टेंडर मैनेज करने वाले क्रिमिनल गैंग की खिलाफत कर बबलू लो रेट में लिया था टेंडर, नहीं दी थी रंगदारी

आद्रा रेल डिवीजन के कंट्रेक्टर धनबाद निवासी लव सिंह उर्फ बबलू सिंह की मर्डर कथित टेंडर मैनेज करने वाले क्रिमिनल गैंग ने किया है। पुलिस छानबीन में मामले में कई अहम जानकारी हाथ लगी है। पुलिस गैंग से जुड़े क्रिमिनल व बोकारो व धनबाद के में उसके शार्गिदों की खोज में रेड कर रही है। एक सीनीयर पुलिस अफसर ने दावा किया है कि जल्द ही मामले में संलिप्त क्रिमिनल पुलिस गिरफ्त में होंगे। 

टेंडर मैनेज करने वाले क्रिमिनल गैंग की खिलाफत कर बबलू लो रेट में लिया था टेंडर, नहीं दी थी रंगदारी
  • आद्रा डिवीजन के काम में कथित टेंडर मैनेज करने के नाम पर होती है रंगदारी
  • विरोध करने पर कंट्रेक्टर बन जाते हैं आंखों को किरकिरि
धनबाद। आद्रा रेल डिवीजन के कंट्रेक्टर धनबाद निवासी लव सिंह उर्फ बबलू सिंह की मर्डर कथित टेंडर मैनेज करने वाले क्रिमिनल गैंग ने किया है। पुलिस छानबीन में मामले में कई अहम जानकारी हाथ लगी है। पुलिस गैंग से जुड़े क्रिमिनल व बोकारो व धनबाद के में उसके शार्गिदों की खोज में रेड कर रही है। एक सीनीयर पुलिस अफसर ने दावा किया है कि जल्द ही मामले में संलिप्त क्रिमिनल पुलिस गिरफ्त में होंगे। 
बताया जाता है कि बबलू की मर्डर कर अन्य कंट्रेक्टर पर प्रेशर बनाया गया है कि रंगदारी नहीं देने पर ऐसा ही किया जायेगा। जोड़ापोखर पुलिस स्टेशन की पुलिस बबलू मर्डर केस की जांच में मुख्य रुप से कंट्रेक्ट विवाद और रंगदारी की केंद्रित है। पुलिस मामले में दर्जन भर लोगों को चिन्हत की है। हालांकि मर्डर के चार दिन बीते जाने के बाद भी अभी पुलिस को कोई विशेष सफलता नहीं मिली है। वैसे पुलिस आधा दर्जन लोगों को तबल कर पूछताछ कर चुकी है। 
जोड़ापोखर पुलिस ने सोमवार की रात झरिया ऊपर कुल्ही से डबलू को पकड़ने गयी लेकिन वह पुलिस के पहुंचते ही भाग निकला।  गया।  पुलिस डबलू के भाई बबलू व अन्य को कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस ने जामाडोबा के राजीव के घर में भी रेड मारा है। हालांकि भनक लगते ही राजीव फरार हो गया।  मनोज नामक एक युवक भागने के क्रम में अपना मोबाइल घर में ही भूल गया था। पुलिस मोबाइल को जब्त कर सीडीआर निकाल कर कड़ी से कड़ी जोड़ रही है। पुलिस से बचने के लिए भागे फिर रहे युवकों के संभावित ठिकाने का पता लगाया जा रहा है।
पुलिस यह भी पता लगा रही है कि बबलू की मर्डर रंगदारी को लेकर या फिर सिंडिकेट से अलग हटकर रेलवे में टेंडर लेने के कारण कारण हुई है? पुलिस जांच में यह बात सामने आयी है कि रेलवे आद्रा डिवीजन में कोई भी कंट्रेक्ट करने पर कंट्रेक्टर को रंगदारी देनी पड़ती है। वसूली की काम बोकारो एवं धनबाद के रंगदार कर रहे हैं। बबलू आद्रा डिवीजन में ऑनलाइन टेंडर सबसे कम रेट में टेंडर डाल देता था। इस कारण उस कंट्रेक्ट मिल जाता था। भागा में रेलवे ट्रैक मरम्मत कार्य बबलू सिंह को तीन माह पहले ही मिला था।  सवा दो करोड़ के इस काम को दो पार्ट में करना था। वह 20 परसेंट कम पर काम लिया था। कोरोना के का्रण दो वर्षों तक काम बंद था। टैंडर पेपर मैनेज एवं रंगदारी के कारण भागा रेलवे में ट्रैक का काम लगातार आठ वर्षों से कोई ओर कंट्रेक्टर कर रहा था। किसी दूसरे को टेंडर नहीं डालने दिया जाता था। बबलू सिंह ने भागा रेलवे ट्रैक का टेंडर सिंडिकेट से हट कर डाल दिया था।