OMICRON के सबवेरिएंट XBB के कारण आ सकती है कोरोना की एक और लहर, WHO की चीफ साइंटिस्ट ने दिए संकेत

WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि कुछ देशों में ओमिक्रोन के XBB सबवेरिएंट के कारण कोराना संक्रमण की एक और लहर आ जा सकती है। उन्होंने कहा कि, पूरे वर्ल्ड में ओमिक्रोन के 300 से अधिक सबवेरिएंट हैं। 

OMICRON के सबवेरिएंट XBB के कारण आ सकती है कोरोना की एक और लहर, WHO की चीफ साइंटिस्ट ने दिए संकेत

वाशिंगटन। WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि कुछ देशों में ओमिक्रोन के XBB सबवेरिएंट के कारण कोराना संक्रमण की एक और लहर आ जा सकती है। उन्होंने कहा कि, पूरे वर्ल्ड में ओमिक्रोन के 300 से अधिक सबवेरिएंट हैं। 

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स्वामीनाथन ने कहा है कि इस समय ओमिक्रोन का XBB सबवेरिएंट चिंता का विषय बना हुआ है। यह सबवेरिएंट वायरस का पुनः संयोजक है, इससे पहले भी पुनः संयोजक वायरस देखे गये हैं। लेकिन XBB की प्रतिरोधक क्षमता बहुत अधिक है। इसके चलते यह आशंका है कि वायरस वैक्सीनेशन की एंटीबॉडी का प्रभाव कम कर सकता है। आशंका है कि कुछ देशों में कोरोना की एक और लहर देखी जा सकती है।
वर्तमान में कोई डाटा नहीं मौजूद
स्वामीनाथन ने कहा कि किसी भी देश से आया डाटा यह नहीं बताता है कि कोरोना के नये वेरिएंट मौजूदा वेरिएंट की तुलना में अधिक गंभीर हैं। WHO के साइंटिस्ट ने आगे कहा कि विश्व स्वास्थ्य निकाय वायरस के BA.5 और BA.1 वेरिएंट पर नजर रख रहा है। Omicron के XBB सबवेरिएंट के बारे में नवीनतम रिपोर्टों ने COVID-19 के नवीनतम विकास और कोरोना वायरस की चुनौतियों के बारे में कई सवाल उठाये हैं।
वायरस को ट्रैक करने की आवश्यकता
स्वामीनाथन ने कोरोना वायरस की निगरानी और उसे ट्रैक करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें लगातार निगरानी और ट्रैक करना जारी रखने की आवश्यकता है। पूरे देश में टेस्टिंग कम हो गई है।पिछले कुछ महीनों में जीनोमिक निगरानी भी कम हो गई है। हमें कम से कम जीनोमिक निगरानी का एक रणनीतिक नमूना बनाये रखने की आवश्यकता है ताकि हम वेरिएंट को लगातार ट्रैक करते रहें।