बाबूलाल मरांडी के राजनीतिक सलाहकार सुनील तिवारी सैफई से अरेस्ट,चेस्ट पेन, हॉस्पीटल में एडमिट

झारखंड के एक्स सीएम बाबूलाल मरांडी के राजनीतिक सलाहकार सुनील तिवारी को रांची पुलिस ने सैफई पुलिस स्टेशन एरिया के आगरा- लखनऊ एक्सप्रेस वे से अरेस्ट कर लिया है। झरखंड पुलिस की विशेष टीम ने तिवारी को रविवार की सुबह गिरफ्तार किया।  गिरफ्तारी के बाद सुनील तिवारी की तबीयत बिगड़ गई। सीने में दर्द की कंपलेन के बाद उन्हें सैफई हॉस्पीटल में एडमिट करवाया गया है।

बाबूलाल मरांडी के राजनीतिक सलाहकार सुनील तिवारी सैफई से अरेस्ट,चेस्ट पेन, हॉस्पीटल में एडमिट
सुनील तिवारी (फाइल फोटो)।
  • खूंटी की युवती ने दर्ज कराया है रेप का केस
  • कई दिनों ले चल रहे थे फरार

रांची। झारखंड के एक्स सीएम बाबूलाल मरांडी के राजनीतिक सलाहकार सुनील तिवारी को रांची पुलिस ने सैफई पुलिस स्टेशन एरिया के आगरा- लखनऊ एक्सप्रेस वे से अरेस्ट कर लिया है। झरखंड पुलिस की विशेष टीम ने तिवारी को रविवार की सुबह गिरफ्तार किया।  गिरफ्तारी के बाद सुनील तिवारी की तबीयत बिगड़ गई। सीने में दर्द की कंपलेन के बाद उन्हें सैफई हॉस्पीटल में एडमिट करवाया गया है।भूपेंद्र पटेल होंगे गुजरात के नये सीएम, पहली बार बने हैं एमएलए

सुनील तिवारी का सैफई हॉस्पीटल में इलाज चल रहा है। अशोक नगर निवासी सुनील तिवारी के खिलाफ 16 अगस्त को रांची के अरगोड़ा पुलिस स्टेशन में नाबालिग के साथ रेप, छेड़छाड़ समेत अन्य सेक्शन में एफआइआर दर्ज करायी गयी थी।युवती के कंपलेन पर अरगोड़ा पुलिस स्टेशन में कांड संख्या 229/ 2021 दर्ज केस में आईपीसी की सेक्शन 376(1), 354 ए, 354 बी, 354 डी, 504, 504 और एससी एसटी एक्ट की धारा लगायी गयी थी। सुनील तिवारी की अग्रिम जमानत याचिका रांची कोर्ट ने खारिज कर दी थी। सुनील ने अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। कोर्ट ने 25 अगस्त को सुनील तिवारी के खिलाफ वारंट जारी किया था। इसके बाद से वह फरार चल रहे थे। 

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अशोक नगर निवासी सुनील तिवारी के खिलाफ अरगोड़ा पुलिस स्टेशन में 16 अगस्त को एक युवती ने एफआइआर दर्ज करायी थी।
युवती ने पुलिस को दिये आवेदन में कहा था कि वह सुनील तिवारी के यहां घर का काम करती थी। शुरुआती दिनों से ही उसे सुनील तिवारी की बुरी नीयत का अंदाजा उनके हावभाव से होने लगा था। एक दिन घर के अन्य सदस्यों की गैर मौजूदगी में तिवारी ने उसके संवेदनशील अंगों को छूना शुरू किया, जिसका उसने विरोध किया। आरोप के मुताबिक विरोध करने पर शराब के नशे में सुनील तिवारी ने उसके साथ मारपीट की और फिर रेप किया। 

लड़की का आरोप है कि रेप करने के बाद सुनील तिवारी ने मोबाइल पर फोन कर मुझसे माफी मांगी। दूसरे दिन उन्होंने मुझे पैसे का लालच देकर कहा कि मैं उस घटना का जिक्र किसी से न करूं। ऐसा करने पर वे मुझे मुंह मांगा पैसा देंगे। उस घटना के बाद सुनील तिवारी ने दोबारा मेरे साथ छेड़छाड़ की। फिर जुलाई महीने में मैंने उनका घर छोड़ दिया। इसके बाद भी उन्होंने मेरा पीछा नहीं छोड़ा और मुझे फोन करके परेशान करते रहे। जब मैंने छेड़खानी का विरोध किया तो जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए गंदी-गंदी गालियां दी। मुझे जान से मारने की धमकी भी दी। केस  दर्ज होने के बाद पीड़िता का 164 का बयान भी दर्ज कर लिया गया था। मामले में सिविल कोर्ट से सुनील तिवारी के खिलाफ वारंट भी जारी हुआ था। उन्होंने सिविल कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी। जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। इसके बाद तिवारी ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका की गुहार लगाई थी।