अब देश में लगेगी जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन, गवर्नमेंट ने दी इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी

इंडिया में जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन के इंमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी मिल गई है। सेंट्रल हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मांडविया ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। 

अब देश में लगेगी जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन, गवर्नमेंट ने दी इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी

नई दिल्ली। इंडिया में जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन के इंमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी मिल गई है। सेंट्रल हेल्थ मिनिस्टर मनसुख मांडविया ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। 
जॉनसन एंड जॉनसन देश में उपलब्ंध होने वाली चौथी कोरोना वैक्सीटन होगी। सीरम इंस्टिट्यूट की कोविशील्ड (ऑक्सचफर्ड-एस्ट्रारजेनेका), भारत बायोटेक की कोवैक्सीकन और डॉ. रेड्डीज की स्पू्तनिक वी (रूस की वैक्सीन) पहले से ही उपलब्ध हैं। कोवैक्सीन, कोविशील्ड और स्पूतनिक-वी, ये तीनों डबल डोज वाली वैक्सीन है। इनकी मदद से 130 करोड़ के करीब जनसंख्या वाले देश में 50 करोड़ से अधिक डोज दी जा चुकी हैं। 

इंडिया में जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिलने के बाद कंपनी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। जॉनसन एंड जॉनसन इंडिया के प्रवक्ता ने ट्विटर पर लिखा, हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि सात अगस्त 2021 को, भारत सरकार ने भारत में जॉनसन एंड जॉनसन COVID19 सिंगल-डोज़ वैक्सीन के लिए आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (ईयूए) जारी किया, ताकि 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों में COVID को रोका जा सके।
हालांकि जॉनसन एंड जॉनसन भारत में इस वैक्सीयन का उत्पाेदन कैसे करेगी, इसकी प्राइस क्या होगी ? इस बारे में ज्या दा जानकारी नहीं दी गई है। कंपनी ने कहा है कि उसकी ग्लोमबल सप्लााई में बायोलॉजिकल ई की अहम भूमिका होगी। स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की बड़ी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने भारत में अपनी कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी के लिए आवेदन किया था। कंपनी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी थी। जॉनसन की यह वैक्सीन एक डोज की है। फिलहाल भारत में दो डोज वाली वैक्सीन लगाई जा रही है।
जॉनसन एंड जॉनसन 

जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीेन नॉन-रेप्लिकेटिंग वायरल वेक्टर वैक्सीएन है। वैक्सीकन के भीतर का जेनेटिक मैटीरियल शरीर के भीतर अपनी कॉपी नहीं बनायेगा। यह इसलिए जरूरी है क्योंेकि जब वायरस शरीर में प्रवेश करता है तो वह अपनी कॉपीज बनाना शुरू करता है जिससे संक्रमण फैलता है। इस वैक्सींन को 2 से 8 डिग्री तापमान के बीच स्टोयर किया जा सकता है। खुल चुके वायल्स 9 डिग्री से 25 डिग्री तापमान के बीच 12 घंटे तक रखे जा सकते हैं।