रामगढ़: बरकाकाना में ट्रिपल मर्डर के खिलाफ रोड जाम, बॉडी रखकर ट्रेनें रोकीं, नौकरी व मुआवजा की घोषणा,11 घंटे बाद आंदोलन समाप्त

रामगढ़: रामगढ़ जिले के बरकाकाना रेलवे कॉलोनी में शनिवार की रात आरपीएफ कांस्टेबल द्वारा रेलकर्मी समेत परिवार के तीन लोगों की मर्डर के खिलाफ लोगों का आक्रोश भड़क गया. आक्रोशिथ लोगों ने ट्रिपल मर्डर के विरोध में रविवार की सुबह से ही रामगढ़- भुरकुंडा मेन रोड को जाम कर दिया. आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल पवन कुमार सिंह की गिरफ्तारी, रेल पोर्टक अशोक राम के आश्रितों को नौकरी व मुआवजा की मांग को लेकर बरकाकाना रेलवे स्टेशन में ट्रैक जाम कर दिया. मॉतक अशोक राम, उनकी पत्नी लीला देवी और बड़ी पुत्री मीना देवी क ीबॉडी घर पर पड़ी रही. मृतक के आश्रितों को नौकरी, मुआवजा व आरोपी की जल्द गिरफ्तारी के आश्वासन पर लोगों ने शाम साढ़े पांच बजे जाम हटाया. रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार, धनबाद एसआरपी दीपक सिन्हा, आरपीएफ कमांडेंट हेमंत कुमार व आसपास की पुलिस स्टेशन की पुलिस के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल बरकाकाना में तैनात किया गया था. आरपीएफ जवान पवन सिंह ने पिस्टल से रेलकर्मी अशोक राम, उनकी पत्नी लीला देवी और बड़ी पुत्री मीना देवी, पुत्री सुमन देवी व बेटे चिंटू को गोली मार दिया था. अशोक,लीला व मीना की मौत हो गयी थी. दो बच्चों की अभी रिम्स में इलाज चल रहा है. घटना के विरोध में सुबह से बरकाकाना स्टेशन रोड सहित चौक के आसपास के सभी दुकानें बंद रही. आरोपी की गिरफ्तारी व आश्रित को नौकरी की मांग को लेकर बरकाकाना रेलवे स्टेशन में ट्रैक जाम था. भुरकुंडा-रामगढ़ मार्ग को भी सुबह से जाम रहा. ट्रैक जाम के कारण बरकाकाना रेल रूट से सभी ट्रेनों का आवागमन ठप्प पड़ गया था. रेलकर्मी सहित परिवार के पांच लोगों को गोली मारने के बाद जवान आरपीएफ के बैरक में गया था. वह बैरक में ही अपनी पिस्टल रख दिया था जिससे मर्डर की थी. पुलिस आरपीएफ बैरक से पवन की पिस्टल जब्त कर ली है. पवन को दबोचने के लिए कई जगहों पर रेड की गयी है. पुलिस घटना को लेकर दूध को लेकर हुए विवाद के अलावा कई अन्य बिंदुओं पर जांच कर रही है. रामगढ़ सदर अस्पताल रामगढ़ में तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड ने दिन के एक बजे तीनों शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया. दूध नहीं देने पर चलाई थी गोली रेलकर्मी के पुत्र संजय राम व छोटी पुत्री प्रियंका कुमारी ने पुलिस को बताया कि आरपीएफ जवान पवन कुमार सिंह शराब के नशे में धुत होकर रात में करीब सवा आठ बजे घर में दूध मांगने आया. पिता ने कहा कि दूध नहीं बचा है. इसी बात पर आरपीएफ जवान ने गाली-गलौज करते हुए गोलियां चलाने लगा. प्रियंका ने बताया कि वह रसोई घर में थीं, गोली की आवाज सुनने पर दुबक गईं