धनबाद : एमएलए संजीव सिंह के कई समर्थकों को जेएमएस की महत्वपूर्ण पदों से हटाया गया
सिद्धार्थ गौतम के खिलाफ बगावत के सुर
जनता मजदूर संघ कुंती गुट में किच किच
सिद्धार्थ गौतम के समर कों के गौतम के लोकसभा चुनाव लड़ने के साइड इफेक्ट
धनबाद:लोकसभा चुनाव में सिंह मेंशन से सिद्धार्थ गौतम के निर्दलीय चुनाव लड़ने व 10000 वोट भी नहीं आने के साइड इफेक्ट मेंशन व जनता मजदूर संघ कुंती गुट में देखने को मिल रहा है. विवाद की शुरुआत जनता मजदूर संघ में शाखा पदाधिकारियों के पर कतरने से शुरू हो गया है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी के झरिया एमएलए संजीव सिंह द्वारा बीजेपी के साथ खुलकर खड़ा होने के साइड इफेक्ट होने लगे हैं. जनता मजदूर संघ से संजीव के कई समर्थकों को पदच्युत किया गया है. हटाया गए लोगों की जगह नए लोगों को पदाधिकारी बनाया गया है. बरारी शाखा के अध्यक्ष महीप सिंह चासनल्ला शाखा के सचिव साजन सिंह लोदना के एक अन्य पदाधिकारी समेत आधा दर्जन संजीव समर्थकों को 4 दिनों के अंदर पदच्युत किया गया है. वैसे तो जनता मजदूर संघ के महामंत्री एक्स एमएलए संजीव सिंह की मां कुंती देवी के हस्ताक्षर से हटाने व बनाने संबंधी पत्र जारी किया गया है. लेकिन कहा जा रहा है कि इसके पीछे संजीव के अनुज सिद्धार्थ गौतम का हाथ है निर्दलीय चुनाव लड़ने के दौरान सिद्धार्थ को जनता मजदूर संघ के तरफ से पदाधिकारियों ने मदद नहीं की. यही कारण है कि सिद्धार्थ 10000 वोट भी नहीं ला सके.झरिया एमएलए संजीव सिंह के जेल में रहने के कारण उनकी पत्नी रागिनी सिंह धनबाद में बीजेपी के पक्ष में प्रचार प्रसार कर रही थी.रागिनी पूरी तरह से धनबाद झरिया समेत अन्य इलाकों में बीजेपी के स्टार प्रचारक वन कर पीएन सिंह के लिए वोट मांग रही थी.रागिनी के कारण एमएलए संजीव के समर्थक पूरी तरह बीजेपी के साथ थे. यही कारण है कि खासकर झरिया विधानसभा क्षेत्र में पीएन सिंह को पिछले चुनाव से लगभग 10000 वोट ज्यादा मिले हैं.सिद्धार्थ गौतम को संजीव समर्थकों ने लोकसभा चुनाव में पूरी तरह अनदेखी की.संजीव झरिया से बीजेपी एमएलए है इस कारण संजीव उनके समर्थकों की पूरी निष्ठा बीजेपी के साथ रही.संजीव पार्टी सिद्धांत के बीच परिवार की अनदेखी की. चुनाव में संजीव समर्थक पूरी तरह से सिद्धार्थ की अनदेखी की और बीजेपी के लिए दिन रात एक कर काम किया.यही कारण है कि बीजेपी को झरिया में अपेक्षा से ज्यादा बढ़त मिल. सिद्धार्थ गौतम को पूरे लोकसभा क्षेत्र में 10000 वोट भी नहीं आए. चुनाव में कम वोट आने से नाराज सिद्धार्थ ने जनता मजदूर संघ से उन लोगों के पर कतरने शुरू कर दिए हैं जो लोकसभा चुनाव में खुलकर बीजेपी कैंडिडेट के पक्ष में काम कर रहे थे. आरोप है कि जनता मजदूर संघ की महामंत्री कुंती देवी से सिद्धार्थ गौतम पत्र जारी करवा संजीव समर्थकों को पदच्युत किया है सिद्धार्थ के खिलाफ जनता मजदूर संघ में बगावत के सुर उठने लगे हैं. पद से हटाए गए जनता मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने मंगलवार को संजीव सिंह से जेल में मिलकर अवगत कराया है.आने वाले दिनों में जनता मजदूर संघ का विवाद और बढ़ सकता है. जनता मजदूर संघ में एक बड़ा तबका सिद्धार्थ गौतम की कार्यशैली के खिलाफ हो गया है.हालांकि सिद्धार्थ गौतम जनता मजदूर संघ में किसी तरह की बगावत व विवाद से इंकार करते हुए पद से हटाए गए लोगों के बारे में कुछ बोलने से बच रहे हैं.