कांग्रेस में प्रशांत किशोर को मिलेगी बड़ी भूमिका, सोनिया गांधी के फैसले का इंतजार

कांग्रेस ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) को कांग्रेस में शामिल कर बड़ी भूमिका देने की तैयारी में है। इस मामले पर कांग्रेस प्रसिडेंट सोनिया गांधी ने पार्टी के सीनीयर लीडरों से विमर्श पूरा कर लिया है। वह जल्द ही अंतिम निर्णय लेंगी।

कांग्रेस में प्रशांत किशोर को मिलेगी बड़ी भूमिका, सोनिया गांधी के फैसले का इंतजार
प्रशांत किशोर (फाइल फोटो)।
  • G-23 समेत कई नेताओं ने उठाये सवाल
  • कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर भूमिका चाहते हैं प्रशांत किशोर
  • विशेष सलाहकार समिति बनाने का दिया सुझाव

नई दिल्ली। कांग्रेस ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) को कांग्रेस में शामिल कर बड़ी भूमिका देने की तैयारी में है। इस मामले पर कांग्रेस प्रसिडेंट सोनिया गांधी ने पार्टी के सीनीयर लीडरों से विमर्श पूरा कर लिया है। वह जल्द ही अंतिम निर्णय लेंगी।
पीके को बड़ी भूमिका देने को लेकर कांग्रेस के अंदरखाने चाहे हलचल चल रही हो, लेकिन पार्टी का मानना है कि इस पर टकराव जैसी कोई बात नहीं है। संकेत हैं कि पार्टी के बहुप्रतीक्षित संगठनात्मक बदलाव को अमलीजामा पहनाये जाने के दौरान ही पीके की सियासी एंट्री और भूमिका की घोषणा की होगी। कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं के समूह जी-23 के कुछ सदस्यों की ओर से पीके को सीधे महासचिव बनाकर कार्य समिति में लाने के प्रस्ताव पर सवाल खड़े किए जाने की चर्चाओं पर पार्टी के एक सीनीयर अफसर ने कहा कि किसी का अलग राय रखना विरोध नहीं है। समूह के कई नेताओं ने पीके को पार्टी में शामिल कर बड़ा रोल देने का पुरजोर समर्थन भी किया है।
 जल्द होगा अंतिम फैसला

कांग्रेस सोर्सेज के अनुसार सोनिया गांधी ने कई सीनीयर लीडरों से पीके को पार्टी में शामिल कर बड़ी भूमिका देने के मसले पर अलग-अलग बातचीत कर सलाह ले चुकी है। इसमें असंतुष्ट समूह के भी कुछ नेता शामिल हैं। इस मुद्दे पर सोनिया गांधी ने चर्चा की प्रक्रिया पूरी कर ली है और अब अंतिम फैसला उन्हें ही करना है। जी-23 समूह के कुछ नेताओं के ऐतराज से बहुत फर्क नहीं पड़ने वाला।

जी-23 समूह के कई ने पर उठाये सवाल
उल्लेखनीय है कि जी-23 समूह के प्रमुख चेहरों में शामिल वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के घर जन्माष्टमी के मौके पर एक बार फिर कई असंतुष्ट पार्टी नेताओं का जमावड़ा हुआ था। इनमें गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, शशि थरूर, मनीष तिवारी व भूपेंद्र सिंह हुड्डा आदि शामिल थे। समझा जाता है कि इस दौरान हुई आपसी चर्चा में कुछ नेताओं ने पीके को सीधे महासचिव बनाकर पार्टी को उनके हवाले करने की प्रस्तावित योजना पर सवाल उठाये। यह तर्क दिया गया कि कांग्रेस के अंदर प्रतिभाशाली लोगों की कोई कमी नहीं है कि अचानक बाहर के किसी व्यक्ति को लाकर पार्टी को उसके हवाले कर दिया जाए। हालांकि, जी-23 समूह के कुछ नेता ऐसे भी थे, जिन्हें पीके को कांग्रेस में बड़ी भूमिका देने में कोई खामी नजर नहीं आई।उन्होंने पार्टी हित में इस प्रस्ताव की हिमायत करने की राय जाहिर की।

आज तक की एक खबर के अनुसार सीनीयर कांग्रेस लीडर एक्स सेंट्रल मिनिस्टर नेता पी चिदंबरम के आवास पर एक हाई लेवल मीटिंग हुई थी। इसमें प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा की गयी थी। इस बैठक में कांग्रेस के वे 23 नेता भी शामिल हुए थे, जिन्हें G-23 भी कहा जाता है. ये वहीं 23 नेता हैं जो काफी समय से कांग्रेस नेतृत्व में बदलाव की मांग कर रहे हैं। लेकिन इन 23 नेताओं ने ही प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने का विरोध किया है। इन नेताओं का अंदेशा है कि प्रशांत किशोर के पार्टी में आ जाने के बाद पार्टी के अहम फैसले भी आउटसोर्सिंग होने लगेंगे। जबकि कांग्रेस का एक धड़ा पीके को कांग्रेस में शामिल करने को लेकर तैयार है. पीके को पार्टी का महासचिव बनाये जाने की चर्चा है, जो पद अभी प्रियंका गांधी के पास है।
नेशनल लेवल पर भूमिका चाहते हैं प्रशांत किशोर
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी से जुड़े फैसलों में अपनी भूमिका चाहते हैं। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में एक विशेष सलाहकार समिति बनाने का सुझाव दिया है। यही समिति राजनीति से जुड़े बड़े फैसले लेगी।चाहे चुनावी गठबंधन का मामला हो या रणनीतिक, सभी राजनीतिक मुद्दों पर फैसला कमेटी ही लेगी। यह कमेटी चुनावी कैंपेन की रणनीति से लेकर सभी राजनीतिक गतिविधियों पर चर्चा कर अंतिम फैसला लेगी। उसके बाद सर्वोच्च समिति यानी कांग्रेस की कार्य समिति के समक्ष प्रस्ताव रखा जायेगा।वहां अंतिम रूप से विचार-विमर्श के बाद अंतिम फैसला किया जायेगा।
बताया जाता है कि विशेष सलाहकार समिति में प्रशांति किशोर भूमिका चाहते हैं।इस समिति में प्रशांत किशोर के अलावा कुछ खास लोग ही शामिल हों। संभावना जतायी जा रही है कि आनेवाले दिनों में कांग्रेस में संगठनात्मक स्तर पर कई बड़े बदलाव किये जा सकते हैं। पार्टी में नयी समितियां भी गठित की जा सकती हैं। इनमें नयी नियुक्तियां भी होंगी।