महाराष्ट्र: शिवसेना सीएम पोस्ट के लिए ढाई-ढाई साल के फार्मूले पर अड़ी, भाजपा से बीजेपी से मांगा लिखित आश्वासन

मुंबई: महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना में सरकार बनाने को लेकर मतभेद की खबर आ रही है. शिवसेना की सीएम पद को लेकर ढाई-डाई साल के फार्मूले ने बीजेपी को सकते में डाल दिया है. ,  शिवसेना के नवनिर्वाचित विधायकों की शनिवार को मातोश्री में उद्धव ठाकरे से मुलाकात के दौरान  निर्णय लिया गया कि जिस प्रकार अमित शाह जी ने लोकसभा चुनावों से पहले 50-50 फार्मूले का वादा किया था, उसी प्रकार दोनों सहयोगी दलों भाजपा और शिवसेना को 2.5 - 2.5 वर्षों के लिए सरकार चलाने का मौका मिलना चाहिए. शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमें बीजेपी से लिखित में ये आश्वासन चाहिए. इधर सीएम  देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि भाजपा शिवसेना के  मुख्यमंत्री पद को बांटने की मांग को नही मानेगी, अगर 56 सीट जीतने वाली शिवसेना ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग करती है तो भाजपा उसके साथ कोई समझौता नहीं करेगी. 

उल्लेखनीय  है कि महाराष्ट्र में 288 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा-शिवसेना गठबंधन को बहुमत मिला है.. महाराष्ट्र में साथ मिलकर चुनाव लड़ी बीजेपी को 105, जबकि शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं गठबंधन के पास बहुमत के लिए जरूरी 145 का आंकड़ा है.लेकिन शिवसेना के बदले रुख ने सरकार गठन पर सस्पेंस पैदा कर दिया है.

मुंबई उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री में शनिवार दोपहर शिवसेना के विधायक दल की बैठक हुई. शिवसेना नेता प्रताप सरनायक ने बैठक के बाद मीडिया को बताया कि हमारी मीटिंग में तय  हुआ है कि जैसा कि अमित शाह जी ने लोकसभा चुनाव से पहले 50-50 फॉर्म्युले का वादा किया था, उसके हिसाब से दोनों दलों को 2.5-2.5 साल सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए. शिवसेना का सीएम भी होना चाहिए. उद्धव जी को बीजेपी से लिखित आश्वासन मिलना चाहिए.'

कांग्रेस ने शिवसेना को दिया ऑफर
महाराष्ट्र कांग्रेस ने बीजेपी-शिवसेना के संबंधों में टकराव  को देख संकेत दिया कि वह शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार को समर्थन दे सकती है. महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वाडेत्तिवार ने शनिवार को कहा कि गेंद बीजेपी के पाले में है.शिव सेना को फैसला लेना है कि क्या वह अपना पांच साल का सीएम चाहती है या 2.5 साल के सीएम की मांग पर बीजेपी की प्रतिक्रिया का इंतजार करेगी. अगर सेना हमें कोई प्रस्ताव देती है तो हम उस पर अपने आलाकमान के साथ बात करेंगे.

इससे पहले इसी प्रकार का प्रस्ताव राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री छगन भुजबल व कांग्रेस एमपी हुसैन दलवी द्वारा दिया गया था. महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने मीडियाकर्मियों से कहा किहम से इस पर अब तक शिवसेना से कोई बातचीत नहीं हुई है.अगर ऐसा होता है तो हम इस मामले पर निर्णय के लिए पार्टी आलाकमान के समक्ष रखेंगे.कांग्रेस, एनसीपी और इसके दूसरे सहयोगियों ने 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में 117 सीटें हासिल की हैं. ऐसे में अगर शिवसेना भी साथ आ जाती है तो आकंड़ा आराम से बहुमत तक पहुंच जायेगा.