नई दिल्ली:यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, दस हजार लोगों को सुरक्षित सरकारी टेंटों में पहुंचाया गया

  • हथिनीकुंड बांध से और पानी छोड़े जाने के कारण नदी में जलस्तर बढ़ा
  • हरियाणा ने सोमवार शाम छह बजे 1.43 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा
नई दिल्ली:दिल्ली में यमुना का जलस्तर सोमवार की शाम खतरे के निशान से उपर पहुंच गया है. यमुना का जलस्तर बढ़ने से यमुना किनारे निचले इलाकों में रहने वाले 10 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि हरियाणा के हथिनीकुंड बांध से और पानी छोड़े जाने के कारण नदी में जल स्तर और बढ़ा है. निचले इलाकों में रह रहे लोगों को दिल्ली सरकार की विभिन्न एजेंसियों द्वारा बनाये गये दो हजार से अधिक टेंटों में भेजा गया है. सीएम ने लोगों को आश्वासन दिया कि स्थिति से निपटने के लिए सभी प्रबंध कर लिए गये हैं. उन्होंने लोगों से भयभीत नहीं होने की अपील की. सीएम ने मीडिया को बताया कि निचले इलाकों से 23,800 से अधिक लोगों को हटाये जाने की आवश्यकता है. उन्होंने यमुना नदी डूब क्षेत्र में रहने वाले लोगों से कहा कि राहत टेंट में चले जायें, अपने घरों में नहीं रहें. बताया जाता है कि कि शाम छह बजे नदी में जलस्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर से थोड़ा ऊपर यानी 205.36 मीटर तक पहुंच गया. जलस्तर और बढ़ने की आशंका है क्योंकि हरियाणा ने सोमवार शाम छह बजे 1.43 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, रात 9 बजे यमुना 205.54 मीटर के निशान पर बह रही थी. जलस्तर बढ़ने से पूर्वी दिल्ली में निगमबोध घाट का एक हिस्सा भी सोमवार को बाढ़ में डूब गया. यमुना के लोहे का पुल पर यातायात बंद यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से बढ़ने पर नदी पर बने पुराने लोहे के पुल को सड़क और रेल यातायात के लिए बंद कर दिया गया है. जलस्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर से अधिक हो गया है. हेल्पलाइन नंबर जारी दिल्ली सरकार ने स्थिति से निपटने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए हैं. आने वाले दो दिन काफी अहम हैं. किसी प्रकार की मदद के लिए 011-22421656 और 011- 21210849 पर कॉल की जा सकती है.