पीएम ने आइआइटी आइएसएम के रिसर्च स्कॉलर राबेश कुमार सिंह को दे दी अपनी माला

धनबाद: प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी ने आइआइटी आइएसएम में मैकेनिकल डिपार्टमेंट के रिसर्च स्कॉलर रबेश कुमार सिंह को अपनी माला दे दी है. रबेश ने ट्वीटर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनकी माला मांगी थी. दूसरे दिन ही पीएमओ से उन्हें वह माला दिये जाने की जानकारी दे दी. कैसे मिला माला प्राइम मिनिस्टर 24 अप्रैल को एमपी के मांडा में पंचायती राज दिवस पर आम सभा को संबोधित कर रहे थे. पीएम को उसी कार्यक्रम में स्थानीय लोगों ने जूट के धागे से बनी के एक माला पहनाया था. न्यूज चैनलों द्वारा इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जा रहा था. रबेश न्यूज चैनल में पीएम के इस कार्यक्रम को देख रहे थे. पीएम को जब मांडा के ग्रामीणों ने माला पहनाया, तब रबेश ने पीएम को ट्वीट किया कि, क्या आप हमें यह माला दे सकते हैं? रबेश के ट्वीट किए जाने के 24 घंटे के अंदर पीएमओ से फोन आ गया. पीएमओ से फोन पर रबेश से पूछा कि क्या उन्होंने पीएम से माला मांगी थी? रबेश ने पीएमओ को कहा कि उन्होंने माला मागी थी. पीएमओ से रबेश को बताया गया कि प्राइम मिनिस्टर उन्हें यह माला उपहार स्वरूप देना चाहते हैं. पीएमओ ने रबेश से अपना एड्रेस लिखवाने को कहा. उन्होंने अपना एड्रेस लिखवा दिया. रबेश को एक मई यानी पांच दिनों के बाद पीएमओ से पार्सल के जरीय माला भेज दिया गया. यूपी के उन्नाव के रहने वाले हैं रबेश रबेश उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिला के उगू गांव निवासी किसान कैलाश सिंह के बेटे हैं. रबेश ने मथुरा के जीएलए इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से 2011 में बीटेक की पढ़ाई पूरी की. बीटेक करने के बाद वह नोएडा में एक साल तक नौकरी कर एमटेक करने लिए आइएसएम आ गये. एमटेक की पढ़ाई 2014 में पूरी करने के बाद रबेश यहीं से पीएचडी कर रहे हैं. वह आइएसएम में स्टूडेंट की समाजिक संस्था कर्मज्योती से जुड़े हुए है. यह संस्था गरीब मेधावी छात्रों को आइआइटी जेइइ परीक्षा की निशुल्क तैयारी करवाती है. पीएम ने दी प्रेरणा रबेश का कहना है कि जब उन्होंने ट्वीट किया था, तब यह नहीं सोचा था कि पीएम उन्हें माला दे ही देंगे. जब दूसरे ही दिन पीएमओ से उन्हें माला दिये जाने की जानकारी दी गई तो उन्हें खुशी मिलने के साथ ही अपने साथ रह रहे लोगों की छोटी से छोटी बातों का ख्याल का प्रेरणा मिला है.आइआइटी में पीएम के आने से पहले ही उन्हें उनका तोहफा मिल गया है.