झारखंड: राज्य के11.51 लाख किसानों को दी 452 करोड़ की सौगात: सीएम

रांची: सीएम रघुवर दास ने शुक्रवार को राज्य के 11 लाख किसानों को 452 करोड़ रुपये की सौगात दी. चाईबासा में आयोजित मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का शुभारंभ करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि अन्नदाता किसान राज्य की संस्कृति की धुरी हैं. भारत गांव और किसानों का देश है. लोगों की आजीविका कृषि पर आधारित है. लेकिन, दशकों तक किसानों की समृद्धि और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की किसी ने पहल नहीं की. फलस्वरूप किसान आत्महत्या को मजबूर हुए. वे कर्जदार बने. लेकिन, हमारी सरकार ने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में पहल की है. इसका लाभ किसानों को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के बाद किसानों की समृद्धि के लिए भाजपा की सरकार ने पहल की. केंद्र सरकार ने किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की, तो झारखंड सरकार ने मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का शुभारंभ किया. 10 अगस्त, 2019 को योजना के तहत 13 लाख 60 हजार किसानों को 482 करोड़ रुपये दिये गये. ये पैसे सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर किये गये.आज 11 अक्टूबर, 2019 को योजना के बचे हुए 11 लाख 51 हजार 137 किसानों के खाते में 452 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये गये हैं. यह राशि पहली किस्त है, जो कुल राशि का 50% है. दीपावली से पूर्व दूसरी किस्त की 25% राशि किसानों को मिलेगी. नवंबर-दिसंबर तक बाकी पैसे भी उनके खाते में ट्रांसफर कर दिये जायेंगे. इस तरह राज्य के 35 लाख किसानों के खाते में राज्य सरकार 3 हजार करोड़ रुपये डाल देगी. इस पैसे से किसान आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे, कृषि संसाधन जुटायेंगे. सीएम ने कहा कि अब हमारे किसानों को किसी महाजन से कर्ज नहीं लेना होगा. किसानों को केंद्र सरकार की किसान सम्मान निधि योजना और राज्य सरकार की मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का लाभ मिल रहा है. किसान सम्मान निधि योजना की तीसरी किस्त जल्द किसानों को मिलेगी. अब वे आसानी से खेती-बाड़ी कर सकेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि जो किसान अब भी इस योजना का लाभ लेने से वंचित हैं, वे प्रखंड कार्यालय में ग्राम सभा से अनुमति प्राप्त कर अपना निबंधन करवा लें. उन्हें भी यह राशि जरूर मिलेगी.जिस तरह कृषि के लिए किसानों को संसाधन जुटाने में आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है. उस तरह खेतों तक पानी की सुविधा भी किसानों को मिलेगी. इससे किसान बहु फसलीय खेती कर सकेंगे. कहा कि एक फसल का उत्पादन करने के बाद किसान काम की तलाश में पलायन कर जाते हैं. इस पलायन को हमें किसी भी हाल में रोकना है. किसान कृषि कार्य के अलावा पशुपालन भी करें. सरकार महिलाओं को 90% अनुदान पर दो गाय उपलब्ध करा रही है. किसानों को भी 50% अनुदान मिलेगा. युवा किसानों को सरकार की इस योजना का लाभ लेना चाहिए. पशुपालन को अपने आर्थिक स्वावलंबन का आधार बनाएं. उन्होंने ने कहा कि कोल्हान स्थित गुदड़ी के 69 गांव बिजली और विकास से अछूते थे. सड़कें नहीं थीं. वर्ष 2014 के बाद गुदड़ी के इन गांवों को बिजली से रोशन किया गया. सड़क बनी, जो विकास के सूचक हैं. गांव-गांव स्ट्रीट लाइट, पेवर ब्लॉक की सड़क और सौर ऊर्जा के माध्यम से पानी पहुंचाने का कार्य हो रहा है. लेकिन, लोग हम पर आरोप लगाते हैं कि हम जमीन छीन लेंगे. हम जमीन छीनने वाले नहीं, बिजली विहीन गांव को बिजली से रोशन करने वाले, सड़क विहीन गांव में सड़क निर्माण करने वाले, शुद्ध पेयजल से वंचित लोगों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने वाले, महिलाओं को धुआं से निजात दिलाने वाले, स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने वाले लोग हैं.उनका लक्ष्य चाईबासा को सुधारना है. यहां के लोगों को लाल पानी से मुक्ति देनी है. इसके लिए 743 करोड़ की जलापूर्ति योजना पर काम हो रहा है. 24 बड़ी योजनाएं निर्माणाधीन हैं. 8 योजना अक्टूबर में पूरी हो जायेंगी. पांच बड़ी योजना वर्ष 2020 तक व अन्य योजनाएं वर्ष 2021 तक पूरी हो जायेंगी. वर्ष 2022 तक चाईबासा के हर घर में शुद्ध पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य है. खनन क्षेत्र में आजादी के बाद पहली बार सीएसआर के तहत 30% की राशि शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने पर खर्च हो रहा है. चाईबासा में 300 बेड का ह़स्पीटल बनेगा, मेडिकल की पढ़ाई होगी सीएम ने कहा कि चाईबासा में 258 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है. कोल्हान प्रमंडल के बच्चों को मेडिकल की पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा. जिले में 85 करोड़ की लागत से सदर अस्पताल का जीर्णोद्धार कार्य हो रहा है. 300 बेड के हॉस्पिटल का निर्माण की योजना है ताकि मेडिकल की पढ़ाई कर रहे बच्चों को प्रैक्टिकल करने में किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े. दूसरी किस्त का भुगतान जल्द: कृषि संचिव कृषि सचिव पूजा सिंघल ने कहा कि मुख्यमंत्री की परिकल्पना साकार हो रही है. आज हम फिर से मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत राज्य के 11 लाख किसानों को मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत 452 करोड़ रुपये दे रहे हैं. इस तरह अब तक 26 लाख किसानों को करीब 900 करोड़ रुपये दिया जा चुका है. जल्द किसानों को योजना की दूसरी किस्त भी दी जायेगी. छूटे हुए किसान अपना निबंधन कराकर योजना का लाभ लें. कार्यक्रम में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा, कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग झारखंड सरकार की कृषि सचिव पूजा सिंघल, कृषि निदेशक डॉ छवि रंजन, चाईबासा जिला परिषद अध्यक्ष लाल मुनी पूर्ति, डीसी अरवा राजकमल, एसपी इंद्रजीत महथा, डीडीसी आदित्य रंजन, जेबी तुबिद, कृषि समेत अन्य उपस्थित थे. जेएमएम आदिवासियों का सबसे बड़ा शोषक, फिर बनायें डबल इंजन की सरकार: रघुवर दास जमशेदपुर : सीएम रघुवर दास ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा आदिवासियों का सबसे बड़ा शोषक है. आदिवासियों के हित का दावा करने वाली इस पार्टी ने आदिवासियों के साथ खिलवाड़ किया. जेएमएम ने लोगों को सिर्फ गुमराह किया. सोरेन परिवार ने झारखंड में करोड़ों रुपये मूल्य की आदिवासियों की जमीन कौड़ियों के भाव खरीद ली. आदिवासी मुख्यमंत्री ने जनजातीय भाषा का अपमान किया. सीएम ‘जोहार जन आशीर्वाद यात्रा’ के तहत हाता में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे. सीएम ने कहा कि आप ऐसे नेता के चरित्र को समझें. खासकर आदिवासी युवा यह जानें कि नेता प्रतिपक्ष ने जनजातीय भाषा का अपमान किया. एक सितंबर, 2013 को हेमंत सोरेन की सरकार ने कैबिनेट के माध्यम से जेपीएससी से जनजातीय भाषा की मान्यता को समाप्त करवा दिया. युवाओं ने मुझसे मिलकर अपनी पीड़ा साझा की. तब जाकर हमारी सरकार ने 9 जनजातीय भाषा को यूपीएससी में शामिल करवाया, ताकि आपको आपका हक मिल सके.’इन लोगों को सिर्फ चुनाव के समय आदिवासियों की याद आती है. चुनाव के बाद इन्हें सिर्फ पूंजीपति याद रह जाते हैं. इसका एक बड़ा उदाहरण बताता हूं. राज्य के बालू का ठेका मुंबई की बड़ी कंपनी को दिया गया. लेकिन, हमारी सरकार ने बालू उठाव का पूरा हक ग्राम सभा को दिया. उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के चरित्र को समझने की जरूरत है.सीएम ने कहा कि संथाल का होने के बावजूद मुख्यमंत्री रहते उन्होंने संथाली भाषा के लिए कुछ नहीं किया. वहीं, वर्तमान सरकार ने कक्षा एक से पांच तक की पढ़ाई ओल चिकी में सुनिश्चित की है. अब संथाल के रेलवे स्टेशन पर संथाली भाषा में अनाउंसमेंट हो रहा है. बच्चों को संथाली भाषा में शिक्षा देने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है. जब तक नियुक्ति नहीं हो रही है, तब तक गांव के ही पढ़े लिखे युवक-युवतियों को पढ़ाने का मौका दिया जा रहा है.उन्होंने कहा कि मिली-जुली सरकार से राज्य को नुकसान होता है. इसलिए आगामी विधानसभा चुनाव में स्थिर और मजबूत सरकार चुनें, ताकि 2014 से चली विकास की यात्रा आगे बढ़ती रहे. उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार का ही परिणाम है कि बिना किसी भेदभाव के सभी गरीबों को राज्य में आवास मिल रहा है, महिलाओं को धुआं से मुक्ति मिल रही है, महिलाओं का सशक्तीकरण हो रहा है, राज्य के लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिल रहा है, किसानों को कृषि कार्य हेतु संसाधन जुटाने के लिए आर्थिक सहायता मिल रही है. सीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने केंद्र के साथ मिलकर राज्य के गरीबों के सर्वांगीण विकास के लिए कई योजनाओं को लागू किया है. उन्होंने कहा, ‘इस जोहार जन आशीर्वाद यात्रा के माध्यम से मैं आपके बीच फिर से डबल इंजन सरकार बनाने का अनुरोध करने आया हूं. आप डबल इंजन की सरकार बनाएं, ताकि अभाव की जिंदगी, बेरोजगारी दूर की जा सके. झारखंड एक स्वावलंबी राज्य बन्याय जा सके. उन्होंने मधु कोड़ा सरकार में 4,000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार की भी लोगों को याद दिलायी.