नयी दिल्ली:वैल्यू एडिशन करें, तो देश के अग्रणी राज्यों में शुमार होगा झारखंड: सीएम हेमंत सोरेन

सीएम हेमंत सोरेन ने शनिवार को नई दिल्ली के ताज पैलेस में आयोजित स्टेक होल्डर मीट में झारखंड में निवेश की संभावनाओं से देशभर के उद्योगपतियों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि झारखंड में पैसे लगाइए, बेहतर रिटर्न मिलेगा।मैं आप सभी को झारखंड में निवेश करने को आमंत्रित करता हूं।

नयी दिल्ली:वैल्यू एडिशन करें, तो देश के अग्रणी राज्यों में शुमार होगा झारखंड: सीएम हेमंत सोरेन
  • दिल्ली में स्टेक होल्डर मीट में सीएम हेमंत सोरेन ने उद्यमियों को दिया निवेश का निमंत्रण

नई दिल्ली। सीएम हेमंत सोरेन ने शनिवार को नई दिल्ली के ताज पैलेस में आयोजित स्टेक होल्डर मीट में झारखंड में निवेश की संभावनाओं से देशभर के उद्योगपतियों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि झारखंड में पैसे लगाइए, बेहतर रिटर्न मिलेगा।मैं आप सभी को झारखंड में निवेश करने को आमंत्रित करता हूं।

सीएम ने कहा कि झारखंड में वो सभी आवश्यक एवं मूलभूत सुविधाएं मौजूद हैं, जो एक उद्योग की स्थापना के लिये जरूरी हैं। यहां किसी भी चीज की कमी नहीं है। कमी है, तो सिर्फ उसे तराशने की. वैल्यू एडिशन करने की।स्टेट में मौजूद संसाधनों का वैल्यू एडिशन कर पायें, तो झारखंड देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में खड़ा होगा। इसमें उद्योग जगत के लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। सरकार आपको आश्वस्त करती है कि आप झारखंड आयें और उद्योगों की स्थापना करें। सरकार आपके साथ है।  

हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में मौजूद खनिज संपदा से झारखंड की अलग पहचान तो है ही, साथ ही यहां स्थापित उद्योगों ने भी झारखंड को देश सहित विश्व में अलग पहचान दिलायी है। कई उद्योगों का उदय झारखंड से ही हुआ है। एशिया का सबसे बड़ा स्टील उद्योग झारखंड में ही लगा। एचईसी, टाटा स्टील, बोकारो स्टील प्लांट सहित कई उद्योगों की स्थापना झारखंड में ही हुई। पहली बार फर्टिलाइजर फैक्ट्री भी झारखंड में ही लगी।

सीएम ने कहा कि झारखंड में आने वाले समय में कुछ ऐसी व्यवस्थायें स्थापित की जायेंगी, जिससे राज्य के विकास को नई दिशा मिलेगी। समाज के हर तबके को इससे लाभ होगा।माइंस एवं मिनरल्स सेक्टर तो उद्योगों की स्थापना के लिये है ही। अन्य क्षेत्रों में भी सरकार काम कर रही है। चाहे वो एग्रीकल्चर का क्षेत्र हो, मोटरह्वीकिल्स, इलेक्ट्रॉनिक मैनुफैक्चरिंग का क्षेत्र हों या फूड प्रोसेसिंग का क्षेत्र. सभी में अपार संभावनाएं हैं।उन्होंने कहा कि मैंने जो बंडी पहनी है, यह किसी डिजाइनर ने तैयार नहीं की है, बल्कि हमारे राज्य की महिलाओं ने बनाया है। लेकिन किसी माहिर डिजाइनर की तरह नहीं है। इसे थोड़ा सा और तराशा जाये, तो और भी बेहतर हो सकता है। बस हमें इसी इच्छाशक्ति की जरुरत है।

हेमंत ने  उद्योग जगत के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी सुझाव दें और अपने आइडिया शेयर करें. कहीं भी कोई समस्या हो, दिक्कत आये तो बात करें. सरकार आपके साथ खड़ी है। सीएम ने कहा कि मै नई-नई चीजों पर काम करने पर ज्यादा फोकस करता हूं। हमारे राज्य के युवाओं में कुशलता की कमी नहीं हैं। खेल के क्षेत्र में झारखंड के युवा देश-विदेश में परचम लहरा रहे हैं। झारखंड में हॉकी और फुटबॉल के क्षेत्र में भी निवेश किया जा सकता है। 
जलमार्ग का भी विकल्प 
सीएम ने कहा कि राज्य में जलमार्ग भी सुगम है। बंगाल में हल्दिया पोर्ट भी है जो रांची से मात्र 250 किमी की दूरी पर है। पारादीप है जो 400 किमी और साहेबगंज में गंगा नदी पर निर्माणाधीन पोर्ट है, जो जल्द ही शुरू हो जायेगा। यह रांची से मात्र 350 किमी की दूरी पर है। राज्य सरकार द्वारा राज्य में एयर कार्गो के लिए भी जगह चिन्हित किया गया है। राज्य में एयर कार्गो के लिये भी संभावनाएं तलाश की जा रही है। हम इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। 

झारखंड के चीफ सेकरेटरी सुखदेव सिंह ने कहा कि आज झारखंड में युवा, डायनैमिक और संवेदनशील सीएम की अगुवाई में बनी मजबूत सरकार है। अपनी डायनामिक नेतृत्व क्षमता के दम पर कोरोना के दौर में सीएम ने देशभर में सबसे बेहतर तरीके से इस महामारी के दौरान राज्यवासियों की सेवा की। बेहद ही संवेदनशील तरीके से अपने लोगों की चिन्ता करते हुए सीएम ने महामारी के दौरान सुदूरवर्ती क्षेत्रों में फंसे लोगों को हवाई जहाज और ट्रेन से वापस लाया। आज वही सीएम आपके सहयोग की अपेक्षा करते हुए आपके विचारों को सुनने के लिए आपके सामने बैठे हैं। भविष्य में नीतियां किस तरह की हों, किस तरह की इंडस्ट्री पॉलिसी तैयार की जाएं, ताकि इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा दिया जा सके।चीफ सेकरेटरी ने कहा कि मैं आपको शीशा दिखाकर हीरा बेचने नहीं आया हूं। हम आपको हीरा साफ-सुथरा करके दिखाना चाहते हैं। पूछना चाहते हैं कि क्या इसकी चमक बढ़ाई जा सकती है
चीफ सेकरेटी ने कहा कि हमारा राज्य एक मिनरल रिच स्टेट है। कोयला, लोहा, यूरेनियम, सोना ये सब हमारे राज्य की संपदा हैं। किंबरलाइट जैसे पत्थर जिनमें हीरा निकलने की संभावना होती है वो गुमला और लोहरदग्गा में पाए गए हैं। ये हमारी ताकत है। आपको भरोसा नहीं होगा कि देश का 36% कोयला संपदा झारखंड में है, 90% कोकिंग कोल झारखंड में मिलता है। अगर आप लौह अयस्क की बात करेंगे तो मुझे लगता है इस क्षेत्र में अग्रणी राज्य झारखंड है। आज झारखंड में टाटा, बोकारो स्टील, हैवी इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन जैसी इंडस्ट्री चल रही है। कोई भी इन्वेस्टर अगर मिनरल बेस्ड इंडस्ट्री लगाना चाहते हैं तो हम उनका तहे दिल से स्वागत करते हैं। 

उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी का बात करें तो हमारे राज्य के 24 में से 22 जिले दूसरे राज्यों की सीमाओं से घिरे हैं। हमारे पास रेल, रोड और एयर कनेक्टिविटी की सुविधा है। 22000 किमी रोड नेटवर्क, 23 राष्ट्रीय राजमार्ग हमारे राज्य से अलग-अलग हिस्सों में बिछे हुए हैं, जीटी रोड हमारे राज्य से होकर गुजरती है। डेडिकेटेड फ्रेट कोरिडोर भी झारखंड से होकर गुजरने वाली है। यहां तक कि जलमार्ग के जरिए भी परिवहन का संसाधन हमारे राज्य में उपलब्ध है। 

मैके पर सीएम के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, उद्योग सचिव पूजा सिंघल, रेजिडेंट कमिश्नर झारखंड भवन दिल्ली मस्तराम मीणा, निदेशक उद्योग जितेंद्र सिंह व देश के विभिन्न हिस्सों से आये उद्योगपति उपस्थित थे।