ऐसी प्लान तैयार करें कि कोल कंपनी के प्रति लोगों का विश्वास बढ़े, पुनर्वास व शिफ्टिंग कार्य में तेजी लायें: प्रह्लाद जोशी

कोल मिनिस्टर प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि झारखंड में ऐसी योजना तैयार करें कि लोगों का कंपनी पर विश्वास बढ़े। जमीन सहित कई समस्यायें हैं, जिस पर गंभीरता से मंथन करनी की जरूरत है। जमीन अधिग्रहण व पुनर्वास को लेकर जनहित में प्लान तैयार करें ताकि कंपनी को काम करने में किसी तरह की परेशानी न हो। 

ऐसी प्लान तैयार करें कि कोल कंपनी के प्रति लोगों का विश्वास बढ़े, पुनर्वास व शिफ्टिंग कार्य में तेजी लायें: प्रह्लाद जोशी
कोल मिनिस्टर के साथ एमएलए राज सिन्हा।
  • कोल मिनिस्टर ने केल अफसरों के साथ की रिव्यू मीटिंग 

धनबाद। कोल मिनिस्टर प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि झारखंड में ऐसी योजना तैयार करें कि लोगों का कंपनी पर विश्वास बढ़े। जमीन सहित कई समस्यायें हैं, जिस पर गंभीरता से मंथन करनी की जरूरत है। जमीन अधिग्रहण व पुनर्वास को लेकर जनहित में प्लान तैयार करें ताकि कंपनी को काम करने में किसी तरह की परेशानी न हो। 

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उक्त बातें कोल मिनिस्टर प्रह्लाद जोशी ने गुरुवार को कोयला भवन में कोल इंडिया, बीसीसीएल व सीसीएल अफसरों के साथ कोयला भवन में रिव्यू मीटिंग करते हुए कहा। कोल मिनिस्टर ने कहा कि देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए कोल का प्रोडक्शन बढ़ाना आवश्यक है। परंतु जानमाल की सुरक्षा सर्वप्रथम प्राथमिकता है। इसलिए अग्नि प्रभावित व भू-धंसान क्षेत्र में रह रहे लोगों को अविलंब सुरक्षित स्थान पर पुनर्वासित करें। झरिया पुनर्वास के साथ-साथ शिफ्टिंग कार्य में तेजी लाये। इसमें अब लेटलतीफी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता
बढ़ने वाली है कोकिंग कोल की जरूरत
उन्होंने कहा आने वाले समय में देश के विकास में स्टील की खपत बढ़ जाएगी। ऐसे में स्टील उद्योग के लिए कोकिंग कोल की जरूरत बढ़ने वाली है। बीसीसीएल कोकिंग कोल प्रोडक्शन करने वाली कंपनी है। प्रोडक्शन कैसे बढ़े इस पर लंबे समय तक खनन करनी कार्य योजना तैयार करने की जरूरत है। पावर प्लांट को कोल की आवश्यकता कहीं से भी पूरा किया जा सकता है, लेकिन स्टील उद्योग को कोकिंग कोल चाहिए। बीसीसीएल अगले दो तीन साल में 70 मिलियन नहीं सौ मिलियन टन कोल प्रोडक्शन के टारगेट के साथ काम करें।


50 परसेंट कोयला स्टील सेक्टर को दें 
कोल मिनिस्टर ने कहा कि देशहित में कोकिंग कोल का इस्तेमाल सही से नहीं हो पा रहा है। बीसीसीएल का सर्वाधिक कोल कोकिंग कोल है, ऐसे में बीसीसीएल 50 प्रतिशत कोयला स्टील सेक्टर को सप्लाई करें, ताकि स्टील सेक्टर के जरूरत को पूरा कर कोकिंग कोल का आयात कम किया जा सके। विदेशी मुद्रा की बचत सुनिश्चित हो सके। इसमें बीसीसीएल की महत्वूर्ण भूमिका अदा कर सकता है। इसलिए बीसीसीएल नये वाशरी को ससमय चालू करें। वाश्ड कोल का प्रोडक्शन बढ़ा स्टील सेक्टर की मांग की पूर्ति करें।
68 परसेंट राशि वेतन पर हो रहा खर्च 
कोयला मिनिस्टर ने कहा कि आय का 68 प्रतिशत राशि कंपनी के मैनपावर के वेतन पर खर्च हो रहा है। इसके बावजूद कंपनी मुनाफे में है जो बीसीसीएल के लिए अच्छे संकेत है।


...तो नेट जीरो कंपनी होगी 
285 मेगा वाट सौर्य ऊर्जा का प्रोडक्शन कर ले तो बीसीसीएल नेट जीरो कंपनी बन जायेगी। बीसीसीएल को बिजली लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वर्तमान में कंपनी लगभग पांच मेगावाट सौर्य ऊर्जा का प्रोडक्शन कर रही है। जबकि 25 मेगावाट के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरा हो चुका है। वहीं 75 मेगावाट उत्पादन के लिए टेंडर प्रक्रिया में है।
कार्ययोजना से CMD ने कराया अवगत
बीसीसीएल सीएमडी समीरन दत्ता ने 70 मिलियन टन कल प्रोडक्शन से संबंधित कार्य योजना से उन्हें अवगत कराया। बताया कि कंपनी इस साल 41 मिलियन टन कल प्रोडक्शन के साथ काम कर रही है। इस टारगेट को कंपनी पार करेगी। कोल मिनिस्टर ने बीसीसीएल की कार्य योजना पर संतोष जताते हुए कहा कि इसको कागज तक सीमित न रखते हुए धरातल पर उतारने की दिशा में काम करें।कोल इंडिया चेयरमैन पीएम प्रसाद ने भी बीसीसीएल की भावी योजना को लेकर किए जा रहे कार्य पर कोल इंडिया की सहभागिता को लेकर विस्तार से जानकारी शेयर की।

बैठक में डीपी उदय अनंत कावले, डीपी मुरली कृष्णा रमैय्या, डीएफ आरके सहाय, कोल इंडिया ईडी एमके सिंह सहित सभी डिपार्टमेंट के एचओडी मौजूद थे।