झारखंड: गोड्डा के जेविएम कैंडिडेट प्रदीप यादव पर लगा महिला लीडर से जबरदस्ती का आरोप, देवघर महिला थाना में एफआइआर, प्रदीप ने कहा-बीजेपी की साजिश

देवघर:गोड्डा लोकसभा सीट से बीजेपी के कैंडिडेट व पोडैयाहाट एमएलए प्रदीप यादव पर उनकी ही पार्टी की एक सीनीयर महिला पदाधिकारी ने होटल के कमरे में बुलाकर जोर जबरदस्ती कर इज्जत लूटने के प्रयास का आरोप लगायी है. रांची की रहने वाली इस महिला ने 20 अप्रैल की रात हुई इस घटना की कंपेलन तीन मई को देवघर महिला थाना में दी है. पुलिस केस दर्ज कर ली है. पार्टी महिला पदाधिकारी का आरोप है कि प्रदीप यादव इस दौरान उसका पर्सव उसमें रखे दो लाख रुपये ले लिये. केस दर्ज होने के बाद एसडीपीओ विकास चंद्र श्रीवास्तव समेत अन्य पुलिस अफसर ने महिला से थाने में महिला से पूछताछ की. पुलिस में दर्ज करायी एफआइआर में जेविए की महिला पदाधिकारी ने कहा है कि वह 20 अप्रैल को देवघर पार्टी की रैली में आयी थी. रैली के बाद वह मोहनपुर में अपनी रिश्तेदार के घर चली गयी. मेरे मोबाइल पर शाम को फोन आया.प्रदीप यादव ने कहा कि आप आठ बजे शिव शक्ति होटल आयें, वहां टीम के लोगों से भेंट करानी है. मैं अपने ड्राइवर के साथ वहां आठ बजे पहुंची.उस समय वहां कोई नहीं था. हमने प्रदीप यादव से बात की.हमें होटल के रूम नंबर 202 में बैठा दिया गया. प्रदीप यादव रात 9:20 पर आये और हमारे साथ जबरदस्ती की.हमें बेड पर गिरा दिया. हमने उनको लात मारकर दूर हटाया.उन्होंने जान से मारने की धमकी दी. वह 9:45 पर हमारा पर्स उठाकर चले गये, पर्स में दो लाख रुपये थे. हम डर गए थे इसलिए कमरे को बंद कर बैठे रहे. हमको फोन कर, मैसेज व अन्य लोगों को भेजकर प्रदीप कमरे से निकलने के लिए धमकाया. पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी को जानकारी भी दी, उन्होंने भी मदद नहीं की. वह 21 अप्रैल को सुबह होटल के कमरे से बाहर निकली. बीजेपी की साजिश, षडयंत्र में निशिकांत दूबे : प्रदीप यादव अपने उपर लगाये गये आरोप के बाद गोड्डा में प्रेस कांफ्रेस कर कहा कि उन पर लगाया गया आरोप गलत है. सारा कमाल निशिकांत दुबे का है.बीजेपी के लोग जान चुके हैं कि गोड्डा में हार तय है. पूरे मामले में भाजपा का चुनाव प्रबंधन देख रहे जसीडीह के मुकेश पाठक मुख्य साजिशकर्ता हैं. इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में भाजपा अपनी संभावित हार से पहले ही बौखला गयी है. एक महिला को हथियार बना कर उनके सामने लाया गया है. अब जनता की अदालत में इसका फैसला होगा. प्रदीप ने कहा कि बीजेपी के लोगों का जनमत प्रभावित करने का यह अंतिम प्रयास है. जनता से अनुरोध है कि वह धैर्य न खोयें. हमने गरीब किसानों की जमीन बचाने को लड़ाई लड़ी तो इस सरकार ने जेल भेजा. यह जांच का विषय है कि 20 अप्रैल को घटना हुई और तीन मई को मामला दर्ज कराया गया. चार घंटे में ही एफआइआर भी हो गयी. बीजेपी एमएलए ढुल्लू महतो व एमपी रवींद्र पांडेय पर भी उनकी पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने आरोप लगायी थी. जांच के नाम पर मामले को दबा दिया गया.जनता समझदार है. वह सब जान रही है. उन्होंने कहा कि वे इस मामले को चुनाव आयोग में भी लेकर जायेंगे और कानूनी पहलुओं पर भी मजबूती से अपना पक्ष रखेंगे. बीजेपी कैंडिडेट शी निशिकांत दुबे हार से घबराकर कर ऐसे षड़यंत्र का सहारा ले रहे हैं, लेकिन जनता की अदालत में सच्चाई सामने आ ही जायेगी. मौके पर आरजेडी के एक्स एमएलए संजय प्रसाद यादव, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दिनेश यादव, प्रवक्ता ध्रुव सिंह समेत अन्य उपस्थित थे.