हनीट्रैप में फंसा सात सौ लोगों से करोड़ों रुपये ठगने वाले गैंग का खुलासा, लड़की बनकर करते थे चैटिंग, एक अरेस्ट

उत्तर प्रदेश गाजियाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच नेहनीट्रैप गैंग में फंसाकर लोगों को ब्लैकमेल करने वाले एक शातिर गैंग का खुलासा किया है। गाजियाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक आरोपी पुलिस स्टेशन फिरोजपुर झिरका, नूंह के गांव बाईखेड़ा निवासी जासिम को अरेस्ट किया है। 

हनीट्रैप में फंसा सात सौ लोगों से करोड़ों रुपये ठगने वाले गैंग का खुलासा, लड़की बनकर करते थे चैटिंग, एक अरेस्ट

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश गाजियाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच नेहनीट्रैप गैंग में फंसाकर लोगों को ब्लैकमेल करने वाले एक शातिर गैंग का खुलासा किया है। गाजियाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक आरोपी पुलिस स्टेशन फिरोजपुर झिरका, नूंह के गांव बाईखेड़ा निवासी जासिम को अरेस्ट किया है। 

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10 वीं फेल आरोपी ने हनीट्रैप गैंग चलाने का तरीका अपने जीजा से सीखा
पुलिस के अनुसार आरोपी ने अपने कजन भाइयों के साथ मिलकर गैंग बनाया हुआ था। कोई भाई लड़की बनकर चैटिंग करता था तो कोई भाई क्राइम ब्रांच अफसर और यू-ट्यूब मैनेजर बनकर ब्लैकमेल करता था। तीन साल से एक्टिव इस गैंग देशभर के सात से अधिक लोगों से साढ़े तीन करोड़ से अधिक की ठगी कर चुका है।गाजियबादा पुलिस की क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने बताया कि फिरोजपुर झिरका, नूंह पुलिस स्टेश एरिया के गांव बाईखेड़ा निवासी जासिम को पकड़ा गया है। 10 वीं फेल जासिम हनीट्रैप गैंग चलाने का तरीका अपने जीजा से सीखा था।

ब्लैकमेलिंग के इस धंधे में चचेरे, फुफेरे, ममेरे और तहेरे भाइयों की संलिप्ता

पुलिस का कहना है कि जासिम ने ब्लैकमेलिंग के इस धंधे में अपने चचेरे, फुफेरे, ममेरे और तहेरे भाइयों को भी शामिल कर लिया था। कोई भाई लड़की के नाम से फेसबुक अकाउंट बनाकर लोगों के पास फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता था। इसके बाद वॉट्सऐप नंबर मिलने के बाद दूसरा भाई लड़की बनकर चैटिंग करता था। बातों ही बातों में आरोपी पहले से डाउनलोड अश्लील वीडियो को वीडियो कॉलिंग के दौरान दिखाते थे। सामने वाले व्यक्ति को भी ऐसा ही करने के लिए बोलते थे। सामने वाला व्यक्ति जैसे ही अश्लील वीडियो कॉल करता तो उसे स्क्रीन रिकॉर्डर ऐप से रिकॉर्ड करके यह गैंग ब्लैकमेलिंग शुरू कर देता था।
क्राइम ब्रांच अफसर और यू-ट्यूब के मैनेजर बनकर देते थे धमकी
अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर गैंग पीड़ित व्यक्ति से 50 हजार से 10 लाख रुपये तक की मांग करता था। जेल भेजने की धमकी देने के लिए गैंग का एक मेंबर दिल्ली क्राइम ब्रांच का अफसर बनकर कॉल करता था। इसके अलावा गैंग का कोई सदस्य यू-ट्यूब मैनेजर बनकर वीडियो अपलोड करने से रोकने के लिए पैसों की मांग करता था। इस तरह आरोपी ठगी को अंजाम देते था। चैटिंग करने तथा रकम मंगाने के लिए आरोपी फर्जी आईडी के जरिए ली गई सिम और बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करते थे।क्राइम ब्रांच प्रभारी ने कहा कि है कि गैंग में शामिल कुनबे के अन्य सदस्यों की तलाश में दबिश दी जा रही है। अन्य मेंबरों की पकड़ में आने के बाद ठगी का आंकड़ा और बढ़ सकता है।