धनबाद: डीसी के समझाने के बाद PMCH के जूनियर डॉक्टर्स काम पर लौटे,बकाया मानदेय पेमेंट को लेकर स्ट्राइक पर थे

डीसी उमाशंकर सिंह के सामझाने के बाद रविवार की दोपहर से PMCH के जूनियर डॉक्टर्स काम पर लौट आये हैं। बकाया वेतनमान पेमेंट को लेकर PMCH के जूनियर डॉक्टर्स शनिवार को स्ट्राइक पर चले गये थे।  

धनबाद: डीसी के समझाने के बाद PMCH के जूनियर डॉक्टर्स काम पर लौटे,बकाया मानदेय पेमेंट को लेकर स्ट्राइक पर थे
  • फरवरी से नहीं मिला है मानदेय 
  • जूनियर डॉक्टर्स के स्ट्राइक से पेसेंट को रही थी परेशानी 

धनबाद। डीसी उमाशंकर सिंह के सामझाने के बाद रविवार की दोपहर से PMCH के जूनियर डॉक्टर्स काम पर लौट आये हैं।बकाया वेतनमान पेमेंट को लेकर PMCH के जूनियर डॉक्टर्स शनिवार को स्ट्राइक पर चले गये थे। पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर्स काम पर लौटने से मैनेजमेंट व पेसेंट ने  राहत की सांस ली है। डॉक्टर्स को स्ट्राइक से पेसेंट को परेशानी हो रही थी।डीसी उमाशंकर सिंह रविवार को पीएमसीएच पहुंचे। पीएमसीएच मैनेमेंट जिला प्रशासन और जूनियर डॉक्टरों के साथ त्रिपक्षीय वार्ता हुई। डीसी  ने कहा कि कोरोना वायरस जैसे महामारी में डॉक्टरों की भूमिका काफी अहम है। डॉक्टर फ्रंटलाइन योद्धा हैं। ऐसे में इस मुश्किल समय में समाज को डॉक्टरों की सबसे ज्यादा जरूरत है। ऐसी परिस्थिति में स्ट्राइक पर जाना उचित नहीं है। स्ट्राइक कर रहे डॉक्टरों ने डीसी को अपनी पीड़ा बताई। डॉक्टरों का कहना था कि फरवरी माह का मानदेय उन लोगों को नहीं मिला है। मैनेमेंट से अपील की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लिहाजा बाध्य होकर सभी स्ट्राइक पर गये हैं। डीसी ने आश्वासन दिया कि हेडक्वार्टर को को पत्र लिखा गया है। जल्द मानदेय आवंटित करने की अपील की गई है। डीसी की अपील के बाद डॉक्टर दोपहर बाद काम पर वापस लौट गये हैं।
डीसी पहुंचे माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट

वार्ता के बाद डीसी मेडिकल कॉलेज पहुंचे। प्रिंसिपल डॉ शैलेंद्र कुमार से कोरोना वायरस की जांच संबंधी कई जानकारी। इसके बाद डीसी माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट पहुंचे। यहां पर काम कर रहे डॉक्टर और स्टाफ से बातचीत की। डीसी ने एक दिन में जांच की संख्या, सैंपल करने में समय, अन्य समस्याओं के बारे में पूछा।  उन्होंने डिपार्टमेंट में कमियों को दूर करने का आश्वासन किया। जांच सैंपल समय पर देने को निर्देश दिया।

फरवरी से नहीं आया  मानदेय

वर्ष 2019 में जूनियर डॉक्टरों के मानदेय के लिए जो फंड आया, वह जनवरी 2019 तक ही था। फरवरी का मानदेय का पैसा नहीं था। लिहाजा एक माह का मानदेय जूनियर डॉक्टरों को नहीं मिला। छह महीने के बाद भी फरवरी का मानदेय नहीं मिलने पर जूनियर डॉक्टरों ने विरोध शुरू कर दिया है। 

उल्लेखनीय है कि जूनियर डॉक्टरों के स्ट्राइक पर चले जाने के कारण शनिवार को हॉस्पीटल की व्यवस्था चरमरा गई। पेसेंट रविवार सुबह भी परेशान थे। ओपीडी, इंडोर और इमरजेंसी ज्यादा प्रभावित रहा। स्ट्राइक को देखते हुए डीसी पीएमसीएच पहुंचे। पीएमसीएच मैनेमेंट ने बताया कि जूनियर डॉक्टरों की दो प्रमुख मांगे फरवरी माह का मानदेय नहीं मिलना व दूसरे मेडिकल कॉलेज से कम मानदेय का मिलना है। इन दोनों मुद्दे के बारे में हेडक्वार्टर से बातचीत करने की सहमति जताई गई।