झारखंड: PLFI का दो लाख के इनामी उग्रवादी अवधेश जायसवाल उर्फ चूहा खूंटी में अरेस्ट, 39 मामले में है वाटेंड

खूंटी पुलिस और एटीएस की ज्वाइंट कार्रवाई में दो लाख इनामी PLFI उग्रवादी अवधेश उर्फ चूहा जायसवाल को अरेस्ट किया गया है। एटीएस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर खूंटी की पुलिस की टीम ने मुरहू पुलिस स्टेशन एरिया से पीएलएफआई उग्रवादी अवधेश जायसवाल को दबोचा है। अवधेश जायसवाल ने विभिन्न जिलों में कई कांडो में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है।

झारखंड: PLFI का दो लाख के इनामी उग्रवादी अवधेश जायसवाल उर्फ चूहा खूंटी में अरेस्ट, 39 मामले में है वाटेंड

रांची। खूंटी पुलिस और एटीएस की ज्वाइंट कार्रवाई में दो लाख इनामी PLFI उग्रवादी अवधेश उर्फ चूहा जायसवाल को अरेस्ट किया गया है। एटीएस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर खूंटी की पुलिस की टीम ने मुरहू पुलिस स्टेशन एरिया से पीएलएफआई उग्रवादी अवधेश जायसवाल को दबोचा है। अवधेश जायसवाल ने विभिन्न जिलों में कई कांडो में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है।

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बिहार के नालंदा जिले के चिकसौरा बाजार का रहने वाला था. पीएलएफ सुप्रीमो दिनेश गोप उसे लेवी वसूली के लिए बिहार का प्रभार दिया था।अवधेश जायसवाल के खिलाफ रांची, खूंटी,चाईबासा हजारीबाग, सिमडेगा धनबाद के के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में 39 मामले दर्ज हैं। वह पटना बेउर जेल और सिमडेगा जेल में विभिन्न आपराधिक कांडों में ज्यूडिशियल कस्टडी में बंद रहा है। 

अवधेश जायसवाल के पास से पुलिस ने आधार कार्ड, पैन कार्ड मोबाइल फोन समेत कई अन्य सामान बरामद किया है। झारखंड पुलिस पीएलएफआई उग्रवादी अवधेश जायसवाल उर्फ चूहा पर दो लाख का इनाम रखा था। अवधेश उर्फ चूहा जायसवाल ने पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के इशारे पर झारखंड के कारोबारियों और ठेकेदार से लेवी मांगने का काम कर रहा था। लेवी नहीं देने पर कारोबारी को जान से मारने की धमकी भी दे रहा था। गोलीबारी करवा कर दहशत फैलाने का भी काम कर रहा था।अवधेश जयसवाल उर्फ चूहा पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप का दाहिना हाथ माना जाता है।अवधेश जयसवाल अंतिम बार रनिया में दिनेश गोप से मिला था। दिनेश गोप ने ही एप के जरिए व्यवसायियों से रंगदारी मांगने की ट्रेनिंग दी थी।

चूहा के कहने पर उग्रवादी उसके हिसाब से काम कर रहे हैं। चूहा तय करता है कि किस कारोबारी से कितना पैसा लेना है।अवधेश जयसवाल दिनेश गोप के इशारे पर ही झारखंड के व्यवसायी, कोयला कारोबारी, जमीन कारोबारी और ठेकेदारों से ह्वाट्सऐप व वीडियो कॉल कर लेवी मांगता था। वह 100 से अधिक व्यवसायी और ठेकेदारों से लेवी मांग चुका है। संगठन के लोग राजधानी और दूसरे शहरों में रेकी कर वैसे लोगों को चिन्हित करते थे जिनके पास काफी पैसा है। उसके बाद दिनेश गोप के द्वारा लेटर पैड में रंगदारी मांगने संबंधित बातें लिखकर भेजी जाती है जिसे वर्चुअल माध्यम से टीम के लोग अलग-अलग कारोबारियों को भेज कर पैसे की डिमांड करता था।अवधेश जयसवाल का भाई गणेश जयसवाल पीएलएफआई के लिए काम करता था। भाई के साथ अक्सर पीएलएफआई से सदस्यों से मिलने आता था। इसके बाद दिनेश गोप का चहेता बन गया। पटना स्थित बेउर जेल में बंद भाई की हाल ही मौत हो गयी है।