नई दिल्ली: गिरिराज सिंह ने संभाला ग्रामीण विकास मिनिस्टरी का चार्ज, कहा- नई जिम्मेदारी के लिए पीएम मोदी को दिल से धन्यवाद

पीएम नरेंद्र मोदी के कैबिनेट विस्तार में बीजेपी के फायर ब्रांड लीडर बेगूसराय से एमपी गिरिराज सिंह का कद बढ़ा। अब उन्हें ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री बनाया गया। उन्होंने गुरुवार को अपने मिनिस्टरी का कार्यभार संभाल लिया। उनके चार्ज लेने पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, साध्वी निरंजन ज्योति सहित अन्य बीजेपी के नेताओं ने बधाई दी।

नई दिल्ली: गिरिराज सिंह ने संभाला ग्रामीण विकास मिनिस्टरी का चार्ज, कहा- नई जिम्मेदारी के लिए पीएम मोदी को दिल से धन्यवाद

नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी के कैबिनेट विस्तार में बीजेपी के फायर ब्रांड लीडर बेगूसराय से एमपी गिरिराज सिंह का कद बढ़ा। अब उन्हें ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री बनाया गया। उन्होंने गुरुवार को अपने मिनिस्टरी का कार्यभार संभाल लिया। उनके चार्ज लेने पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, साध्वी निरंजन ज्योति सहित अन्य बीजेपी के नेताओं ने बधाई दी।

ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद गिरिराज सिंह ने पीएम मोदी को धन्यवाद कहा। गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर कहा, "मुझे नई जिम्मेदारी देने के लिए माननीय पीएम नरेंद्र मोदी जी का दिल से धन्यवाद। आज आधिकारिक तौर पर ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्रालय का कार्यभार संभाला।"

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गिरिराज सिंह को बधाई देते हुए ट्वीट किया, "आज गिरिराज सिंह जी को ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्रालय का प्रभार सौंपा... @girirajsinghbjp जी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।"साध्वी निरंजन ज्योति ने बधाई देते हुए ट्वीट किया, "नई दिल्ली स्थित ग्रामीण विकास मंत्रालय में कैबिनेट मंत्री आदरणीय गिरिराज सिंह जी को नव-दायित्व के कार्यभार ग्रहण करने पर हार्दिक शुभकामनाएं। आपके द्वारा ग्रामीण विकास के लिए किए गए नवाचारों के माध्यम से निश्चित ही #NewIndia का निर्माण सुनिश्चित होगा।"

PM मोदी ने गिरिराज को दिया रघुवंश बाबू जैसी शोहरत पाने का मौका
 गिरिराज सिंह को जिस मंत्रालय जिम्मेवारी मिली है, रघुवंश प्रसाद सिंह ने यूपीए-1 सरकार में इसी मंत्रालय को संभालते हुए कई ऐसे कदम उठाये जिसने देशभर में सुर्खियां बटोरी। यही नहीं...यूपीए सरकार की दोबारा सत्ता में वापसी की राह बनाने में भी अहम योगदान निभाया। चर्चा शुरू हो गई कि क्या बीजेपी क्या गिरिराज स्व. रघुवंश प्रसाद सिंह से लंबी लकीर खींचने में सफल होंगे? बेगूसराय से एमपी गिरिराज सिंह के पास अभी तक पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन विभाग था, जिसे लेकर उन्हें ग्रामीण विकास मंत्री की नई जिम्मेदारी दी गई है। गिरिराज सिंह को बनाया गया है। 
राष्ट्रीय राजनीति में रघुवंश प्रसाद सिंह ओहदा तब और बुलंद हुआ जब 2005 में उन्होंने मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार की सबसे बहुप्रचारित कल्याणकारी योजना नेशनल रूरल एम्पलॉयमेंट गारंटी स्कीम (मनरेगा) के मुख्य वास्तुकार बने। इस योजना ने देश के सोशल सेक्टर के लिए सोचने का सरकार का नजरिया बदल दिया। केंद्रीय मंत्री रहते हुए रघुवंश प्रसाद सिंह ने विकलांगों, विधवा और बुजुर्गों के लिए पेंशन योजना लागू करवाने में भी अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा इन्हीं कार्यकाल में भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन की प्रक्रिया भी शुरू हुई। यूपीए सरकार में केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री रहते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री सड़क योजना में बिहार को पैकेज दिलवाया। केवल बिहार ही नहीं देशभर के राज्यों में आज गांव-गांव में दिख रही सड़कें उनकी देन है।

पीएम मोदी ने प्लान के तहत दी गिरिराज को नई जिम्मेवारी
अब बिहार से ही आने वाले गिरिराज सिंह को भी पीएम मोदी ने वही मंत्रालय सौंपा है, जिसे संभालते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने इतने अहम फैसले लिए। अब ग्रामीण विकास मंत्री के तौर पर क्या गिरिराज भी ऐसे फैसले लेंगे जो एनडीए-2 के लिए मील का पत्थर साबित हो सकें। वैसे भी ये माना जाता है कि पीएम मोदी जो भी निर्णय लेते हैं उसकी कोई न कोई अहम वजह जरूर होती है। बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह को जिस तरह से नई जिम्मेदारी दी गई है, इसके पीछे कहीं न कहीं पीएम मोदी की कोई बड़ी रणनीति ही है। अब देखना है कि गिरिराज सिंह नई पारी में पीएम मोदी की उम्मीदों पर कितने खरे उतरते हैं?
पीएम मोदी ने गिरिराज को कैबिनेट में महत्वपूर्ण जिम्मेवारी देकर बिहार में बीजेपी ही नहीं सहयोगी दल के नेताओं को बता दिया है कि उनकी सरकार में इस फायर ब्रांड लीडर की कितनी अहमियत है। उल्लेखनीय है कि गिरिराज सिंह ने ही आठ साल पूर्व में सबसे पहले देश का नेतृत्व नरेंद्र मोदी सौंपने की वकालत करते हुए मोरचा संभाला था। बिहार बीजेपी का एक वर्ग गिरिराज को टारगेट कर नीतीश कैबिनेट से निकलवाने की भी कोशिश की थी।