Dhanbad News: वाटर कनेक्शन काटने गये अफसरों को बंधक बनाया, लाखों की धोखाधड़ी के आरोप में तीन जेल गये, बाल संरक्षण समिति की बैठक, को-ऑपरेटिव सोसायटी को फिर से बीसीसीएल में मिलेगा काम, SAIL अफसरों से 32 लाख ठगी करने वाला एजेंट जेल गया, तीन तलाक दिया

निरसा:इलिगल वाटर कनेक्शन काटने गये अफसरों को ग्रामीणों ने बंधक बनाया धनबाद:निरसा के देवियाना में इलिगल वाटर कनेक्शन काटने गये पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अफसरों को ग्रमीणों ने बंधक बना लिया. पेयजल विभाग के कार्यपालक अभियंता हरेंद्र मिश्र और निरसा प्रखंड के पशुपालन पदाधिकारी सह मजिस्ट्रेट डॉ. संतोष कुमार मैथन-धनबाद जलापूर्ति योजना के राइजिंग पाइप से अवैध पेयजल कनेक्शन के खिलाफ अभियान चलाने गये थे. धनबाद-मैथन के बीच मेन राइजिंग पाइप को छतिग्रस्त कर सैकड़ों अवैध पेयजल कनेक्शन किए गए हैं. इस कारण धनबाद शहर की जलापूर्ति प्रभावित हो रही है. धनबाद को डिमांड के अनुसार पानी नहीं मिल रहा है. अभियान के तहत अफसर व कर्मचारियों की टीम निरसा की ओर से इलिगल वाटर कनेक्शन कनेक्शन काटते आ रही थी. देवियाना के के समीप कनेक्शन काटे जाने ग्रामीण भड़क गये. ग्रामीणों का कहना था कि कनेक्शन काटे जाने के बाद उन्हें पीने के लिए पानी नहीं मिलेगा. ग्रामीणों ने पेयजल विभाग के कार्यपालक अभियंता, दंडाधिकारी और पुलिस बल को घेर लिया. ग्रामीण फिर से वार कनेक्शन बहाल करने की मांग करने लगे. सूचना मिलने पर एसडीएम राज महेश्वरम और एसडीपीओ विजय कुशवाहा पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों को समझा-बुझाकर अधिकारियों को मुक्त कराया. ग्रामीणों ने पुनः अवैध पैयजल कनेक्शन जोड़ लिया. कोयला व्यवसायी से लाखों की धोखाधड़ी के आरोप में चितरा से पकड़ाये तीनों जेल गये धनबाद:सरायढेला पुलिस ने कोल कारोबारी धीरज राय का कोयला बेचकर लाखों रुपये हड़पने वाले देवघर जिले के चितरा निवासी रोशन कुमार सिन्हा, शशिकांत सिन्हा और सत्यनारायण सिन्हा को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दी. पुलिस छानबीन में खुलासा हुआ है कि सिन्हा ब्रदर्स आद्तन धोखाधड़ी करने वाले हैं. सराय ला निवासी त्रिकुटा इंटरप्राइजेज के ऑनर धीरज राय ने चितरा के सिन्हा बंधुओं के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआइआर दर्ज कराई थी. धीरज का आरोप है कि जनवरी 2019 में रोशन कुमार सिन्हा, शशिकांत सिन्हा और सत्यनारायण सिन्हा को कोयला उठाव का जिम्मा दिया था. इन लोगों ने कोयला बेचने के बाद पैसे नहीं दिये. पैसा मांगने पर टाल-मटोल करते रहे. मामले को लेकर चितरा में कई बार पंचायती भी हुई. आश्वासन मिला लेकिन पेमेंट नहीं हुआ. पेमेंट की राशि की चेक दी गयी जो बाउंस कर गयी. पुलिस का कहना है कि सत्यनारायण सिन्हा रिरिजा माइंस में सत्तू-मुड़ी एवं नाश्ता का दुकान चलाता है. रोशन सिन्हा और शशिकांत सिन्हा एक कोयला व्यवसाई के यहां काम करते थे. कोल लिफ्टिंग काम सिखने के बाद खुद कारोबार करने लगे.आरोप है कि नोटबंदी के दौरान पुराने नोटों को बदलने के बदले इन लोगों ने आसनबनी के कई युवकों का लाखों रुपयेठगी कर लिये. पुलिस का कहना है कि सिन्हा बंधुओं ने कई दूसरे व्यवसाइयों के भी पैसे हड़पें हैं.ठगी के पैसे के ट्रक खरीद लिये हैं. चासनाला SAIL के दो अफसरों के पोस्ट ऑफिस के अकाउंट से 32 लाख निकासी मामले में एजेंट जेल गया धनबाद:सेल कोलियरीज डिवीजन चासनाला के दो अफसरों का पोस्ट ऑफिस में फर्जी खाता खोलकर लगभग 32 लाख रुपये की ठगी कर ली गई. पाथरडीह पुलिस ने अफसर की कंपलेन पर एफआइआर दर्ज कर पाथरडीह पुराना रेलवे स्टेशन निवासी मानस कुमार घोष को अरेस्ट कर जेल दी है. एजेंट मानस कुमार घोष ने चासनाला बी टाइप ऑफिसर्स कॉलोनी निवासी व चासनाला कोलियरी के डिप्टी जीएम (माइनिंग) बादल मंडल व तासरा ओसीपी के सीनीयर मैनेजर(माइनिंग) पंकज मंडल का पहले चासनाला उप डाकघर में अकाउंट खुलवाया. दोनों अफसरों का एक-एक कर पांच आरडी अकाउंट खुलवाकर पांच-पांच हजार यानी 25-25 हजार रुपये पर मथ जमा कराने लगा. मानस ने महिला प्रधान केंद्रीय बचत योजना की एजेंट अपनी मां जानवी घोष व पत्नी सोमा दे के साथ चासनाला व सुदामडीह के उप डाकघर के उप डाकपाल से मिलीभगत कर 32 लाख रुपये से अधिक गबन कर लिया.पहले दोनों अफसरों का सुदामडीह उप डाकघर में ही अकाउंट खुलवाया. बाद में दोनों का आरडी अकाउंट बारी-बारी से पहले ही मैच्योर करा लिया. चासनाला डाकघर में जमा रकम को सुदामडीह डाकघर के खाते में ट्रांसफर करा लिया. दोनों अफसर पर मंथ पैसे का पेमेंट चेक से मानस को करते रहे. अफसर ने पोस्ट ऑफिस में जमा की जा रही राशि का अकाउंट मांगा तो मान मानस टाल-मटोल करने लगा.दोनों अफसर चासनाला पोस्ट ऑफिस जांकर छानबीन की तो मान की कारगुजारियों का पता चला. बादल मंडल व पंकज मंडल की कंपलेन पर पाथरडीह पुलिस स्टेशन में मानस, उनकी पत्नी, मां व दोनों उप डाकपाल के खिलाफ एफआइआर पर दर्ज की गयी है. बादल मंडल ने 113 लाख 55 हजार रुपये व पंकज मंडल ने 18 लाख 64 हजार रुपये के गबन का आरोप लगाया है. रांची हाईकोर्ट से मानस की मां को बेल मिल चुकी है. हाईकोर्ट ने मानस की पत्नी सोमा की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है. मानस सहारा इंडिया एजेंट, डाकघर एजेंसी एजेंट व सेल चासनाला में कंट्रेक्टर भी है. नशा देकर बच्चों से काम लेना बाल श्रम का सबसे बुरा रूप: डीसी पोस्को एक्ट के बारे में सभी विद्यालयों में चलाए जागरूकता कार्यक्रम नशा का शिकार बच्चों को जोड़ें मुख्यधारा से धनबाद: डीसी अमित कुमार ने कहा है कि सभी विद्यालयों में चाइल्ड राइट एवं पोस्को एक्ट की जागरूकता के लिए कार्यक्रम चलायें. बच्चियों को गुड टच एवं बैड टच के बारे में भी बतायें. नशे का शिकार बच्चों को मुख्यधारा से जोड़े. नशा देकर बच्चों से काम लेना बाल श्रम का सबसे बुरा रूप है.डीसी सोमवार को समाहरणालय के सभागार में आयोजित जिला बाल संरक्षण इकाई तथा जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे. डीसी ने कहा कि नशा करने के कारण बच्चों को 3-3 दिनों तक भूख नहीं लगती हैं. यह बहुत बुरा है.उन्होंने अनाथ एवं परित्याग बच्चियों को कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में तथा बच्चों को आवासीय विद्यालयों में शिक्षा देने का निर्देश दिया.उन्होंने चाइल्ड वेलफेयर कमेटी से जुड़े पुलिस पदाधिकारियों को प्रशिक्षण लेने एवं प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति की बैठक हर तीन माह में करने का निर्देश दिया.ग्राम व वार्ड स्तरीय बाल संरक्षण समिति की प्रति माह बैठक करने का भी निर्देश दिया. बैठक में चाइल्ड लाइन से जुड़े सदस्यों को पहचान पत्र देने, बाल गृह की स्थापना करने, मुक्त कराए गए बालक बालिका का विद्यालयों में नामांकन करने, मानसिक रूप से दिव्यांग बालक एवं बालिकाओं के दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने के संबंध में भी विचार विमर्श किया गया. बैठक में सिटी एसपी आर रामकुमार, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह अवर न्यायाधीश अरविंद कच्छप, बाल संरक्षण पदाधिकारी साधना कुमारी, जिला शिक्षा अधीक्षक इंद्र भूषण सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी अलका जयसवाल, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की पूनम सिंह, देवेन्द्र शर्मा, विदुतमा बंसल,धनंजय प्रसाद महतो व अन्य लोग उपस्थित थे. डीसी की पहल से को-ऑपरेटिव सोसायटी को फिर से मिला काम करने का अवसर डीसी ने फोन कर बीसीसीएल सीएमडी को बैठक में आने का किया आग्रह सात साल के बाद को-ऑपरेटिव सोसाइटी को काम करने का अवसर की जागी किरण धनबाद:डीसी अमित कुमार की सकारात्मक पहल के कारण जिले की 12 को ऑपरेटिव सोसाइटी को सात वर्षों के बाद फिर से भारत कोकिंग कोल लिमिटेड में काम करने का अवसर मिलने की एक किरण दिखाई दी है.डीसी के पहल के कारण को-ऑपरेटिव सोसाइटी के संतोष विकराल ने डीसी व बीसीसीएल सीएमडी पी डी प्रसाद को धन्यवाद दिया है. समाहरणालय के सभाकक्ष में डीसी की अध्यक्षता में को ऑपरेटिव सोसायटी तथा बीसीसीएल के बीच एक बैठक आहुत की गई थी. डीसी ने बैठक में दोनों पक्ष को सुनने के बाद सात साल की समस्या को सुलझाने के लिए बीसीसीएल के सीएमडी को फोन कर बैठक में आने का आग्रह किया. सीएमडी ने भी तत्काल डीसी के आग्रह को स्वीकार करते हुए बैठक में उपस्थित हुए. बैठक में डीसी ने कोल इंडिया लिमिटेड के 23 जुलाई 2007 के पत्र का उल्लेख करते हुए सीएमडी को बताया कि इसके दिशा निर्देश के अनुसार को-ऑपरेटिव सोसाइटी को अर्नेस्ट मनी में 100% छूट देने, एक करोड़ रुपए तक का ट्रांसपोर्टेशन कार्य, 20 लाख रुपये तक का सिविल कार्य, 10 लाख तक का सैनिटेशन एवं 5 लाख रुपए तक का हॉर्टिकल्चर, गार्डेनिंग एवं प्लांटेशन कार्य देने का स्पष्ट उल्लेख है.बीसीसीएल सीएमडी ने कहा कि वे बैठक बुलाकर को-ऑपरेटिव सोसाइटी को सिविल कार्य, साफ-सफाई व अन्य कार्य आवंटित कर उनको काम देना शुरू करेंगे. सीएमडी ने बताया कि सीएसआर के माध्यम से भी कई प्रकार के काम को-ऑपरेटिव सोसाइटी को दिए जायेंगे. डीसी ने कहा कि आज की बैठक का सकारात्मक परिणाम निकला है. इससे सभी 12 को-ऑपरेटिव सोसाइटी को पुनर्जीवित करने का शुभ अवसर मिला है.उन्होंने कहा कि को-ऑपरेटिव सोसाइटी को बीसीसीएल सहयोग करें. छोटे-छोटे काम दे.जिससे बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा. डीसी ने कहा कि पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग एवं एम एस एम ई को भी को ऑपरेटिव सोसाइटी को प्राथमिकता देनी.को-ऑपरेटिव सोसाइटी बड़े ठेकेदारों की तरह नहीं है.उन्हें प्रोत्साहन देना है. डीसी ने महाराष्ट्र एवं गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां अधिकतर कार्य को-ऑपरेटिव सोसाइटी द्वारा किए जाते हैं.इसी प्रकार हमें भी सहयोग प्रदान कर उन्हें पुनर्जीवित करने में आगे आना चाहिए.कि सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सिविल, सफाई, बागवानी में 20% कार्य को-ऑपरेटिव को दे.जबतक को-ऑपरेटिव सोसाइटी को काम देंगे नहीं तो वह काम करेंगे कैसे.उन्हें मापदंड के अनुसार कार्य का आवंटन करें. बैठक में को-आपरेटिव सोसाइटी की ओर से संतोष विकराल ने कहा कि बैठक काफी सकारात्मक रही.उन्होंने बताया कि वर्ष 2011 - 12 से को-ऑपरेटिव सोसाइटी को बीसीसीएल में काम मिलना बंद हो गया था.डीसी एवं बीसीसीएल के सीएमडी के कारण एक उम्मीद की किरण जगी है. उन्होंने डीसी व बीसीसीएल के सीएमडी को को-ऑपरेटिव सोसाइटी की ओर से बधाई दी. बैठक में बीसीसीए के जीएम( प्रशासन,डीएसओ एके कुजूर, कोलफील्ड शिक्षित बेरोजगार सहयोग समिति लिमिटेड, श्रमिक सहयोग समिति लिमिटेड, ओम शिक्षित बेरोजगार सहयोग समिति लिमिटेड, चन्दौर मोटर परिवहन स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड, आदर्श श्रमिक सहयोग समिति लिमिटेड, जनकल्याण सहयोग समिति लिमिटेड सहित अन्य को-ऑपरेटिव सोसाइटी के सदस्य व संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे. शौहर ने छत पर चढ़कर पूरे मोहल्ले के सामने कहा - तलाक तलाक तलाक धनबाद:वासेपुर के मारूफगंज में सोमवार को 24 वर्षीय मंसूर अंसारी ने छत पर चढ़कर पूरे मोहल्ले वालों के सामने ही अपनी पत्नी को तीन तलाक दे दिया.मंसूर अपनी पत्नी आरजू परवीन (22) से दहेज में गाड़ी और दो लाख रुपये की मांग कर रहा था. दहेज नहीं मिलने के कारण मंसूर ने छत पर चढ़कर पूरे मोहल्ले के सामने पत्नी को तलाक दे दिया. आरजू परवीन ने बैंक मोड़ थाना में कंपलेन की है. 27 जून को हुआ था निकाह बिहार के नवादा के रजौली तकिया मुहल्ला की रहने वाली आरजू परवीन का निकाह मंसूर अंसारी से 27 जून 2019 को मुस्लिम रीति-रिवाज के साथ धूमधाम से हुआ था. कहा जा रहा है कि लड़की के घरवालों ने अपनी शक्ति के अनुसार दहेज भी दिया था. निकाह के कुछ दिन बाद ही शौहर और शौहर के घरवाले आरजू को दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे. शौहर मंसूर आरजू परवीन से एक चार चक्का गाड़ी और दो लाख रुपये की मांग करने लगा. दहेज की रकम नहीं देने पर मंसूर ने धनबाद कोर्ट में आरजू परवीन के परिवार वालों पर आरजू की विदाई नहीं करने का केस दर्ज कर दिया. आरजू के परिवारवालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आरजू का कहना है शौहर मंसूर मौलाना है. वह पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देते रहता है. आरजू के परिवारवाले आरजू को लेकर 26 सितंबर से धनबाद में है और कोशिश कर रहे हैं कि आरजू के शौहर मंसूर किसी तरह आरजू को अपना ले लेकिन मंसूर सोमवार को अपने मुहल्ले में आरजू को सबके सामने तीन तलाक दे दिया.