New Delhi: दिल्ली में झारखंड कैडर के सीनियर IPS अफसर से लूटपाट, NIA में पोस्टेड अफसर के साथ हुई घटना

देश की राजधानी नई दिल्ली में झारखंड कैडर के एक आईपीएस अफसर के साथ लूटपाट हुई है। दिल्ली के दुर्दांत ठक-ठक गैंग ने लूट की घटना को अंजाम दिया है। लूटपाट के दौरान पुलिस अफसर आंशिक तौर पर जख्मी भी हो गये।

New Delhi: दिल्ली में झारखंड कैडर के सीनियर IPS अफसर से लूटपाट, NIA में पोस्टेड अफसर के साथ हुई घटना
अफसर का लैपटॉम मिल गया।
  • 'ठक-ठक' गैंग ने दिया वारदात को अंजाम

नई दिल्ली- रांची। देश की राजधानी नई दिल्ली में झारखंड कैडर के एक आईपीएस अफसर के साथ लूटपाट हुई है। दिल्ली के दुर्दांत ठक-ठक गैंग ने लूट की घटना को अंजाम दिया है। लूटपाट के दौरान पुलिस अफसर आंशिक तौर पर जख्मी भी हो गये।
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क्रिमिनल आईपीएस अफसर का बैग लूटकर ले भागे, जिसमें 95 हजार रुपये और लैपटॉप था। क्रिमिनल इतने बेखौफ थे कि लूटपाट के 10 मिनट के बाद मौके पर फिर वापस आये और दूसरी तरफ डिवाइडर पर बैग रखकर भाग निकले। लेकिन बैग से 95 हजार रुपये गायब थे। हालांकि अफसर का लैपटॉप बरामद हो गया। संबंधित आईपीएस अफसर सेंट्रल डिपुटेशन पर दिल्ली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) में तैनात हैं। वे झारखंड में कई जिलों में एसपी समेत पुलिस हेडक्वार्टर में सीनीयर पोस्ट पर रह चुके हैं। घटना के अफसर सादी वर्दी में थे।
यह है मामला
आईपीएस अफसर अपने ड्राइवर के साथ एक प्राइवेट कार में घर जा रहे थे। नई दिल्ली के बुरारी फ्लाइओवर पर बाइक चालक ने अफसर की कार को रोकने के लिए इशारा किया। जब अफसर ने विंडो नीचे की तो बाइक चालक ने उन्हें बताया कि कार से तेल रिस रहा है।इसके बाद वाहन को फ्लाइओवर पर रोक दिया गया। बााईक चालक भी रुक गया।
जैसे ही आईपीएस अफसर कार से नीचे उतरे, दो और लोग एक अन्य बााइक पर आये। उनमें से एक ने कार का दरवाजा खोला और अफसर का बैग छीन लिया, जिसमें कैश और लैपटॉप था।अफसर ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो उन्हें धक्का दे दिया गया, जिसमें उन्हें मामूली चोटें आयी। घटना के बाद अफसर एक प्राइवेट हॉस्पिटल में प्राथमिक उपचार के लिए गये। अगले दिन उन्होंने पुलिस स्टेशन में कंपलेन दर्ज करायी।
ठक-ठक गैंग
दिल्ली का ठक-ठक गिरोह एक कुख्यात क्रिमिनल गैंग है, जो मुख्य रूप से रोड लूट की वारदातों में सक्रिय है। यह गैंग ज्यादातर गाड़ियों को निशाना बनाता है। चोरी करने से पहले पीड़ितों का ध्यान भटकाने के लिए विभिन्न हथकंडे अपनाता है। जैसे कि सड़क पर पैसे फेंकना, किसी ना किसी बहाने से बात करना या कार के बोनट पर तेल डालना आदि।
यह गैंग ट्रैफिक जाम में फंसी गाड़ियों को भी निशाना बनाता है। जब पीड़ित का ध्यान भटका हुआ होता है तो गैंग के सदस्य जल्दी से कार से कीमती सामान जैसे बैग, लैपटाप या मोबाइल फोन चुरा लेते हैं। चोरी करने के बाद गैंग के सदस्य तुरंत मौके से फरार हो जाते हैं। गैंग के सदस्य गिरफ्तारी से बचने के लिए अक्सर अपना ठिकाना बदलते रहते हैं। टीम के कई सदस्य पूर्व में पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं।