Jharkhand: IAS विनय चौबे से जुड़ा खासमहाल जमीन घोटाला: एसीबी ने तत्कालीन सीओ अलका कुमारी व कारोबारी को किया गिरफ्तार

हजारीबाग खासमहाल जमीन घोटाले में एसीबी की बड़ी कार्रवाई, IAS विनय चौबे से जुड़े मामले में तत्कालीन सीओ अलका कुमारी और जमीन कारोबारी विजय प्रताप सिंह गिरफ्तार। अब तक चार आरोपी जेल में, कई अन्य अधिकारी जांच के दायरे में।

Jharkhand: IAS विनय चौबे से जुड़ा खासमहाल जमीन घोटाला: एसीबी ने तत्कालीन सीओ अलका कुमारी व कारोबारी को किया गिरफ्तार
साजिशपूर्वक किया गया भ्रष्टाचार।
  •  हजारीबाग खासमहाल जमीन घोटाले में एसीबी की बड़ी कार्रवाई

रांची। झारखंड में हजारीबाग के चर्चित खासमहाल जमीन घोटाला मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। एसीबी ने सोमवार को तत्कालीन हजारीबाग सदर अंचलाधिकारी (सीओ) व वर्तमान में चतरा जिला ग्रामीण विकास अभिकरण (DRDA) की निदेशक अलका कुमारी और हजारीबाग के जमीन कारोबारी विजय प्रताप सिंह को अरेस्ट किया है। 
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इससे पहले इस मामले में तत्कालीन उपायुक्त (DC) विनय कुमार चौबे और खासमहाल पदाधिकारी सेवानिवृत्त IAS विनोद चंद्र झा को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब तक इस केस में कुल चार गिरफ्तारी हो चुकी हैं।
क्या है पूरा मामला
हजारीबाग के डीवीसी चौक स्थित करीब 2.75 एकड़ खासमहाल की जमीन को 1948 में एक निजी ट्रस्ट को 30 साल के लिए लीज पर दी गई थी, जिसे बाद में 1978 में 2008 तक के लिए रिन्यू किया गया।एसीबी की जांच में खुलासा हुआ कि 2008 से 2010 के बीच एक साजिश के तहत इस जमीन को सरकारी घोषित कर 23 निजी व्यक्तियों के नाम निबंधित कर दिया गया।जांच में यह भी सामने आया कि तत्कालीन उपायुक्त विनय चौबे, खासमहाल पदाधिकारी विनोद चंद्र झा, सीओ अलका कुमारी, और जमीन कारोबारी विजय प्रताप सिंह ने मिलकर जमीन को अवैध तरीके से ट्रांसफर किया, जिससे सरकारी राजस्व को भारी नुकसान हुआ।
कैसे हुई गिरफ्तारी
अलका कुमारी की गिरफ्तारी चतरा के विकास भवन स्थित उनके कार्यालय से की गई। एसीबी की टीम ने सदर थाना पुलिस के सहयोग से कार्यालय पहुंचकर गिरफ्तारी वारंट दिखाया और उन्हें हिरासत में लिया।वहीं, विजय प्रताप सिंह को एसीबी की टीम ने हजारीबाग के मटवारी स्थित आवास से रात में गिरफ्तार किया। एसीबी की तीन गाड़ियां उनके घर पहुंचीं और 20 मिनट की कार्रवाई के बाद उन्हें पकड़ लिया गया।
अब तक क्या हुई कार्रवाई
एसीबी ने सबसे पहले IAS विनय कुमार चौबे और सेवानिवृत्त IAS विनोद चंद्र झा को गिरफ्तार किया था।

अब सीओ अलका कुमारी और जमीन कारोबारी विजय प्रताप सिंह भी जेल भेजे जा चुके हैं।

कई अन्य नाम भी एसीबी की जांच में सामने आए हैं, जिनकी जल्द गिरफ्तारी संभव है।

खास बिंदु (HighLights)

घोटाला हजारीबाग के तत्कालीन डीसी विनय चौबे के कार्यकाल में हुआ।

2.75 एकड़ खासमहाल जमीन 23 लोगों को अवैध रूप से निबंधित की गई।

अब तक 4 आरोपितों की गिरफ्तारी, कई अधिकारी जांच के दायरे में।

एसीबी की टीम ने चतरा और हजारीबाग दोनों जगह एकसाथ छापेमारी की।

जमीन पर अब बहुमंजिला व्यावसायिक भवन खड़े हैं, जो अवैध हस्तांतरण का नतीजा हैं।

एसीबी सूत्रों के मुताबिक
एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि जांच के बाद यह साबित हुआ कि लीज रिन्यूअल के दौरान ट्रस्ट सेवायत शब्द हटाकर जमीन को सरकारी घोषित किया गया और इसे 23 व्यक्तियों के नाम ट्रांसफर कर दिया गया। यह साजिशपूर्वक किया गया भ्रष्टाचार का मामला है।