उपलब्धता पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा हुई है।

नये भारत, नये बिहार की इसी पहचान

पीएम ने कहा कि गैस बेस्ड इंडस्ट्री और पेट्रो-कनेक्टिविटी, ये सुनने में बड़े टेक्नीकल से लगते हैं, लेकिन इनका सीधा असर लोगों के जीवन पर पड़ता है, जीवन स्तर पर पड़ता है। गैस बेस्ड इंडस्ट्री और पेट्रो-कनेक्टिविटी रोजगार के भी लाखों नए अवसर बनाती है। बिहार सहित पूर्वी भारत में ना तो सामर्थ्य की कमी है और ना ही प्रकृति ने यहां संसाधनों की कमी रखी है। बावजूद इसके बिहार और पूर्वी भारत विकास के मामले में दशकों तक पीछे ही रहा। इसकी बहुत सारी वजहें राजनीतिक थी, आर्थिक थीं, प्राथमिकताओं की थीं। अब देश और बिहार, उस दौर से बाहर निकल रहा है जिसमें एक पीढ़ी काम शुरू होते देखती थी और दूसरी पीढ़ी उसे पूरा होते हुए। नए भारत, नये बिहार की इसी पहचान, इसी कार्यसंस्कृति को हमें और मजबूत करना है। जगदीशपुर-हल्दिया पाइपलाइन प्रोजेक्ट का जो हिस्सा बिहार से गुजरता है, उस पर भी काम पिछले साल मार्च में ही समाप्त कर लिया गया है। मोतीहारी अमलेखगंज पाइपलाइन पर भी पाइपलनाइन से जुड़ा काम पूरा कर लिया गया है।इससे पहले पटना LPG प्लांट के विस्तार और भारन क्षमता बढ़ाने का काम हो, पूर्णिया के LGP प्लांट का विस्तार हो, मुजफ्फरपुर में नया LGP प्लांट हो, ये सारे प्रोजेक्ट पहले ही पूरे किए जा चुके हैं।

बिहार में सामर्थ्य की कमी नहीं , यहां प्राकृतिक संरचनाओं की भरमार

मोदी ने कहा कि कुछ वर्ष पहले जब बिहार के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की गई थी, तो उसमें बहुत फोकस राज्य के इंफ्रास्ट्रक्चर पर था। मुझे खुशी है कि इसी से जुड़े एक महत्त्वपूर्ण गैस पाइप लाइन प्रोजेक्ट के दुर्गापुर- बांका सेक्शन का लोकार्पण करने का अवसर मुझे मिला है।गैस और पेट्रोलियम पर 21 हजार करोड़ खर्च होगा। मोतिहारी पाइपलाइन का काम भी पूरा हो गया है।नये भारत और नए बिहार की पहचान को मजबूत करना है। विकास के बिहार में नीतीश की भूमिका काफी है।बिहार में सामर्थ्य की कमी नहीं है। यहां प्राकृतिक संरचनाओं की भरमार है। बिहार राजनीतिक कारणों से पीछे रहा है।पीएम ऊर्जा गंगा योजना से पूर्वी बिहार को जोड़ना का प्रयास है। तीन हजार किलोमीटर गैस लाइन से जोड़ा जा रहा है।

सीएम नीतीश कुमार बोले- कम समय में सभी काम पूरे हुए। आज उद्घाटन हो रहा है।पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस व इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान- अगर बिहार की मेहनत से महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडू, पंजाब व गुजरात की आर्थिक संपन्नता होती है। बिहार को भी उसी तरह से समझाना पड़ेगा। प्रधानमंत्री जी ने पिछले छह साल में एक-एक कर कारखाना खोलने की योजना की कल्पना मिशन की ओर है। आज के कार्यक्रम मिशन पूर्वोदय की एक छोटी सी पहल है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना केंद्रीय विषय है। इससे ना केवल ज्यादा कनेक्शन दिया गया।  अपितु ज्यादा एलपीजी वितरक भी बने। बिहार में आजादी के बाद बरौनी कारखाना बनी थी। बरौनी खाद कारखाना बंद हो गया था, लेकिन जब प्रधानमंत्री जी ने जिम्मेवारी ली तो कल कारखाने खुलने शुरू हो गए। आज प्रारंभ हुए बिहार में पाइपलाइन प्लांट दुनिया के सबसे बड़ी पाइपलाइन परियोजना होगी। फिर मुजफ्फरपुर पारादीप से चलकर मुजफ्फरपुर जाएगा जायेगा सुदूर गुजरात तक जाएगी। प्रधानमंत्री जी की कल्पना है कि गोरखपुर मुजफ्फरपुर का दुनिया की सबसे बड़ी पाइपलाइन योजना नेचुरल पाइपलाइन बिहार में शुरू किया जा रहा है। इसमें रोजगार के साथ आत्मनिर्भरता भी बढ़ेगी और भारत आत्मनिर्भर तब होगा जब बिहार आत्मनिर्भर होगा। 

अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि प्रधानमंत्री जी आपने जिस प्रकार इस राज्य को सुरक्षित ऊर्जा को मुकाम हासिल करने के लिए अवसर दिया है व गौरवशाली है। नरेंद्र मोदी जी ने जो परिकल्पना की है वह अब सरकार होते हुए दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री जी एक समग्र दृष्टिकोण अपनाने वाले व्यक्तित्व है। आपके नेतृत्व से राष्ट्र सेवा करने का अनुभव हो रहा है
हरसिद्धि ब्लॉक स्थित पान्नापुर कोबैया गांव के समीप एचपीसीएल के नया बॉटलिंग प्लांट बनाया है। इस प्लांट की प्रतिदिन 40 हजार बॉटलिंग की क्षमता होगी। प्लांट पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चम्पारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, सिवान, गोपालगंज में एलपीजी की आवश्यकताओं की पूर्ति करेगा।बांका के एलपीजी बॉटलिंग प्लांट के चालू होने से बिहार में बॉटलिंग प्लांट की वार्षिक क्षमता 390 से बढ़कर 510 टीएमटी हो जाएगी। यहां से प्रतिदिन 40 हजार गैस सिलेंडरों की सप्लाई होगी।यहां से बिहार के बांका, भागलपुर, जमुई, अररिया, किशनगंज, कटिहार के अलावा झारखंड राज्य के देवघर दुमका, साहेबगंज व पाकुड़ में भी सिलेंडरों की आपूर्ति की जायेगी।