डब्ल्यूएचओ ने कोरोना महामारी घोषित किया, इंडिया में 69 मामले, डिप्लोमैटिक और एम्प्लॉयमेंट छोड़कर सभी तरह के वीजा सस्पेंड

 
  • गवर्नमेंट की अपील- अगर जरूरी न हो तो नागरिकों को विदेश यात्रा से बचें
  • इंडिया में मौजूद विदेशियों के वीजा वैध रहेंगे
  • भारत में कोरोना के सबसे ज्यादा जयपुर में 18 मामले, केरल में 14, महाराष्ट्र में 11 और उत्तर प्रदेश में 9 केस
नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोनावायरस को महामारी घोषित कर दिया है। संगठन ने कहा कि समाज और अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे कोरोना के प्रभाव को कम करने के लिए हम कई सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। चीन, इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी से 15 फरवरी के बाद आने वाले यात्रियों को कम से कम 14 दिन आइसोलेशन में रखा जायेगा। इंडिया ने भी कोरोनावायरस को लेकर नए निर्देश जारी किये हैं। आदेश के मुताबिक, 13 मार्च को शाम 5.30 बजे (12 जीएमटी) से अगले 35 दिन के लिए दुनिया के किसी भी देश के हर व्यक्ति के वीजा रद्द कर दिये गये हैं। सिर्फ डिप्लोमैटिक और एम्प्लॉयमेंट वीजा को छूट दी गई है। गवर्नमेंट कहा है कि अगर जरूरी न हो तो भारतीयों को विदेशों में जाने से बचना चाहिए। भारत में रह रहे सभी विदेशियों के वीजा वैध बने रहेंगे। देश में कोरोना के 69 मामले हो गये हैं। सबसे ज्यादा जयपुर में 18, केरल में 14, महाराष्ट्र में 11 और उत्तर प्रदेश में 9 मामले सामने आये हैं। सेंट्रल व स्टेट गवर्नमेंट के ऑफिस में 31 मार्च तक बायोमीट्रिक अटेंडेंस पर रोक लगा दी गई है। देश के 30 एयरपोर्ट्स पर विदेश से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। कोरोनावायरस प्रभावित देशों से 948 पैसेंजर्स को निकाला सेंट्रल गवर्नमेंट ने कहा है कि अब तक कोरोनावायरस प्रभावित देशों से 948 पैसेंजर्स को निकाला गया है। इनमें बंग्लादेश, चीन, अमेरिका, मैडागास्कर, श्रीलंका, नेपाल, दक्षिण अफ्रीका और पेरू शामिल हैं।एयर इंडिया का विमान बुधवार को 83 नागरिकों को लेकर इटली के मिलान से नई दिल्ली पहुंचा। सभी यात्रियों को हरियाणा में मानेसर के सैन्य कैंप में निगरानी में रखा गया है। इनमें भारत के 74, इटली के 6 और अमेरिका के तीन नागरिक हैं। वुहान से लौटे 36 भारतीयों समेत 112 नागरिकों की 14 दिनों की क्वारैंटाइन बुधवार को खत्म हो गई। उन्हें दिल्ली के छावला स्थित आईटीबीपी केंद्र में निगरानी के लिए रखा गया था। इंडिया ने 31 मार्च तक सभी विदेशी शिप की एंट्री बैन कर दी है। देश में 52 लैब इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने स्वास्थ्य और शोध विभाग के साथ मिलकर संक्रमण की जांच के लिए देशभर में 52 लैब बनाई हैं। दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज समेत देश के कई स्थानों पर वायरस रिसर्च एंड डॉयग्नॉस्टिक लैब (वीआरडी) नमूने एकत्रित कर रही हैं। 6 मार्च तक 3,404 लोगों के 4,058 सैंपल की जांच की जा चुकी है। इनमें चीन के वुहान से लाए गए 654 लोगों के 1,308 सैंपल भी शामिल हैं। जनकपुरी में सामने आया कोरोना का नया मामला राजधानी दिल्ली में भी एक नया मामला सामने आया है। 46 वर्षीय यह मरीज जनकपुरी के रहने वाले हैं। जो हाल ही में जापान, जेनेवा व इटली से यात्रा कर लौटे हैं। इस तरह दिल्ली के अब तक पांच मरीजों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।बुधवार को पुणे स्थित प्रयोगशाला से रिपोर्ट मिलने के बाद दिल्ली में पांचवें संक्रमित मरीज की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है। इसके बाद उन्हें आरएमएल अस्पताल से सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया गया। इनके परिवार में कुल नौ सदस्य हैं। इन पर भी नजर रखी जा रही है। इसके साथ आसपास के 50 घरों की भी निगरानी हो रही है। इस तरह से अभी तक पांच मरीज सामने आ चुके हैं। इन पांचों के संपर्क में आने वाले करीब 717 लोगों का पता चला है। इसमें 491 दिल्ली के रहने वाले हैं। इन पर भी निगरानी रखी जा रही है।स्वास्थ्य विभाग के अनुसार प्रभावित देशों से आए 205 यात्री सफदरजंग व आरएमएल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में निगरानी के लिए भर्ती कराये गये हैं। इनमें से 155 यात्रियों को छुट्टी दी जा चुकी है। 48 यात्री अब भी इन दोनों अस्पतालों में निगरानी में हैं। इनमें सफदरजंग अस्पताल में 31 व आरएमएल अस्पताल में 17 यात्री हैं।दिल्ली के अस्पतालों में अब तक 15 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इसमें दस दिल्ली के बाहर के हैं।